दन्तेवाड़ा
दंतेवाड़ा, 23 दिसंबर। जिला प्रशासन की समय सीमा बैठक संयुक्त जिला कार्यालय में मंगलवार को आयोजित की गई। इस दौरान कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव ने निर्देश दिया कि समय-सीमा के त्वरित निराकरण हेतु विभागीय प्रमुख अंतर विभागीय समन्वय से प्रकरणों का निदान करें। इसके अलावा निर्माण एजेंसियों के अफसर निर्माण कार्यों का भौतिक परीक्षण कर साप्ताहिक प्रतिवेदन जिला कार्यालय में प्रस्तुत करें।
इस क्रम में उन्होंने वन विभाग अंतर्गत समय-सीमा प्रकरण गीदम जनपद से बांगाबाडी से बायपास मार्ग में आने वाले वृक्षों के दोहन हेतु विदोहन योजना अनुसार राशि जमा करने तथा वन अधिकार पट्टा का खसरा बटांकन एवं फौती नामांतरण करने के संबंध में वन विभाग को अन्य विभागों से समन्वय कर त्वरित निराकरण करने, आईटीआई कटेकल्याण में कम्प्यूटर सिस्टम प्रदाय सहित अन्य मांगों एवं समस्या के निराकरण के लिए मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत दंतेवाड़ा को कार्यवाही प्रतिवेदन देने के निर्देश दिए गए।
इस क्रम उन्होंने शिक्षा विभाग अंतर्गत अपार आईडी अंतर्गत विद्यार्थियों के अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट करने की प्रगति के संबंध में जानकारी चाही। उन्होंने विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य संबंधी बिन्दुओं पर कहा कि विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य को व्यापक दृष्टिकोण से देखने की जरूरत है। इसके तहत न केवल चिन्हांकित मानसिक व्याधि ग्रस्त छात्रों के उपचार को प्रमुखता एवं काउंसलिंग दिया जाना है। वहीं सभी छात्रों को मनो उपचार के दायरे में लाने की आवश्यकता है। जिससे वे मानसिक रूप से सबल बन सके इसके लिए उन्होंने चिकित्सा विभाग को विशेष रूप से निर्देशित किया। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्माणाधीन आवासों की साप्ताहिक प्रगति एवं विभिन्न स्तरों पर निर्माण कार्य में तेजी से प्रगति लाने का निर्देश देते हुए सभी जनपद सीईओ को कहा कि वे स्वयं निर्माणाधीन स्थलों का मॉनिटरिंग कर वस्तु स्थिति से अवगत होवें और इसका साप्ताहिक प्रगति प्रतिवेदन कार्यालय में प्रस्तुत करें। सभी निर्माण कार्य समयबद्ध अवधि में पूर्ण होने ही चाहिए। वहीं अन्य लंबित मामलों के निदान के निर्देश दिए गए।
इसके अलावा जल जीवन मिशन योजना के कार्यों की जानकारी लेते हुए कलेक्टर ने कहा कि मिशन के अंतर्गत नल-जल परियोजना के पूर्ण होने के पश्चात इसके नियमित और सतत संचालन के लिए संबंधित विभाग प्रभावी कदम उठाए। मुख्य रूप से योजना के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायतों पर इसके सफल संचालन का दायित्व रहेगा। इस दौरान अपर कलेक्टर राजेश पात्रे प्रमुख रूप से मौजूद थे।


