बिलासपुर
चेन गार्ड एप से 36 लाख, बिटक्वाइन निवेश के नाम पर 2 लाख से अधिक व जूड़ी-बूटी के कारोबार में 18 लाख का चूना लगा
बिलासपुर, 26 सितंबर। ऑनलाइन निवेश और साझेदारी के नाम पर ठगी के कई मामले लगातार सामने आ रहे हैं। ताजा घटनाओं में आईटी प्रोफेशनल से 36 लाख, बिटकॉइन निवेश के नाम पर 2.19 लाख और जड़ी-बूटी कारोबार में 18 लाख की ठगी का खुलासा हुआ है। पुलिस ने सभी मामलों में अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सिविल लाइन थाना क्षेत्र में आईटी कंपनी में कार्यरत जितेंद्र शर्मा से ‘एंजल चेन गार्ड एप’ के माध्यम से 36 लाख की ठगी हुई। पीड़ित ने बताया कि पुणे की रहने वाली एक महिला सानिका गोखले ने डीमैट अकाउंट और शेयर ट्रेडिंग में निवेश का लालच दिया। आरोपी ने खुद को एंजल वन कंपनी से जुड़ा बताकर दस्तावेज भी दिखाए। शुरुआती लाभ दिखाकर और अधिक रकम जमा कराई गई, लेकिन जब पीड़ित ने पैसे निकालने चाहे तो 15% ब्रोकरेज और 22% टैक्स के नाम पर अतिरिक्त रकम मांगी गई। संदेह होने पर जितेंद्र ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मोबाइल नंबर धारकों के खिलाफ आईटी एक्ट की धारा 66 और बीएनएस की धारा 3(5), 318(4) के तहत अपराध दर्ज किया है।
इसी थाना क्षेत्र में गौरांग मिश्रा नामक युवक से बिटकॉइन निवेश का झांसा देकर 2 लाख 19 हजार रुपए की ठगी की गई। गौरांग ने बताया कि वेबसाइट पर निवेश विज्ञापन देखने के बाद उसकी बातचीत हरमन राम नामक व्यक्ति से हुई। उसने पहले 91 हजार और फिर 1.28 लाख रुपए अतिरिक्त रकम जमा कराई, लेकिन न तो रकम वापस हुई और न ही कोई लाभ मिला। आरोपी ने बाद में फोन उठाना भी बंद कर दिया। पुलिस ने हरमन राम के खिलाफ धारा 318(4) बीएनएस और 66डी आईटी एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया है।
रतनपुर थाना क्षेत्र में नूतन तंबोली और उनके भाई आर्यन तंबोली से वनौषधि कारोबार में साझेदारी का लालच देकर अताउल मुस्तफा और रजाउल मुस्तफा ने 18 लाख रुपए से अधिक की ठगी की। मार्च 2023 से मार्च 2024 तक नकद और बैंक खातों के जरिए राशि ली गई। न तो मुनाफा दिया गया और न ही मूलधन लौटाया गया। पुलिस ने दोनों भाइयों पर आईपीसी की धारा 34 और 420 के तहत अपराध दर्ज किया है।
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि ऑनलाइन निवेश से पहले पूरी तरह जांच-पड़ताल कर ही कदम उठाएं।


