रायगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 15 जुलाई। सावन माह के पहले सोमवार को मंदिरों में श्रद्धालुओं की सुबह से भीड़ उमडऩे लगी। श्रद्धालु भगवान शिव की पूजा अर्चना करने पहुंच रहे थे और बेलपत्र, जल, दूध चढ़ाकर श्रद्धालु मनोकामनाएं मांग रहे थे।
सावन माह का विशेष महत्व होता है। ऐसे में सावन के शुरू होते ही श्रद्धालु भगवान शिव की भक्ति में लीन हो गए हैं। सावन का पहला सोमवार है। सुबह से श्रद्धालु शहर के निकले महादेव मंदिर, गौरीशंकर मंदिर, कोमसनारा बाबा धाम पहुंचने लगे। मंदिरों में ओम नम: शिवाय के जाप गूंज रहे थे, तो श्रद्धालु बेलपत्र और जल चढ़ा कर पूरे विधि विधान के साथ पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
सावन माह को देखते हुए शिव मंदिरों के बाहर पूजन सामाग्री की भी दुकानें सज कर तैयार हो गई थी। दुकानदार बेलपत्र, अगरबत्ती, धतुरे का फूल, माला की बिक्री कर रहे थे और काफी संख्या में श्रद्धालु इसे लेकर मंदिरों में तक पहुंच रहे हैं।
सुमन कंकरवाल ने बताया कि पहला सावन का सोमवार है और श्रद्धालु भगवान शिव की अराधना करते हैं। कई श्रद्धालु उपवास रखते हैं और जल चढ़ाते हैं। मंदिरों में काफी भीड़-भाड़ होती है और सावन में सोमवार का विशेष महत्व होता है।
गौरीशंकर मंदिर के पुजारी स्वामी शर्मा ने बताया कि सावन का महिना में हर दिन पूजा करने का महत्व है, लेकिन सोमवार को ज्यादा महत्व रहता है। हिंदू पुराण में माना जाता है कि भगवान शिव की सोमवार को पूजा करने से ज्यादा फलदायक होता है। सुबह से गौरीशंकर मंदिर का कपाट खुल गया। सावन में श्रद्धालु पूजा अर्चना कर भगवान शिव को प्रसन्न करते हैं।