दन्तेवाड़ा
मुख्य महाप्रबंधक ने झंडी दिखाकर रवाना की बसें, अपोलो यूनिवर्सिटी
चित्तूर में छह मेडिकल टेक्नोलॉजी कोर्स में मिलेगा प्रवेश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 14 अगस्त। भारत की सबसे बड़ी लौह अयस्क उत्पादक कंपनी एनएमडीसी लिमिटेड ने अपने कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) के तहत छत्तीसगढ़ के बस्तर और दंतेवाड़ा जिलों के 90 (68 छात्राएं एवं 22 छात्र) आदिवासी युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए प्रायोजित किया है।
इस योजना के अंतर्गत, सभी चयनित विद्यार्थी अपोलो यूनिवर्सिटी, चित्तूर में बीएससी इमरजेंसी मेडिकल टेक्नोलॉजी, बीएससी मेडिक लैबोरेटरी टेक्नोलॉजी, बीएससी एनेस्थीसियोलॉजी एंड ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी, बीएससी इमेजिंग टेक्नोलॉजी, बीएससी फिजिशियन असिस्टेंट और बीएससी रिनल डायलिसिस टेक्नोलॉजी जैसे 6 विशेष कोर्सों में पढ़ाई करेंगे।
बुधवार सुबह 10.30 बजे एनएमडीसी बचेली के मुख्य महाप्रबंधक श्रीधर कोडाली ने इन विद्यार्थियों को लेकर जा रही बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और सभी को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) महेश एस. नायर, उप महाप्रबंधक एवं सीएसआर प्रमुख जोसी थॉमस, उप महाप्रबंधक के. पी. बनसोड़, डॉ. अरविंद पांडे (सीएमओ, एनएमडीसी अपोलो हॉस्पिटल, बचेली) समेत विभिन्न संघों के पदाधिकारी — चंद्र कुमार मंडावी, आशीष यादव, गजेंद्र रात्रे, प्रदीप बघेल, अशोक नाग और सीएसआर विभाग के अभिषेक देहरिया एवं दुष्यन्त प्रियदर्शी उपस्थित रहे।


