बिलासपुर

'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बिलासपुर, 9 जुलाई। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के विद्युत विभाग ने अपने लोको शेड पर्यवेक्षकों के ज्ञान बढ़ाने और कामकाज को और बेहतर बनाने के लिए एनआईटी रायपुर में 10 दिन का ट्रेनिंग प्रोग्राम रखा। ट्रेनिंग 23 जून से 4 जुलाई 2025 तक चली।
इसकी पहल रेलवे के महाप्रबंधक तरुण प्रकाश के मार्गदर्शन में हुई, जिनका खास जोर पर्यवेक्षकों के कौशल बढ़ाने पर रहा, ताकि लोकोमोटिव के प्रदर्शन में सुधार हो सके। इस ट्रेनिंग का पूरा कोर्स प्रधान मुख्य विद्युत इंजीनियर ने तैयार किया था।
ट्रेनिंग में बिजली से जुड़ी कई अहम बातें सिखाई गईं – जैसे विद्युत अभियांत्रिकी के मूल सिद्धांत, मापन उपकरण, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स, विद्युत मशीनें, मोटर ड्राइव्स, इलेक्ट्रिक ब्रेकिंग सिस्टम और आधुनिक संचार तकनीक। इसके अलावा प्रैक्टिकल सेशन भी रखे गए, जिसमें बिजली के सर्किट की कार्यप्रणाली, ब्रेकिंग टेक्निक, ट्रांसफार्मर ऑयल टेस्टिंग और धातु विश्लेषण जैसे टॉपिक शामिल थे।
इस मौके पर रेलवे के अधिकारियों ने एनआईटी रायपुर के शिक्षकों और ट्रेनिंग में शामिल स्टाफ से बातचीत भी की और उद्योगों से तालमेल बैठाकर काम करने पर जोर दिया। साथ ही ट्रेनिंग के अच्छे नतीजों की भी तारीफ की गई।
रेलवे ने बताया कि ऐसा ही अगला ट्रेनिंग प्रोग्राम जुलाई के तीसरे हफ्ते में आईआईटी भिलाई में होगा। इसके अलावा, तकनीशियनों के लिए भी अलग से ट्रेनिंग रखने की तैयारी है, जिससे हर स्तर पर स्टाफ का कौशल बढ़ाया जा सके।