बिलासपुर

राष्ट्र को ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनाने के लिए एसईसीएल समर्पित- दुहन
16-Aug-2025 4:21 PM
 राष्ट्र को ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनाने के लिए एसईसीएल समर्पित- दुहन

मुख्यालय में सीएमडी ने किया ध्वजारोहण

'छत्तीसगढ़' संवाददाता 

बिलासपुर, 16 अगस्त। एसईसीएल में 79वां स्वतंत्रता दिवस वसंत विहार खेल मैदान में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। मुख्य समारोह में अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक हरीश दुहन ने ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि एसईसीएल राष्ट्र की ऊर्जा सुरक्षा और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए पूरी तरह समर्पित है। उन्होंने बताया कि गेवरा खदान एशिया की सबसे बड़ी और विश्व की दूसरी सबसे बड़ी खदान है, जो संगठन की तकनीकी क्षमता और कार्यकुशलता का प्रमाण है।

दुहन ने कहा कि एसईसीएल ‘सस्टेनेबल माईनिंग’ की दिशा में ठोस कदम बढ़ा रहा है। कोयला मंत्रालय और कोल इंडिया के विजन के अनुरूप अंडरग्राउंड उत्पादन बढ़ाने के लिए ‘मास प्रोडक्शन टेक्नॉलाजी’ को अपनाया गया है। रेल लॉजिस्टिक्स विकास में भी कंपनी अग्रणी भूमिका निभा रही है। पर्यावरण संरक्षण के लिए अब तक तीन करोड़ से अधिक पौधे लगाए गए हैं और मियावाकी तकनीक से घने जंगल विकसित किए जा रहे हैं। ग्रीन एनर्जी की दिशा में 40 मेगावाट सौर ऊर्जा स्थापित की जा चुकी है, जिसे 2030 तक 700 मेगावाट तक ले जाने का लक्ष्य है।

उन्होंने बताया कि सीएसआर योजनाओं के अंतर्गत ‘एसईसीएल की धड़कन’ से अब तक 139 से अधिक बच्चों की हृदय शल्यक्रिया कराई गई है। ‘सुश्रुत’ योजना से 40 में से 31 छात्रों ने इस वर्ष नीट परीक्षा में सफलता पाई। महिलाओं के सशक्तिकरण में भी एसईसीएल अग्रणी है। हाल ही में कोल इंडिया की पहली पूर्ण महिला-संचालित डिस्पेंसरी शुरू की गई है।

इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम, परेड एवं पुरस्कार वितरण भी हुआ। समारोह में निदेशकगण, अधिकारी-कर्मचारी, श्रम संघ प्रतिनिधि, उनके परिवार के सदस्य  और स्कूली बच्चे बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

 

 


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