‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 20 दिसंबर। गुरूवार को कलेक्टोरेट स्थित सृजन सभाकक्ष में जिले के नगरीय निकाय चुनाव को आरक्षण तय किये गये इस दौरान कलेक्टर, एसडीएम और निगम आयुक्त समेत जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। सबसे पहले रायगढ़ नगर पालिक निगम के लिये आरक्षण तय किये गये। कुल 48 वार्डों में 24 वार्ड सामान्य, 11 वार्ड ओबीसी 5 वार्ड एसटी और 8 वार्ड एससी वर्ग के लिये आरक्षित किया गया जिनमें सामान्य वर्ग में 7सीटें, ओबीसी वर्ग में 4 सीटें एसटी वर्ग में 2 सीटें और एससी वर्ग में 3 सीटें महिला के लिये आरक्षित किया गया है।
कुल 48 वार्डों में जनसंख्या के अनुसार अनुसूचित जाति के लिये 8 वार्ड आरक्षित किये गये। जिनमें वार्ड क्रं. 4, 11, 29, 31, 33, 36, 37, 38 शामिल हैं। इनमें 29, 31, 37 महिला के लिये आरक्षित बाकी पांच वार्ड एससी मुक्त आरक्षित किये गये। इसी तरह अनुसूचित जनजाति किये लिये पांच वार्ड आरक्षित किये गये इनमें 3, 5, 46 मुक्त और 41 और 47 महिला के लिये आरक्षित किये गये। ओबीसी वर्ग के लिये 11 वार्ड आरक्षित किये गये जिनमें वार्ड क्रं. 1, 8, 14, 17, 18, 22, 23, 27, 39, 42 शामिल हैं। वार्ड क्रं.8, 14,22,, 39, ओबीसी महिला के लिये आरक्षित किये गये।
अंत में जनसंख्या के आधार पर सामान्य वर्ग के लिये 24 वार्ड तय किये गये जिनमें 7 सीटें महिला के लिये आरक्षित की गई। सामान्य मुक्त में 7, 9, 10, 12, 13, 15, 19, 20, 21, 24, 28, 30, 32 , 34, 43, 45, 48 वार्ड शामिल हैं। सामान्य महिला वर्ग में वार्ड क्रं.2, 6, 25, 26, 35, 40, 44 वार्ड हैं। इस तरह कुल 48 वार्डों में 16 वार्ड महिलाओं के लिये आरक्षित हुआ है। वार्ड आरक्षण के बाद अब दोनों ही प्रमुख पार्टियां उन वार्डों के लिये प्रत्याशी के चयन पर माथापच्ची में जुट गई हैं। जहां उनके पार्षद नहीं है या फिर आरक्षण के समीकरण बदलने के बाद उन्हें नये अवसर दिख रहे हैं। कुल मिलाकर आरक्षण से दोनों ही पार्टियों के नेतागण खुश दिखे क्योंकि इससे किसी भी पार्टी को ज्यादा उलट फेर का सामाना नहीं करना पड़ेगा।
इन वार्डों पर छिड़ सकती है वर्चस्व की जंग
भाजपा और कांग्रेस दोनों के ही दिग्गज पार्षदों के लिये इस बार आरक्षण सुकून भरा साबित हुआ। कई दिनों से उन्हें अपने वार्ड के आरक्षण को लेकर जो चिंता सता रही थी वह दूर हुई। कुछ सीटें जो पहले महिला आरक्षित थी वह मुक्त हुई और कुछ सीटें पर गणित थोड़ा डगमगा गया, लेकिन 48 वार्डों के आरक्षण को देखें तो दोनों ही पार्टियों के लिये कोई परेशानी नहीं हुई। वार्ड 39 के भाजपा के पार्षद श्रीनू राव का वार्ड इस बार ओबीसी महिला हो गया है।
इसी तरह भाजपा के सुभाष पांडेय का वार्ड 16 इस बार ओबीसी मुक्त आरक्षित हो चला है। वार्ड नं 21 बेलादुला वार्ड और वार्ड 48 सामान्य मुक्त हुआ है। कयास लगाये जा रहे हैं कि वार्ड 21 और 48 में वर्चस्व की जंग इस बार देखने को मिल सकती है। वहीं वार्ड 22 जो कौशलेश मिश्रा के प्रभुत्व वाली सीट है। इस बार वह ओबीसी महिला आरक्षित हुई है। इसी तरह वार्ड नं. 19 भी सामान्य वर्ग के लिये आरक्षित होने के कारण यहां पार्षद बनने के लिये जोरदार जोर आजमाईश की संभावना दिख रही है। जबकि वार्ड 24 भी इस बार सामान्य मुक्त है। वार्ड 23 ओबीसी मुक्त के लिये आरक्षित है। आसपास की इन सीटों के आरक्षण से इस बार निगम चुनाव दिलचस्प हो जाएगा।