‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 25 अगस्त। चर्च ऑफ गॉड वल्र्ड मिशन सोसाइटी के द्वारा पिछले महीने बैकुंठपुर, सीतापुर और कांसाबेल में कुल तीन बार ‘फसह के प्रेम के द्वारा जीवन देने के लिए विश्व रक्तदान ड्राइव’ आयोजित किए गए थे। इस महीने की 25 अगस्त को सरगुजा के केंद्र अंबिकापुर में रक्तदान कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस अभियान में चर्च के सदस्यों, उनके परिवारों और पड़ोसियों सहित लगभग 100 लोगों ने भाग लिया। पड़ोसियों के प्रति अच्छे प्रेम का अभ्यास करने का जुलूस स्थानीय समुदाय के लिए एक उदाहरण बन गया है।
चर्च ऑफ गॉड के एक अधिकारी ने कहा कि जिन रोगियों को रक्त-आधान प्राप्त करने की आवश्यकता होती है, उनके जीवन को बचाने का एकमात्र तरीका रक्तदान है। लेकिन इसे कृत्रिम रूप से नहीं बनाया जा सकता और इसका कोई विकल्प नहीं है और रक्त को लंबे समय तक संग्रहीत नहीं किया जा सकता। चूंकि लगातार रक्तदान की आवश्यकता होती है, इसलिए चर्च के सदस्य एक बार फिर अपने पड़ोसियों की मदद के लिए एक साथ आए।
रविवार को सुबह से ही राजमाता श्रीमती देवेंद्र कुमारी सिंहदेव शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय संबद्ध चिकित्सालय रक्तदान रिले के कारण ऊर्जा से भर गया। युवाओं से लेकर वरिष्ठ नागरिकों तक, विभिन्न आयु वर्ग के प्रतिभागियों ने साक्षात्कार से लेकर रक्त संग्रह तक की पूरी प्रक्रिया को व्यवस्थित तरीके से पूरा किया। रक्त सेंटर ने प्रतिभागियों के लिए पेय और फल जैसे स्नैक्स तैयार करके रक्तदान रिले में सक्रिय रूप से भाग लिया। 67 लोगों ने रक्तदान करने के लिए अपना जांच करवाया। 44 लोगों का सफलतापूर्वक रक्त एकत्र किया गया और 11,650 मिलीलीटर स्वस्थ रक्त दान किया गया।
इस अवसर पर अंबिकापुर के महापौर, डॉ. अजय तिर्की ने रक्तदान के महत्व पर जोर दिया और स्वयंसेवकों को धन्यवाद देते हुए कहा।कि वल्र्ड मिशन सोसाइटी चर्च ऑफ़ गॉड अंबिकापुर सरगुजा के सदस्यों ने पिछले साल भी 50 यूनिट का ब्लड डोनेशन किया था। ब्लड डोनेशन एक जीवन बचाने का कार्य है। इस साल भी आज वल्र्ड मिशन सोसाइटी चर्च आफ गॉड के सदस्य ब्लड डोनेशन में भाग ले रहे हैं। उनके इस कार्य के लिए मैं उनकी सराहना करता हूं और उनके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं।
डीन डॉ. रामनेश मूर्ति ने कहा कि वर्ल्ड मिशन सोसाइटी चर्च ऑफ गॉड एक ऐसी संस्था है जिनके सदस्यों का सामाजिक और स्वयंसेवक कार्य विश्व स्तर पर अग्रणी रहता है। आज अंबिकापुर सरगुजा जिले में राजमाता श्रीमती देवेंद्र कुमारी सिंह देव शासकीय अस्पताल में 1542वां ब्लड डोनेशन ड्राइव वल्र्ड मिशन सोसाइटी चर्च ऑफ़ गॉड के सदस्यों के द्वारा ब्लड डोनेशन किया जा रहा है। इनका यह कार्य अनोखा और अनुकरणीय है। अस्पताल में अक्सर ब्लड की अत्यंत आवश्यकता रहती है। एक्सीडेंट और अलग-अलग बीमारियों के मरीजों को ब्लड की अत्यंत आवश्यकता रहती है जो समय पर उपलब्ध नहीं हो पाता है। ऐसे ही ब्लड डोनेशन के द्वारा उनके जीवन को बचाया जा सकता है।
सिविल सर्जन डॉ. जे. के. रेलवानी ने कहा कि फसह के प्रेम के द्वारा जीवन देने के लिए 1542वीं विश्व रक्तदान ड्राइव में शामिल हुए इन सदस्यों की मैं प्रशंसा करता हूं। ब्लड डोनेशन करना एक जीवन बचाने का एक विशेष कार्य है क्योंकि रक्त खरीदा नहीं जा सकता है, कहीं और से इसे तैयार नहीं किया जा सकता है। इसका एकमात्र स्रोत मानव शरीर है क्योंकि रक्त सिर्फ मानव शरीर में ही बनता है। ब्लड डोनेशन के द्वारा ही इसे संचित किया जाता है। ब्लड ट्रांसफ्यूजन में इसकी अत्यंत आवश्यकता होती है। कई बार जरूरतमंद व्यक्ति को ब्लड मिल नहीं पाता। बड़े पैमाने में सच में यहां मूल्यवान कार्य है।