कोण्डागांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 20 जुलाई। कोंडागांव विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत मुंनगापदर व मेढ़पाल में मनरेगा योजना के अंतर्गत बन रही आंगनबाड़ी केंद्रों की इमारतें पिछले चार वर्षों से अधूरी पड़ी हैं। शासन की मंशा थी कि गांव के बच्चों को शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए उचित स्थान उपलब्ध हो, लेकिन ये उद्देश्य अभी तक पूरा नहीं हो सका है।
प्रत्येक आंगनबाड़ी पर अनुमानित लागत लगभग 6 लाख रुपये से अधिक निर्धारित की गई थी, लेकिन आज तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया। मीडिया साथियों से शुक्रवार शाम 4 बजे जुटाई गई विश्वसनीय जानकारी अनुसार पूर्व सरपंच के कार्यकाल में यह निर्माण कार्य शुरू किया गया था और इन्हें गांव के विभिन्न मोहल्लों में बनवाया जा रहा था, मगर अब तक एक भी भवन पूरी तरह तैयार नहीं हो सका है।
वहीं अब सरपंच का कार्यकाल समाप्त हो चुका है, और अब निर्माण कार्य ठप पड़ा हुआ है। इस स्थिति से ग्रामीणों में भारी नाराजगी है। स्थानीय लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि अधूरे पड़े आंगनबाड़ी भवनों का शीघ्र निर्माण कार्य पूरा कराया जाए और भ्रष्टाचार से लिप्त दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि गांव के छोटे-छोटे बच्चों को सही माहौल और सुविधाएं मिल सकें।