कोण्डागांव

कोण्डागांव, 1 सितंबर। सरकार के जन घोषणा पत्र वादाखिलाफी के कारण सर्व विभागीय दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी के जिला अध्यक्ष वीरेंद्र बघेल के द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया गया कि, छत्तीसगढ़ अनियमित कर्मचारी महासंघ के नेतृत्व में सभी विभाग के आक्रोशित दैनिक वेतन भोगी, अनियमित, संविदा कर्मचारी नियमितीकरण के संबंध में 1 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। जिसमें 1 सितंबर को काला रिबन लगाकर कार्यालय के सामने प्रदर्शन करेंगे। 2 सितंबर को अपने अपने कार्यालय के सामने नारेबाजी करेंगे। 3 सितंबर को नियमितीकरण का पोस्टर लेकर कार्यालय के सामने नारेबाजी करेंगे। 4 सितंबर को रायपुर में जाकर 5 सितंबर को विधानसभा का घेराव करके अनिश्चितकालीन हड़ताल में रायपुर में ही बैठेंगे।
वर्तमान सरकार के द्वारा वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान अपने घोषणापत्र में वादा किया था कि, जब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनेगी तो सभी दैनिक वेतन भोगी अनियमित संविदा कर्मचारी को 10 दिन में नियमित कर देंगे। आज सरकार का 4 साल बीतने को है, और कोई भी दैनिक वेतन भोगी अनियमित संविदा कर्मचारी को नियमित नहीं किया गया है। इनके प्रमुख मांग नियमितीकरण है और दैनिक वेतन भोगी को बजट के अभाव में कार्य से पृथक किया जाता है। आउटसोर्सिंग, ठेका पद्धति बंद हो बस्तर कमिश्नर द्वारा विशेष कनिष्ठ कर्मचारी आयोग द्वारा जो बस्तर संभाग में सीधी भर्ती किया जा रहा है।
उस भर्ती में वर्षों से कार्यरत दैनिक वेतन भोगी अनियमित कर्मचारी को नियमित करने के पश्चात जो पद रिक्त होता है, उस पद में सीधी भर्ती हो। शासकीय कर्मचारियों के हड़ताल में रहने पर इन दैनिक वेतन भोगी अनियमित कर्मचारी संविदा कर्मचारी के द्वारा कार्य संपादन किया जाता था।
अब सभी दैनिक वेतन भोगी अनियमित कर्मचारी संविदा कर्मचारी हड़ताल पर चले जाने से पूरे कार्यालय में ताला बंद रहेगा।