‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 19 जनवरी। नेत्रदान को महादान कहे जाने वाली बात से प्रेरित होकर भखारा निवासी जैन दंपति ने मृत्युपरान्त नेत्रदान करने का संकल्प लेकर नेत्रदान संबंधी फॉर्म भरकर भखारा भठेली के सामुदायिक हॉस्पिटल में जमा करा दिया है।
रक्तदान, जनजागरण, निर्धन कन्या विवाह, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, स्वरोजगार मार्गदर्शन, यातायात अवेयरनेस, यूथ एपावरमेंट जैसे क्षेत्रों में ये कार्य करने वाले भखारा के हरख जैन एवं ज्योति जैन ने अब नेत्रदान कर मानवता के प्रति अपनी संवेदना जताई है।
वरिष्ठ नेत्रदान चिकित्सक जेएस खालसा, डॉ. राजेश सूर्यवंशी, डॉ. यूएस. नवरत्न, डॉ. गुरुशरण साहू की पहल पर लिए गए इस फैसले के संबंध में जैन दंपति ने बताया कि नेत्रदान एक ऐसा माध्यम है, जिसके तहत हम अपनी आंखें दान करके, किसी नेत्रहीन व्यक्ति के जीवन में रोशनी ला सकते हैं।
नेत्रदान के ज़रिए व्यक्ति मृत्यु के बाद भी दूसरों की दृष्टि में जीवित रह सकता है। जैन दम्पति के इस फैसले का स्वागत करते हुए रेडक्रॉस समिति, लायन्स क्लब, सार्थक विशेष बच्चों की संस्था, शासकीय महाविद्यालय परिवार, प्रजापिता ब्रम्हकुमारी ईश्वरीय संस्थान, गायत्री परिवार भारतीय जैन संगठन ने साधुवाद ज्ञापित किया है।
इस अवसर पर डॉ. गौरव बंगानी, डॉ नीतू बिरहा, चित्रेश साहू, डीलेश दादर, एमएल साहू, हितेंद्र नेताम, भुनेश्वर साहू, शेखर मैत्रेय, जानकी साहू, भुनेश्वरी साहू, हेमलता सहारे, मीनाक्षी ध्रुव, कामिनी साहू, रूपेश्वरी चंदेल, तोशिका जैन हर्ष जैन आदि उपस्थित थे।