कोण्डागांव

अर्धसैनिक बलों के जवानों की हो रही मलेरिया जांच
18-Jun-2022 3:17 PM
अर्धसैनिक बलों के जवानों की हो रही मलेरिया जांच

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 18 जून। 
मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के तहत जिले में तैनात सीआरपीएफ, आईटीबीपी एवं अन्य सुरक्षा बल के जवानों की मलेरिया जांच स्वास्थ्य अमलों के द्वारा किया जा रहा है। जिले के किबईबालेंगा कैम्प के 88, गोलावंड कैम्प के 90, कोण्डागाांव सीआरपीएफ कैम्प के 180, केशकाल के 43, दादरगढ़ के 35, धनोरा के 45 एवं ईरागांव के 50 जवानों की जांच की जा चुकी है। जिसमें से एक भी मलेरिया धनात्मक प्रकरण नहीं पाये गये हैं। जिले के मलेरिया प्रभावित क्षेत्रों में रोग का प्रसार रोकने के लिए दवाओं के साथ-साथ मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानियों के उपयोग हेतु लगातार प्रेरित किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के ओर से प्रभावित क्षेत्रों में मच्छररोधी कीटनाशक दवा घोल का भी छिडक़ाव किया जा रहा है। मलेरिया के मच्छर स्थिर जल में पनपते है इसलिए अपने घरों के आसपास पानी एकत्रित ना होने देने हेतु कहा जा रहा है। एकत्रित पानी में मिट्टी तेल या मोबिल ऑइल, नालियों को साफ रखने हेतु प्रेरित किया जा रहा है।
मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के तहत जिला के सभी पांच विकासखण्डों के समस्त ग्रामों के घर, स्कूल, आश्रम, हास्टल, पोटाकेबिन, अर्द्धसैनिक बल, जेल का सर्वे कर रक्त जांच किया जा रहा है।

इस अभियान के साथ जिले में टीबी, मोतियाबिंद और स्केबीज की भी जांच की जा रही है। इस में टीबी के लक्षण पाए गए संभावित 443 रोगियों की लैब जांच के उपरांत 18 में टीबी की पुष्टि हुई है। इनका उपचार प्रारंभ किया गया है। इसके साथ ही मोतियाबिंद सर्वेक्षण में 2681 व्यक्तियों का चिन्हाकन सर्वे दल द्वारा किया गया था। जिनकी नेत्र सहायकों द्वारा जांच के पश्चात 620 मरीजों में मोतियाबिंद होना निश्चित किया गया। इनमें से 267 मरीजों को मोतियाबिंद ऑपरेशन हेतु जिला अस्पताल कोण्डागांव लाकर उनका उपचार किया जा चुका है। शेष चिन्हांकित मोतियाबिंद मरीजों का ऑपरेशन जल्द ही किया जायेगा।
 


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