कोण्डागांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 14 जून। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल की अध्यक्षता में कार्यालय पुलिस अधीक्षक सभाकक्ष में बाल श्रम प्रतिषेध कार्यक्रम के अंतर्गत बाल श्रम उन्मूलन सप्ताह का शुभारंभ किया गया। साथ ही एक दिवसीय कार्यशाला सह-कार्ययोजना बैठक का भी आयोजन किया गया।
इस बैठक में पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त थाना प्रभारियों एवं बाल कल्याण अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे जिले के विभिन्न विकासखण्डों के ऐसे संभावित क्षेत्रों एवं संस्थाओं जैसे होटल, ढाबों, प्रतिष्ठानों, कारखानों, ईंट भ_ों, निर्माणी खदान तथा अन्य निर्माण क्षेत्र इत्यादि में भ्रमण एवं अवलोकन कर 14 वर्ष के कम आयु वर्ग के बालकों का चिन्हांकन करें एवं बाल श्रम उन्मूलन सप्ताह 12 से 20 जून 2022 के मध्य उप पुलिस अधीक्षक रूपेश कुमार बाल संरक्षण प्रभारी को सूचना देने को कहा। इस अवसर पर जिला बाल संरक्षण अधिकारी नरेन्द्र सोनी के द्वारा बाल श्रम उन्मूलन सप्ताह के अंतर्गत राज्य शासन द्वारा जारी निर्देशों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। बाल श्रम उन्मूलन सप्ताह के दौरान रेस्क्यू किये गये बालकों को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किये जाने के उपरांत किशोर न्याय (बालकों की देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम 2015 के अंतर्गत बालकों के सर्वोत्तम हित को ध्यान में रखते हुए विभिन्न संबंधित विभागों के समन्वय द्वारा योजनाओं का लाभ दिलाते हुए उनके पुनर्वास हेतु कहा गया। श्रम विभाग एवं शिक्षा विभाग के द्वारा भी बाल श्रम प्रतिषेध अधिनियम तथा विभागीय योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई। जिले के अंतर्गत बाल श्रम में लिप्त बच्चे का चिन्हांकन होने के उपरांत उप पुलिस अधीक्षक रूपेश कुमार के मार्गदर्शन में जिला स्तर पर विभिन्न विभागों से समन्वित दल तैयार कर रेस्क्यू एवं पुनर्वास की कार्यवाही की जावेगी।
इस कार्यक्रम में जिला मिशन प्रबंधन महेन्द्र पाण्डेय, श्रम उप निरीक्षक निर्मल कुमार सोरी, सदस्य किशोर न्याय बोर्ड आरके जैन, सदस्य बाल कल्याण समिति बिंगू राम कोर्राम, संरक्षण अधिकारी संस्थागत गजेन्द्र पटेल, अधीक्षक बालगृह बालक एवं बालिका, जिला बाल संरक्षण के समस्त स्टॉफ एवं चाईल्ड लाईन के स्टॉफ उपस्थित रहे।