गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 22 जनवरी। समीपस्थ ग्राम बिजली में भक्त गुहा निषाद जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद चुन्नीलाल साहू, अध्यक्षता निषाद समाज प्रदेश अध्यक्ष दान सिंग निषाद एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में सामाजिक कार्यकर्ता रुपसिंग साहू, भाजयुमो महामंत्री राजू साहू, जनपद सभापति कीर्ति गजेन्द्र निषाद, सुखीराम निषाद सरपंच देमीन पीलाचन्द मांडले उपस्थित थे।
इस अवसर पर निषाद समाज के स्वजातीय बन्धुओं व माताओं के द्वारा भव्य कलश यात्रा निकाली गई, जिसे गांव के विभिन्न चौक-चौराहे पर भ्रमण कराया गया। मुख्य अतिथि द्वारा भगवान श्रीराम चंद्रजी व गुहा निषाद के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर पूजा-अर्चना किया। तत्पश्चात अतिथियों का स्वागत पुष्पहार व गुलाल से किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि सांसद चुन्नीलाल साहू ने कहा कि एकता में बड़ी ताकत है। ऐसे मौके पर सामाजिक एकजुटता बहुत जरूरी है। भक्ति में बड़ी शक्ति है। निषाद समाज भक्त गुहा निषाद के वंशज हंै। हमें समाज के साथ मिल जुलकर रहना चाहिए। उन्होंने सांसद मद मिलते ही गाँव में एक सर्वसमाज हेतु भवन बनाने के लिए राशि स्वीकृत करने की बात कही।
सामाजिक कार्यकर्ता रूपसिंग साहू ने कहा कि समाज में हम सब साथ मिलकर काम करें, सभी शिक्षा को महत्व देवें तभी समाज का विकास संभव है। निषाद समाज पहले से ज्यादा शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। इस समाज की पुष्टि ग्रंथों में बहुत प्राचीन है। भगवान का सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ है। निषाद समाज का प्रमाणीकरण ग्रंथों से बहुत पहले ही हो चुका है। निषाद समाज के लोग भगवान को नाव से पार कराकर सेवाभावी होने का परिचय जहां दिया है। वहीं पर धर्म प्रेमी होने का प्रमाण भी दिया है। श्री साहू ने समाज को संगठित होकर चलने व अपने पैतृक व्यवसाय को अपनाकर समाज को साथ लेकर चलने की बात कही।
जयंती के अवसर पर गाँव मे रामायण, रामधुनी के साथ-साथ रात्रि में दूर्वे बंजारी वालों का छत्तीसगढ़ी नाचा कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसका भरपूर आनंद ग्रामवासियों ने लिया।
कार्यक्रम के अंत मे निषाद समाज द्वारा सभी अतिथियों को शाल श्रीफल भेंटकर सम्मान किया। इस मौके पर लिखन निषाद, मोतीराम निषाद, गजेंद्र निषाद, भैयाराम निषाद, सुखीतराम निषाद, मदन निषाद, सालिक राम निषाद, रोशन निषाद, चुनुराम निषाद, लक्की निषाद, दयाराम साहू, रूपकुमार साहू, शैलेन्द्र यादव, नंदुराम यादव, परस राम यादव, संतोष यादव, केआर वर्मा, सहित बड़ी संख्या में स्वजातीय बंधु व ग्रामवासी उपस्थित थे।