बिलासपुर
आदिवासी समाज के संघर्ष, गौरव और योगदान को किया गया नमन
छत्तीसगढ़' संवाददाता
बिलासपुर, 20 दिसंबर। छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर नारायण सिंह के 168वें स्मृति दिवस के अवसर पर आदिवासी समाज के इतिहास, संघर्ष और जनकल्याणकारी परंपराओं को याद करते हुए श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम आदिवासी छात्रावास परिवार, जरहाभाठा द्वारा आयोजित किया गया, जिसमें विधायक अमर अग्रवाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक अग्रवाल ने कहा कि वीर नारायण सिंह ने अपने जीवन को आदिवासी और वंचित समाज के हितों के लिए समर्पित कर दिया। अकाल के कठिन दौर में जरूरतमंदों तक अन्न पहुंचाने का उनका साहसिक प्रयास आज भी सामाजिक जिम्मेदारी और मानवीय संवेदना की मिसाल है। उन्होंने कहा कि वीर नारायण सिंह का जीवन संघर्ष, त्याग और जनसेवा का प्रतीक है, जिससे नई पीढ़ी को प्रेरणा लेनी चाहिए।
विधायक ने कहा कि आदिवासी समाज के समग्र विकास के बिना राज्य की प्रगति संभव नहीं है। शिक्षा, आवास और स्वावलंबन के माध्यम से आदिवासी युवाओं को सशक्त बनाना सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने इस दिशा में छात्रावासों और शैक्षणिक संस्थानों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया और बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने की आवश्यकता पर जोर दिया।
कार्यक्रम के दौरान विधायक अग्रवाल ने आदिवासी छात्र-छात्राओं से संवाद किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने युवाओं से महापुरुषों के आदर्शों को अपनाकर समाज और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया।
इस अवसर पर छात्रावास परिवार के पदाधिकारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।


