कोण्डागांव

पालकगण व जनप्रतिनिधि ने एसडीएम को सौंपे ज्ञापन
केशकाल, 1 सितंबर। अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन द्वारा महंगाई भत्ता एवं गृहभाड़ा भत्ता की मांग को लेकर समूचे प्रदेश में अनिश्चितकालीन हड़ताल किया जा रहा है। शिक्षकों के हड़ताल से शासकीय स्कूलों पर ताला लगने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों का भविष्य अंधकार में डूबता जा रहा रहा है। जिसके चलते पालकों एवं जनप्रतिनिधियों में शिक्षकों को लेकर काफी आक्रोश नजर आने लगा है। गुरुवार को क्षेत्र के जनप्रतिनिधियो व पालकों ने केशकाल एसडीएम शंकरलाल सिन्हा के माध्यम से राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंप कर स्कूलों में शिक्षा की वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग की है। यदि तीन दिनों में मांगे पूरी नहीं होती तो उग्र आंदोलन करने की चेतावनी भी दी गयी है।
कुँएमारी के ग्रामीण गुरुचरण ने कहा कि कोरोनाकाल मे लगभग दो वर्षों तक बंद स्कूल बंद थे, फिर भी शिक्षकों को पूरा वेतन मिला था। अब स्कूल खुले, नए शिक्षण सत्र की शुरुआत हुई तो महंगाई शिक्षक हड़ताल पर बैठ गए। जिसकी वजह से ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों का भविष्य अंधकार में है। सरकार ऐसे शिक्षकों को हटाकर नए शिक्षित बेरोजगार युवाओं को मौका देना चाहिए। ताकि स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था प्रभावित न हो।
जनपद सदस्य वीरेंद्र बघेल ने कहा कि शिक्षकों की हड़ताल से ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा व्यवस्था बदहाल हो गयी है। सरकार या तो इनकी मांगों को पूरा करे या फिर कोई अन्य निष्कर्ष निकाले। ताकि बच्चों के सुनहरे भविष्य के साथ किसी प्रकार का खिलवाड़ न हो। इसलिए हमने एसडीएम के माध्यम से महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंप कर ध्यानाकर्षण करवाया है।