बेरोजगारी की दर में कमी
दंतेवाड़ा, 14 मार्च। दंतेवाड़ा में जिला प्रशासन की अभिनव योजना पूना माड़ाकाल दंतेवाड़ा अभियान के अंतर्गत बड़ी संख्या में नव उद्यमियों को आर्थिक रूप से सशक्त किया जा रहा है, जिससे वे स्थाई रोजगार प्राप्त कर सकें। इस दिशा में कलेक्टर दीपक सोनी के मार्गदर्शन में विभिन्न विभागों द्वारा युवाओं को आर्थिक सहायता प्रदन की जा चुकी है, वहीं बड़ी संख्या में आवेदन लिए जा रहे हैं।
आर्थिक दशा को सुधारने के लिए विशेष रूप से कार्य किये जा रहे हंै। ऐसे ही जिले के समस्त विकासखण्ड पर गठित पूना माड़ाकाल सेल के तहत बेरोजगारों को सतत आजीविका उपलब्ध कराया जा रहा है, जिससे वे सामाजिक विकास में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित कर आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा दें।
रोजगार की शुरुआत करने के लिए जहां लोगों के लिए उनका आर्थिक मजबूत न होना एक बड़ी बाधा बनी रहती है, जिसके चलते वे अपने सपने को साकार करने में असमर्थ होते हैं, वहीं जिला प्रशासन द्वारा जिले में पूना माड़ाकाल सेल की स्थापना की गयी है, जिससे तहत इच्छुक हितग्राही जो रोजगार, स्वरोजगार से जुडऩा चाहते हैं, उन्हें उनका पंसदीदा कार्य देकर उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार लाने का प्रयास किया जा रहा है।
अब तक पूना माड़ाकाल सेल के तहत प्राप्त आवेदनों में से 365 आवेदनों का निराकरण किया जा चुका है। जिसके तहत पात्र हितग्राहियों को उनकी मांग अनुसार कार्य जैसे मछली पालन हेतु बीज प्रदाय, सब्जी बीज प्रदाय, डबरी निर्माण, भूमि समतलीकरण, कुआं निर्माण, तालाब निर्माण, तार जाली, बोर खनन, बाड़ी विकास योजना तहत बोर खनन, सोलर पंप, सिलाई मशीन, स्वरोजगार हेतु ऋण प्रदाय, सब्जी दुकान, किराना दुकान, मुर्गी पालन, पशु शेड निर्माण, शामिल हैं। ग्रामीणजन रोजगार प्राप्त कर अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए अपनी मेहनत और लगन से कार्य कर रहे हैं।
जिले के भीतर व्याप्त समस्याओं को दूर करना है। इस सेल का उद्देश्य जिले में रोजगार के अवसर को बढ़ावा देना है, ताकि बढ़ती बेरोजगारी को दूर किया जा सके। ग्रामीण क्षेत्रों में निवास कर रहे लोगों को काम को लेकर कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। इसी समस्या को देखते हुए जिला प्रशासन की पहल से पूना माड़ाकाल सेल की शुरुआत की गई। इससे रोजगार के अवसर प्रदान कर उनको आत्मनिर्भर बनाना है।
जिले के निम्न वर्गीय परिवार को आजीविका से जोडक़र गरीब परिवारों को लाभ पहुंचाना है। इससे जिले के बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किये जा है। इस योजना के अंतर्गत आर्थिक सहायता मिलने से जिले में बेरोजगारी की दर में निश्चित रूप से गिरावट आएगी।