कई जोखिम वाले प्रसव भी सफलतापूर्वक कराए गए
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 28अक्टूबर। कलेक्टर रजत बंसल के प्रयास से जिला अस्पताल बलौदा बाजार में प्रसव संबंधी सुविधाओं में कई प्रकार की वृद्धि के सुखद परिणाम अब दिखाई देने लगे हैं। इसी कड़ी में पिछले एक माह में जिला अस्पताल में सफलता पूर्वक कुल 170 प्रसव कराए गए है।
इस संबंध में जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार अवस्थी ने बताया कि, अस्पताल में पिछले में एक माह में जो 170 प्रसव कराएं गए हैं उनमें से 35 सिजेरियन हुए हैं। वर्तमान में अस्पताल में प्लान किए हुए सिजेरियन प्रसव की सुविधा उपलब्ध है जिसके लिए कुशल चिकित्सक सहित पूरी व्यवस्था है।
प्रसव में 103 ऐसे केस थे जिन्हें जोखिम की श्रेणी में माना जाता है। जोखिम की श्रेणी में प्री एक्लेम्प्सिया, शुगर, पूर्व सिजेरियन, एनीमिया, सीवियर ओलिगो अर्थात थैली का पानी सूख जाने जैसे मामले आते हैं। अस्पताल में एनीमिया की 11 महिलाओं को ब्लड ट्रांसफ्यूजन द्वारा रक्त दिया गया और सफल प्रसव भी हुआ वह सभी वर्तमान में स्वस्थ हैं। डिलीवरी के पश्चात बच्चे में किसी जटिलता की स्थिति में एक स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) भी अस्पताल में बनाया गया है। जो चौबीस घन्टे सातो दिन खुला रहता है। सुरक्षित और सफल प्रसव हेतु प्रशिक्षित और वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. अनीता वर्मा और डॉ. शशि जायसवाल सहित अन्य नर्सेस अपनी सेवा देते हैं।
अस्पताल में प्रसव की सुविधा लिए विकास धु्रव की पत्नी में सीवियर ओलिगो अर्थात पानी सूख जाने की स्थिति थी। जिसें सफलता पूर्वक प्रसव कराया गया। इसी प्रकार विष्णु यादव की पत्नी का हीमोग्लोबिन 6 ग्राम था। महिला को ब्लड ट्रांसफ्यूजन द्वारा रक्त दिया गया जिसका सामान्य प्रसव अस्पताल में कराया गया।
दोनों ही ग्राम वासियों ने बताया की अस्पताल में सहयोगपूर्ण वातावरण में समस्त कार्य अच्छे से हुए किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुए और जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एम पी महिस्वर के अनुसार अस्पताल में प्रसव करवाना शासन की संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने की नीति का हिस्सा है। इसके माध्यम से प्रसव के खतरे कम किऐ जाते हैं जिससे मां और शिशु मृत्यु दर कम किए जा सकते है।
शासन की जननी सुरक्षा योजना अंतर्गत संस्थागत प्रसव कराने पर ग्रामीण क्षेत्रों के हितग्राही को 14 सौ एवं शहरी क्षेत्र की हितग्राही को एक हज़ार रुपए की प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की जाती है। इसके साथ ही अस्पताल से आवश्यक दवाइयां भी नि:शुल्क मिलती हैं और भर्ती के दौरान भोजन की व्यवस्था होती है। जिला अस्पताल में प्रशिक्षित नर्सेस कुमुदनी वर्मा, उमा, राकेश, आभा खान, श्यामा भारती, हेमलता राठिया, बबली साहू, सविता सूर्यवंशी, भारती यादव और ज्योत्सना जगजीवन भी अपनी सेवा देती है।