‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 2 अगस्त। मंगलवार को बालोद जिले के ग्राम दरबारी नवागांव के ग्रामीणों ने गांव में बिक रहे अवैध शराब को बंद कराने प्रशासन से मांग की है। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव के 28 वर्षीय जितेन्द्र कुमार के आत्महत्या का कारण यही अवैध शराब है। ज्यादा शराब सेवन करने के कारण उसकी स्थिति खराब हुई है।
ग्रामीणों ने बताया कि शाम होते ही बालोद जिला मुख्यालय से अवैध शराब की खरीदी कर पूछिए लोग गांव में शराब बेचते हैं, बार-बार मना करने के बाद भी किसी तरह का कोई सुधार देखने को नहीं मिला है।
महिलाओं का घर से निकलना मुश्किल
ग्रामीणों ने बताया कि बहू बेटियों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है शाम होते ही गांव का माहौल पूरी तरह खराब हो जाता है लगभग 300 की संख्या में ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचे और अवैध शराब की बिक्री बंद करने की मांग प्रशासन से की।
ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस प्रशासन को हम मामले से अवगत कराते हैं पुलिस कार्रवाई भी करती है परंतु अवैध शराब बेचने वालों के हौसले इतने बुलंद है कि वह फिर से अपना काम धाम शुरू कर देते हैं ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि आखिर इन अवैध शराब माफियाओं को किसका शय प्राप्त है।
गांव से करेंगे बहिष्कृत
ग्रामीणों ने बताया कि शासन प्रशासन से हम गुहार लगाकर थक गए हैं अवैध शराब गांव में आसानी से मिल जाता है इसलिए पीने वालों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी हो रही है ग्रामीणों ने कहा यदि इस बार कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती है तो ग्रामीण स्तर पर हम बैठक कर के सभी अवैध शराब माफियाओं को गांव में रहने नहीं देंगे और उन्हें गांव से बहिष्कृत कर देंगे तभी हमारा गांव शांत हो पाएगा आपको बता दें कि आज प्रत्येक परिवार से एक एक महिला पुरुष अपना काम बंद कर कलेक्टर से शिकायत करने पहुंचे हुए थे।