दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 22 सितंबर। जिला मुख्यालय के मेंडका डोबरा में बस्तर ओलंपिक कार्यक्रम का का विधिवत् शुभारंभ सोमवार को किया गया। इस दौरान उपमुख्यमंत्री अरुण साव, वन मंत्री केदार कश्यप, चैतराम अटामी, नंदलाल मुंडामी, पायल गुप्ता, ओजस्वी मंडावी, कमलोचन कश्यप, सागर जाधव द्वारा संयुक्त रूप से क्लिक कर बस्तर ओलंपिक हेतु पंजीयन आरंभ किया गया।
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अरुण साव नें संबोधन में कहा कि बस्तर ओलंपिक से बस्तर की दशा और दिशा बदली है। इस आयोजन से बस्तर की छवि विश्व के मानचित्र पर उभर कर सामने आई है।
विगत वर्ष बस्तर ओलंपिक में 1 लाख लाख 42 हजार पंजीयन हुए थे। इस वर्ष शासन द्वारा 2 लाख पंजीयन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बस्तर ओलंपिक से बस्तर की प्रतिभाओं को अपनी प्रतिभा प्रदर्शन का मंच उपलब्ध हो रहा है। बस्तर ओलंपिक राज्य शासन का महत्वपूर्ण अभियान है, जिससे बस्तर विश्व के मानचित्र पर अपनी पहचान बनाएगा।
इस अवसर पर वन एवं पर्यावरण मंत्री केदार कश्यप ने अपने उद्बोधन में बस्तर की विशेषता का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि बस्तर हर क्षेत्र में समृद्ध है। चाहे कला, संस्कृति अथवा खेलों का मैदान हो। बस्तर ओलंपिक से खेल प्रतिभाओं को बड़ा मंच मिला है। बस्तर में खेल प्रतिभाओं को निखारने में बस्तर ओलंपिक की अहम भूमिका है।
इस अवसर पर विधायक चैतराम अटामी नें बस्तर ओलंपिक स्थानीय खिलाडिय़ों से अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने की अपील की। जिससे आयोजन को सफल बनाया जा सके।
सचिव, खेल युवा कल्याण विभाग यशवंत कुमार ने बस्तर ओलंपिक को शासन और जनता के मध्य संवाद का माध्यम बताया। जिससे जनता अपनी बातों को शासन तक पहुंचा सकती हैं। इस दौरान संतोष गुप्ता रामू नेताम,अपर कलेक्टर राजेश पात्रे और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकुमार बर्मन प्रमुख रूप से मौजूद थे।


