मुख्य सचिव ने सडक़ सुरक्षा पर ली समीक्षा बैठक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 अप्रैल। मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सडक़ सुरक्षा के संबंध में जिलों की समीक्षा बैठक ली। इस दौरान कलेक्टर डोमन सिंह एवं पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा उपस्थित रहे।
मुख्य सचिव जैन ने कहा कि सडक़ सुरक्षा नीति के पुनर्निर्माण तथा सडक़ सुरक्षा कार्ययोजना के लिए विशेष तौर पर कार्य करने की जरूरत है, ताकि सडक़ दुर्घटनाओं को रोका जा सके। भारत शासन के निर्देशानुसार सडक़ सुरक्षा के लिए सभी जिलों में जागरूकता हेतु जिला प्रशासन, पुलिस, परिवहन विभाग, स्वास्थ्य विभाग एवं नगर निगम के समन्वित प्रयास से निरंतर कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, रायगढ़, कोरबा, बलौदाबाजार जैसे जिलों में सडक़ दुर्घटना तथा मृत्यु के आंकड़ों को रोकने किए जा रहे प्रयासों की जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि सडक़ दुर्घटना के वास्तविक कारण की प्रविष्टि होने पर कारणों को दूर किया जा सकेगा। उन्होंने राजनांदगांव जिले में जिला प्रशासन द्वारा 4 हजार नागरिकों को हेलमेट पहनने के लिए शाल एवं श्रीफल देकर सम्मानित करने की पहल की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सडक़ दुर्घटना को रोकने बिहेवियर चेंज के माध्यम से नागरिकों को हेलमेट पहनने की आदत को प्रोत्साहित करें। राजीव युवा मितान क्लब के सदस्यों को भी इससे जोड़ा जा सकता है। उन्होंने सडक़ दुर्घटना को रोकने जिले में कांजी हाऊस में पशुओं को रखने की पहल की सराहना की।
उन्होंने कहा कि सभी जिलों में 108 एवं 112 टोल फ्री नंबर के माध्यम से सेवाएं दी जा रही हैं। सडक़ दुर्घटना के बाद 108 एवं 112 के माध्यम से सडक़ दुर्घटना के बाद त्वरित चिकित्सा सेवा एवं चिकित्सा दी जानी चाहिए। इसके लिए समग्र एवं सकारात्मक प्रयासों की जरूरत है। सडक़ दुर्घटना रोकने किए जाने वाले प्रसास तथा रैंकिंग को बेहतर करने की आवश्यकता है। जिलों में इसके लिए लगातार सडक़ सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम, अतिक्रमण हटाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि हालांकि इन प्रयासों में समय लगेगा, लेकिन इसके परिणाम बेहतर रहेंगे। उन्होंने सडक़ सुरक्षा के क्रियान्वयन, मानिटरिंग, मूल्यांकन के संबंध में चर्चा की। सडक़ दुर्घटना के डेटा संग्रहण, रिकार्डिंग एवं विश्लेषण के संबंध में कहा, ताकि सडक़ दुर्घटना को रोकने के लिए सशक्त कदम उठाया जा सके।
कलेक्टर डोमन सिंह ने बताया कि जिले में सडक़ सुरक्षा जागरूकता एवं यातायात शिक्षा लगातार दी जा रही। सडक़ दुर्घटना को रोकने कांजी हाऊस में पशुओं को रखा जा रहा है। उन्होंने बताया कि मुख्य मार्गों के निर्माण के दौरान आवश्यक सडक़ सुरक्षा बोर्ड लगाए जा रहे है। खड़ी हुई गाडिय़ों में अन्य वाहनों के टकराने को रोकने लिए रिफ्लेक्टर लगाए जा रहे हैं। टर्निंग पाईंट, फुटपाथ, पार्किंग स्थलों एवं अन्य दुर्घटनाजन्य क्षेत्रों में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई लगातार की जा रही है। इन प्रयासों से जिले में सडक़ दुर्घटना में कमी आई है।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में खड़ी हुई गाडिय़ों पर अन्य वाहन के टकराने से दुर्घटना हुई है, जिसे देखते हर गाड़ी में रिफ्लेक्टर लगाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए पार्किंग की व्यवस्था सही होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा गलत तरीके से वाहन चलाने पर चालक पर सख्ती से रोक लगाई जा रही है। नागरिकों को हेलमेट तथा सीट बेल्ट लगाने जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सडक़ों में साईन बोर्ड लगाया गया है। सडक़ सुरक्षा हेतु बैरिकेट्स, ब्रीथ एनालाईजर, हाईवे प्रेट्रोलिंग की व्यवस्था की जा रही है। स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार यातायात के प्रवाह तथा दुर्घटनाजन्य सडक़ों का चिन्हांकन कर इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।