बिलासपुर
बिलासपुर ननि का विस्तार होने के बाद मेयर पद पर पहली बार प्रत्यक्ष चुनाव, चार विधानसभा क्षेत्र के मतदाता डालेंगे वोट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 27 जनवरी। बिलासपुर नगर निगम के मेयर पद के चुनाव में भाजपा की पूजा विधानी और कांग्रेस के प्रमोद नायक आमने-सामने हैं। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने रायपुर में प्रमोद नायक के नाम की कल घोषणा की। भाजपा ने पहले ही पूजा विधानी को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया था।
भाजपा प्रत्याशी का चयन बिलासपुर विधायक और पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल की पसंद पर हुआ, वहीं कांग्रेस उम्मीदवार का चयन पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सहमति से हुआ है। ऐसे में यह चुनाव दोनों दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है।
इस बार महापौर का चुनाव सीधे वोटरों द्वारा किया जाएगा। पिछली बार पार्षदों के माध्यम से महापौर चुना गया था, तब कांग्रेस की प्रदेश में सरकार बन चुकी थी। कांग्रेस के पास अधिक पार्षद थे और रामशरण यादव को बिना किसी दिक्कत के निर्विरोध चुन लिया गया। था। पार्षदों के बीच तोड़-फोड़ की आशंका के चलते भाजपा ने अपना कोई उम्मीदवार ही खड़ा नहीं किया। इस बार नेता प्रतिपक्ष अशोक विधानी की पत्नी पूजा विधानी को भाजपा ने उम्मीदवार घोषित किया है। उनका नाम अमर अग्रवाल की सहमति से तय किया गया है। अशोक विधानी और पूजा विधानी अपने क्षेत्र से लगातार बारी-बारी पार्षद चुनाव लडक़र जीतते रहे हैं। पूजा विधानी प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा सहित संगठन के कई महत्वपूर्ण पदों पर भी काम कर चुकी हैं। बिलासपुर महापौर सीट अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित है। इसमें महिला पुरुष का बंधन नहीं है। भाजपा ने पिछड़ा वर्ग से आए अनेक पुरुष दावेदारों को किनारे कर महिला प्रत्याशी घोषित किया है। इसके पीछे दो कारण बताए जा रहे हैं, एक तो विधायक अमर अग्रवाल ने अपने सर्वाधिक पुराने विश्वस्तों में से एक के नाम की सिफारिश की, दूसरी ओर महतारी वंदन योजना से महिलाओं को मिले लाभ को वोटों में तब्दील करने का प्रयास। इस बार बिलासपुर नगर-निगम का दायरा बढ़ चुका है, जिसमें तखतपुर, बेलतरा और बिल्हा के भी कस्बे और गांव शामिल किए जा चुके हैं। इन चारों सीटों पर ही इस समय भाजपा के विधायक हैं। तखतपुर से धर्मजीत सिंह ठाकुर, बेलतरा से सुशांत शुक्ला व बिल्हा से धरमलाल कौशिक पर भी जीत का दारोमदार रहेगा। अकेले बिलासपुर विधानसभा सीट में अमर अग्रवाल को 28 हजार मतों की लीड मिली थी। इसके अलावा बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला को नगर निगम क्षेत्र में आने वाले वार्डों से भारी बढ़त थी, जो कांग्रेस उम्मीदवार विजय केशरवानी की हार का प्रमुख कारण था। यही स्थिति धर्मजीत सिंह ठाकुर और धरमलाल कौशिक की है, जिन्हें शहरी क्षेत्र के मतदाताओं से अच्छा समर्थन मिला था।
दूसरी ओर कांग्रेस ने प्रमोद नायक को उम्मीदवार तय किया है। नायक पूर्व सीएम भूपेश बघेल के समर्थक हैं। उन्हें जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष पद की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई थी। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस में ऐसे प्रत्याशी को खड़ा करने की कोशिश की जा रही थी, जिसकी कार्यकर्ताओं में पकड़ भी हो और जिसके पास संसाधनों की भी कमी नहीं हो। इस लिहाज से कई दावेदारों को किनारे कर नायक का नाम फाइनल कर दिया गया।
नायक के पक्ष में यह बात जाती है कि भूपेश बघेल के समर्थक नगर-निगम क्षेत्र में प्रभावशाली स्थिति रखते हैं। उन्हें कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव व उनके कार्यकर्ताओं का साथ मिलेगा, जो बिलासपुर में सक्रिय हैं। हालांकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एकजुट करने में उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ेगी। टिकट कटने से नाराज दावेदारों को साध पाना उनके लिए मुश्किल होगा। एक दावेदार नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत के समर्थक त्रिलोक चंद्र श्रीवास ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपना असंतोष भी जाहिर कर दिया है। पूर्व विधायक शैलेष पांडेय, जो स्वयं को टीएस सिंहदेव समर्थक बताते हैं, उनका भी कितना साथ मिलेगा, देखने की बात होगी।


