कोंडागांव, 25 नवंबर। उच्च न्यायालय बिलासपुर के निर्देश पर कोण्डागांव जिला न्यायालय के कर्मचारियों और जिला एवं तालुका न्यायालयों के अधिवक्ताओं के लिए कंप्यूटर कौशल संवर्धन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह एक दिवसीय प्रशिक्षण जिला कलेक्ट्रेट के सभा कक्ष में संपन्न हुआ, जिसमें जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तरा कुमार कश्यप, अपर सत्र न्यायाधीश विक्रम प्रताप चंद्रा, विशेष न्यायाधीश पॉक्सो कमलेश कुमार जुर्री और केशकाल मजिस्ट्रेट अंजली पांडे उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तरा कुमार कश्यप ने कहा कि डिजिटल युग में न्यायिक प्रक्रिया को अधिक कुशल और पारदर्शी बनाने के लिए कंप्यूटर कौशल का होना अनिवार्य है।
अपर सत्र न्यायाधीश विक्रम प्रताप चंद्रा और विशेष न्यायाधीश पॉक्सो कमलेश कुमार जुर्री ने अधिवक्ताओं और कर्मचारियों को ई-फाइलिंग, ऑनलाइन केस मैनेजमेंट और डिजिटल दस्तावेज प्रबंधन की जानकारी देने की आवश्यकता पर जोर दिया।
प्रशिक्षण के दौरान ई-फाइलिंग और डिजिटल दस्तावेज प्रबंधन की प्रक्रिया, न्यायिक प्रक्रियाओं में कंप्यूटर का उपयोग, ऑनलाइन केस ट्रैकिंग, डिजिटल रिकॉर्ड संधारण और साइबर सुरक्षा जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। कार्यक्रम का उद्देश्य न्यायालय के कामकाज में तकनीकी दक्षता को बढ़ावा देना और कर्मचारियों एवं अधिवक्ताओं को डिजिटल युग की चुनौतियों के लिए तैयार करना था।
अधिवक्ताओं और कर्मचारियों ने प्रशिक्षण में उत्साहपूर्वक भाग लिया और इसे न्यायालय प्रक्रिया को सुदृढ़ और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक सकारात्मक पहल बताया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में न्यायालय प्रशासन और संबंधित विभागों का योगदान सराहनीय रहा। यह प्रशिक्षण न्यायिक प्रक्रिया को डिजिटल युग में और प्रभावी बनाने में मददगार साबित होगा।