रायपुर

बेटे की नौकरी लगवाने मां ने लिया था लोन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 सितंबर। सरकारी नौकरियों में विभाग और बिचौलिया के बीच बड़ा खेल चल रहा है। बेरोजगार युवाओं को इन विभागों में नौकरी लगाने और कर्मचारियों को मनचाही जगहों पर ट्रांसफर कराने के एवज में मोटी रकम का सौदा हो जाता है। इसकी भनक तक किसी को भी नहीं। विभागों में नौकरी लगाने से लेकर ट्रांसफर को पूरा खेल बिचौलियों के हाथों में, बेरोजगार युवा भी सरकारी नौकरी की चाह में इनके चंगुल फंस जाते है।
ऐसा एक मामला राजेंद्र नगर पुलिस ने दर्ज किया है। जहां कोर्ट में भृत्य में पद पर नौकरी लगावाने और अन्य लोगों से ट्रंसफर कराने के नाम पर 60 लाख 59 हजार रूपए की ठगी हो गई। केशव प्रसाद बंजारे ने बिलासपुर में अपनी राजनीतिक पहुंच बताकर लोगों से ठगी की।
संदीप कुमार बंजारे ने पुलिस को बताया कि वह ग्राम कोदवा थाना पलारी जिला बलौदा बाजार में रहता है। महावीर नगर में संदीप के मामा सतीश कुमार सोनकेंवरे का घर हैं। जहां उसके मामी की सहेली में बताया कि केशव प्रसाद बंजारे पड़ोस में ही रहता है। उसने अपना ट्रंासफर कराने केशव प्रसाद को ड़ेढ़ दिए थे। और नौकरी लगवाने की बात कर मीना बंजारे ने केशव प्रसाद से मुलाकात कराई।
केशव प्रसाद ने अपनी राजनीतिक पहुंच बताकर संदीप को जिला न्यायालय मुंगेली में चपरासी के पद पर नौकरी बात कर बदले में सात लाख रूपये एडवांस देने की मांग की। सप्ताह भर बाद केशव बंजारे महावीर नगर स्थित घर में आकर नवंबर 2022 में महानदी भवन नवा रायपुर अटल नगर के द्वारा वीकेंसी लेटर की कापी दिखाकर भरोसा दिलाया। और एक माह के भीतर नौकरी लगाने का झांसा देकर 7,00,000 रूपए ले लिए । महीने भर बाद जब नियुक्ति पत्र नहीं आने पर केशव प्रसाद बंजारे को फोन करने पर टालमटोल करने लगा। बाद में जानकारी हुई कि केशव प्रसाद बंजारे मीना बंजारे से पैसा लेकर काम नहीं कराया। तथा गणेश राम साय से 9 लाख, चुम्मन साहू से1,89,000 रूपए, अनिल लहरे से 85,000, डेविश ढीढी से 2,75,000 इस प्रकार 18 लोगों से कुल 60,59,000 रूपए लेकर नौकरी लगवाने और ट्र्रांसफर कराने के नाम पर ठगी की। संदीप और अन्य ने राजेंद्र नगर थाना जाकर केशव प्रसाद के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने केशव प्रसाद बंजारे के खिलाफ 420 का अपराध दर्ज किया है। लोगों से पूछताछ कर पतासाजी की जा रही है।