दन्तेवाड़ा

10वीं में 97.83 फीसदी अंकों के साथ रामशिला राज्य की प्रावीण्य सूची में
14-May-2025 3:15 PM
10वीं में 97.83 फीसदी अंकों के साथ रामशिला राज्य की प्रावीण्य सूची में

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

दंतेवाड़ा, 14 मई। बोर्ड परीक्षा में जिले से स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम विद्यालय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की छात्रा रामशिला ने कक्षा दसवी में 97.83 प्रतिशत अंकों के साथ पूरे प्रदेश में प्रावीण्य सूची में स्थान हासिल किया है।

वर्तमान में वह ‘‘छू लो आसमान‘‘ आवासीय योजना के अंतर्गत रहकर अध्ययन कर रही हंै और भविष्य में आईआईटी मद्रास से इंजीनियरिंग करने की इच्छा रखती है। उसकी इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा के कलेक्टर श्री कुणाल दुदावत उसे प्रोत्साहन स्वरूप एक लैपटॉप प्रदान कर सम्मानित किया गया।

  रामशिला की यह सफलता दंतेवाड़ा जिले के समग्र प्रयासों का भी परिणाम है। वर्ष 2025 की बोर्ड परीक्षाओं में जिले ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए कक्षा 10वीं में 94.45 फीसदी परिणाम के साथ राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि कक्षा 12वीं में भी जिले ने 85.66 फीसदी परिणाम के साथ 11वें स्थान से छलांग लगाते हुए छठवां स्थान प्राप्त किया।

 

इस उल्लेखनीय सफलता के पीछे कई ठोस और योजनाबद्ध पहल रहीं। अगस्त से शुरू होकर पूरे वर्ष भर चली मासिक टेस्ट श्रृंखला में इकाई-वार, त्रैमासिक, अर्धवार्षिक, प्री-बोर्ड और बोर्ड स्तर की परीक्षाएं आयोजित की गईं। इन परीक्षाओं के प्रश्नपत्र पीएलसी (पीयर लर्निंग सर्कल) के माध्यम से तैयार किए गए, जिससे उनकी गुणवत्ता और समानता सुनिश्चित हुई। सभी स्कूलों में एक साथ परीक्षा आयोजित की गई और उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन छात्रों के अपने स्कूलों के बाहर करवाया गया, जिससे निष्पक्षता बनी रही। छात्रों के प्रदर्शन पर सालभर सतत निगरानी रखी गई। कमजोर छात्रों के लिए रेमेडियल कक्षाएं और व्यक्तिगत मार्गदर्शन की व्यवस्था की गई, वहीं मेधावी छात्रों को राज्य की टॉप-10 सूची में स्थान दिलाने हेतु दो दिवसीय विशेष कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें उत्तर लेखन की तकनीक, चरणबद्ध मूल्यांकन और मूल्यांकन प्रक्रिया की जानकारी दी गई। इसके अलावा दिसंबर तक संपूर्ण पाठ्यक्रम पूर्ण कर लिया गया, जिससे जनवरी से मार्च तक प्रभावी पुनरावृत्ति संभव हो सकी। इस अवधि में उत्तर सहित प्रश्न बैंक भी छात्रों को अभ्यास हेतु वितरित किया गया।

    इन सभी प्रयासों का परिणाम यह रहा कि दंतेवाड़ा जिले ने न केवल प्रदेश में अपनी स्थिति को ऊँचा किया, बल्कि छात्रों के आत्मविश्वास और शैक्षणिक क्षमताओं में भी जबरदस्त वृद्धि की। अब शिक्षा में बदलाव स्वरूप रामशिला जैसी छात्राएं अब जिले की पहचान बन रही हैं और आने वाली पीढिय़ों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी एस.के.अम्बष्ट, डीएमसी हरीश गौतम प्रमुख रूप से मौजूद थे।


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