बिलासपुर

जिले में अब तक की बारिश औसत से 90 मिलीमीटर अधिक
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बिलासपुर, 12 जुलाई। गर्मी और पानी की किल्लत को देखते हुए बिलासपुर जिले में तीन महीने पहले नलकूप खनन पर लगाई गई रोक अब हटा ली गई है। कलेक्टर और जिला दंडाधिकारी ने इस संबंध में 8 जुलाई को आदेश जारी कर दिया।
गौरतलब है कि अप्रैल में तेज गर्मी और गिरते भूजल स्तर के चलते प्रशासन ने जिले को जलाभाव क्षेत्र घोषित कर दिया था और पेयजल परीक्षण अधिनियम 1986 की धारा 3 के तहत नलकूप खनन पर तुरंत रोक लगा दी गई थी। लेकिन इस बीच मानसून ने राहत दी और जिले में अच्छी बारिश हुई है।
अब हालात यह हैं कि खेतों में मोटर पंपों से सिंचाई की जरूरत लगभग खत्म हो गई है और भूजल स्तर में गिरावट नहीं दिख रही है। ऐसे में प्रशासन ने नलकूप खनन पर लगी पाबंदी हटाने का फैसला लिया।
जानकारी के मुताबिक बिलासपुर जिले में अब तक औसत 379.3 मिमी बारिश हो चुकी है, जो पिछले 10 साल के औसत 289.2 मिमी से करीब 90 मिमी ज्यादा है। सबसे ज्यादा बारिश बेलगहना तहसील में 609.6 मिमी दर्ज हुई है, जबकि सबसे कम बारिश बोदरी में 259.4 मिमी रिकॉर्ड की गई है।
अन्य तहसीलों में बिल्हा में 340.5 मिमी, मस्तूरी में 356.5 मिमी, तखतपुर में 310.4 मिमी, कोटा में 294.4 मिमी, सीपत में 386.8 मिमी, बेलतरा में 336 मिमी, रतनपुर में 417.5 मिमी, सकरी में 416.6 मिमी और पचपेड़ी में 330.8 मिमी बारिश हुई है।
जिले की औसत वार्षिक बारिश करीब 1202 मिमी मानी जाती है।