दन्तेवाड़ा

ईस्ट कोस्ट रेलवे के डीआरएम ललित बोहरा पहुंचे बचेली, रेल्वे यार्ड का किया निरीक्षण
07-May-2025 9:48 PM
ईस्ट कोस्ट रेलवे के डीआरएम ललित बोहरा पहुंचे बचेली, रेल्वे यार्ड का किया निरीक्षण

पैसेंजर व एक्सप्रेस ट्रेन  को सुचारू रूप से चलाने दिया ज्ञापन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बचेली, 7 मई। बुधवार को पूर्व तटीय रेलवे वॉल्टेयर डिवीजन के डिवीजनल रेल्वे मैनेजर (डीआरएम) ललित बोहरा दंतेवाड़ा जिला के लौह नगरी बचेली पहुंचे। एनएमडीसी गेस्ट हाउस में बचेली परियोजना के अधिशासी निदेशक बी. वेंकटश्वर्लु द्वारा उनका स्वागत किया गया।

 बचेली दौरे के दौरान डीआरएम ने लोडिंग प्लांट में बन रहे रेल्वे यार्ड एवं साथ ही केके रेललाईन के दोहरीकरण कार्य का निरीक्षण भी किया।  इससे पूर्व स्वागत पश्चात एनएमडीसी प्रबंधन के साथ बैठक हुई जिसमे रेल्वे के अधिकारी भी मौजूद रहे। इसके बाद वे परियेाजना के खनन व संयंत्र क्षेत्रो का दौरा किये। इस दौरान एनएमडीसी के उत्पादन महाप्रबंधक पी. रामाययन व रेल्वे के अन्य अधिकारियो की मौजूदगी रही।

 क्षेत्र से रेल्वे को सबसे ज्यादा कमाई, लेकिन आम जनता को लाभ नहीं

पैसेंजर एवं एक्सप्रेस ट्रेन का सुचारू रूप से किंरदुल तक चलाये जाने के संबंध एवं अन्य मांगों को लेकर बचेली के नगर पालिका उपाध्यक्ष सतीश प्रेमचंदानी के द्वारा एक ज्ञापन भी सौंपा गया। इस क्षेत्र में एनएमडीसी की लौह अयस्क की खदानें होने के कारण इनकी ढुलाई से रेल्वे को जोन में सबसे ज्यादा होती है, इसके बावजूद इस क्षेत्र बचेली व किंरदुल के आम नागरिको  के लिए रेल्वे विभाग द्वारा कोई सुविधा नहीं मिलती। 

किरंदुल से विशाखापट्टनम के लिए पैसेंजर एवं एक्सप्रेस ट्रेने संचालित होती है जो कि दक्षिण भारत की तरफ जाने वाले तथा ओडिशा और बंगाल की तरफ जाने वाले यात्रियों के लिए एकमात्र सहारा है। जिसे रेल्वे द्वारा कोई भी बहाना बनाकर किंरदुल तक की सेवा को बंद कर दिया जाता है, फिर ट्रेनें जगदलपुर तक ही आती है और बहुत ज्यादा मेहरबान हुई तो दंतेवाड़ा तक ही ट्रेनों को संचालित किया जाता है। दूसरी तरफ मालगाड़ी लगातार किरदुल और बचेली से माल ढोते रहती है ओर नित्य उत्पादन के नये आयाम छूने में एनएमडीसी की मदद करती है।

  साथ ही पैसेंजर ट्रेन बचेली और किंरदुल के मरीजो के लिए भी जीवनदायनी है, जितने भी मरीजो को रेफर किया जाता है वो रेलमार्ग द्वारा ही विशाखापट्टनम जाना पंसद करते है। इन ट्रेनों  के बंद हो जाने से सबसे ज्यादा नुकसान मरीजों को ही उठाना पड़़ता है । बात करने पर रेल्वे हमेशा सुरक्षा का हवााला देकर ट्रेनों  को बंद किया जाता है जबकि मालगाड़ी के लिए कोई बहाना नहीं है। पहले से ज्यादा तादाद में माल ढोया जा रहा है।

पहले कहा जाता था कि डबल लाईन बिछन के बाद जगदलपर तक आने वाली सारी ट्रेनों को किंरदुल तक बढ़ा दिया जाएगा, मगर हो इसका उल्टा रहा है जो ट्रेने चलती थी उनको भी दंतेवाड़ा में रोका जा रहा है। लाइन एक्सटेंशन के कार्य के साथ स्टेशन और प्लेटफार्म को भी बढ़ाया जा रहा है मगर बिना ट्रेनों के ये स्टेशन और प्लेटफॉर्म किस काम है। उपाध्यक्ष सतीश प्रेमचंदानी ने बचेली एईएन रेल्वे से मंाग की है कि जल्द से जल्द पैसेजर ट्ेनो को तत्काल शुरू किया जाये।इस संबंध में डीआरएम ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही पैसेंजर ट्रेन की पूर्व की तरह संचालित किया जायेगा।

सुरक्षा के कारण बंद है पेसेंजर- रेल्वे सुरक्षा आयुक्त

इससे पूर्व जब दक्षिण पूर्वी सर्किल के सुरक्षा आयुक्त बृजेश मिश्रा पिछले मार्च में बैलाडीला दौरे पर आये थे, तो उन्होंने पैसेजर व एक्सप्रेस ट्रेनों के बंद हाने के संबंध में कहा था कि रेल दोहरीकरण का कार्य चल रहा है, सुरक्षा के मद्देनजर पैसेजंर ट्रेनों को किंरदुल तक नही चलाया जा सकता है।

नगर पालिका किरंदुल के उपाध्यक्ष बबलू सिद्दकी ने डीआरएम को ज्ञापन देकर मांग की है कि किरदुल बचेली की जनता को पूर्व तटीय रेल्वे द्वारा तमाम सुविधाए उपलब्ध कराने एवं अतिक्रमण के नाम पर डराना, धमकाना एवं नोटिस के जरिए प्रताडि़त किया जा रहा है, उसे बंद किया जाये।

गौरतलब है कि किरंदुल में रेल दोहरीकरण के जद में आने वाले क्षेत्र में बसे लोगों को रेल्वे के द्वारा वहां से हटने का नोटिस दिया गया है। जिस पर स्थानीय लोगों का कहना है कि हम पिछले 70 साल से यहां बसे हंै, हम हटने को कहा जा रहा है, हम कहां जाएंगे। इस पर डीआरएम ने कहा कि केन्द्र सरकार के गाइडलाईन के अनुसार नोटिस दिया गया है। इस पर आगे क्या करना है जनता के साथ विचार विमर्श कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। दोहरीकरण कार्य पर उन्होंने कहा कि कार्य प्रगति पर है जल्द पूरा हो जाएगा।


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