कोण्डागांव

सुरक्षित परिजनों को सौंपा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 27 अगस्त। ओडिशा के नाबालिग बालक कोण्डागांव मार्ग से होकर विजयवाड़ा आंध्रप्रदेश में काम करने के लिए जा रहे थे। कोंडागांव की बचाव टीम ने बालकों को रोका और परिजनों को सुरक्षित सौंपा।
कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश पर बने रेस्क्यू कमेटी द्वारा पलायन हो रहे बच्चों को रेस्क्यू कर अवनि विश्वाल जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला व बाल विकास विभाग के मार्गदर्शन में संरक्षण प्रदान किया गया। जिसमें ओडिशा के नाबालिग बालक कोण्डागांव मार्ग से होकर विजयवाड़ा आंध्रप्रदेश में मच्छरदानी बनाने वाली कंपनी में काम करने के लिए जा रहे थे। तीन बालक जो कि नाबालिग हैं, अपने परिवार में बिना बताए काम करने जा रहे थे, बालकों को प्रतिमाह कंपनी द्वारा 9 से 12 हजार रुपए देने की बात हुआ था। एक बालक हैदराबाद में कुर्सी कंपनी में काम करने जा रहा था, जिसको प्रतिमाह 9000 देने की बात हुई थी। यह सभी बालक चाइल्डलाइन टीम द्वारा कोण्डागांव बस स्टैंड में रेस्क्यू किया गया।
सभी बालकों को बाल कल्याण समिति जिला कोण्डागांव में प्रस्तुत किया गया। समिति के आदेश पर बालकों को चिकित्सा जांच, भोजन, आवास की व्यवस्था जिला प्रशासन बाल संरक्षण इकाई महिला और बाल विकास विभाग के द्वारा किया गया। जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा ओडिशा के नवरंगपुर जिला प्रशासन बाल संरक्षण इकाई व बाल कल्याण समिति को संपर्क कर बच्चों का गृह सत्यापन कराया गया। परिजनों को सूचित किया गया। किशोर न्याय अधिनियम की धारा 95 के अंतर्गत डायरेक्टरेट छत्तीसगढ़ शासन से अनुमति प्राप्त उपरांत बच्चों को सुरक्षित ओडिशा पुनर्वास किया गया।