बिलासपुर
'छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 19 जून। हाई कोर्ट के पीछे ग्राम छतौना में बन रही इंदू इमेजिका कॉलोनी में मंगलवार शाम निर्माणाधीन मकान की छत पर काम कर रहे दो भाई रविंद्र मरकाम और शिवेंद्र मरकाम 11 केवी की बिजली लाइन की चपेट में आ गए। करंट का झटका लगते ही दोनों करीब 25 फीट ऊंची छत से जमीन पर गिर पड़े और गंभीर रूप से घायल हो गए।
शाम लगभग 5 बजे दोनों भाई मकान की छत पर सरिया का काम कर रहे थे। छत से बिल्कुल सटे 11 केवी के तार गुजर रहे थे। रविंद्र का हाथ तार से छू गया; तेज करंट लगते ही वह चीख पड़ा। भाई को बचाने के लिए शिवेंद्र दौड़ा और उसे खींचने की कोशिश की, मगर वह भी करंट की पकड़ में आ गया। जोरदार झटके से दोनों नीचे आ गिरे।
मजदूरों का कहना है कि मौके पर सेफ्टी बेल्ट, ग्लव्स या हेलमेट जैसी कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी। ठेकेदार ने ऊंचाई पर काम के बावजूद कोई बचाव उपाय मुहैया नहीं कराया था। पता चला है कि हाई वोल्टेज लाइन के नजदीक काम लेने करने के बावजूद बिजली विभाग को न सूचित किया गया था और न ही अनुमति ली गई थी।
अन्य मजदूरों ने फौरन 112 पर कॉल कर सूचना दी। चकरभाठा पुलिस मौके पर पहुंची और एंबुलेंस से दोनों भाइयों को सिम्स अस्पताल भेजा। डॉक्टरों के मुताबिक दोनों का शरीर बुरी तरह झुलसा है; सिर और हाथ‑पांव में भी चोटें आई हैं।
मकान मालिक शंकर लोकवानी, जो ‘महामाया ट्रैक्टर‑ट्राली’ के संचालक हैं, पर बिना पर्याप्त सुरक्षा के मजदूरों से काम कराने का आरोप है। चकरभाठा पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। विद्युत विभाग को भी सूचना दी गई है।


