बेमेतरा

जमीन की रजिस्ट्री वापस कर मंदिर की भूमि वापस दिया जाए-छाबड़ा
07-Oct-2024 2:33 PM
जमीन की रजिस्ट्री वापस कर मंदिर की  भूमि वापस दिया जाए-छाबड़ा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 7 अक्टूबर।
ग्राम मजगांव में स्थित रामचंद्र जी मूर्ति मंदिर के भूमि रजिस्ट्री का मामला गरमाने लगा है। इस मामले में भाजपा नेता का नाम सामने आने के बाद पार्टी के पदाधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। वहीं कांग्रेस पार्टी दोषियों पर कार्रवाई को लेकर आक्रामक है। इस मामले में पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा ने अपने कार्यालय में प्रेस वार्ता ली। यहां उन्होंने ग्राम मजगांव में स्थित रामचंद्र जी मूर्ति मंदिर के भूमि रजिस्ट्री को शून्य करते हुए संबंधित क्रेता-विक्रेता एवं अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।

जांच में दोषी दो पटवारी निलंबित 
कलेक्टर के अनुमति बिना मंदिर की भूमि का विक्रय प्रावधान नहीं है। लेकिन कलेक्टर से अनुमति लिए बिना ही क्रय-विक्रय करके जनमानस की भावना को ठेस पहुंचाया गया है। सन् 2020 में कोरोना काल के दौरान खरीदे हुए जमीन को फिर से बिक्री किया गया है। मजगांव मामले में कलेक्टर ने दो पटवारी को निलंबित कर दिया है जबकि इसमें बड़े अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होना था।

रजिस्ट्री को शून्य करने की मांग 
पूर्व विधायक ने मामले में रजिस्ट्री को शून्य किए जाने की मांग की है। क्रेता-विक्रेता के खिलाफ मामला दर्ज करने और दोषी अधिकारी पर कार्रवाई के लिए चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। इस संबंध में जिला कांग्रेस अध्यक्ष बंशी पटेल के नेतृत्व में कलेक्टर से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की जाएगी।

भाजपा नेता ने अपनी पत्नी के नाम पर खरीदी थी जमीन 
पूर्व विधायक छाबड़ा ने बताया ग्राम मजगांव तहसील जिला बेमेतरा के खसरा नं. 465 रकबा 1.66 हे. लगभग साढ़े चार एकड़ भूमि को भाजपा नेता व सांसद प्रतिनिधि अनिल माहेश्वरी ने अपनी पत्नी के नाम से यह जानते हुए खरीदी है, कि वह भूमि भगवान श्रीराम चंद्र जी मंदिर की सपत्ति है और वह सार्वजनिक न्यास की भूमि है।

विधानसभा चुनाव के दौरान बेमेतरा राम मंदिर मामले से जोड़ा गया 
पूर्व विधायक ने बताया कि भाजपा के लोग चुनाव से पूर्व श्रीराम मंदिर जमीन मामले में बिना किसी तथ्य, सबूत के चुनावी फायदा लेने के लिए मुझे बदनाम करने में लगे हुए थे। जबकि मैंने उस समय भी कहा था और आज भी कह रहा हूं कि मुझे या मेरे परिवार को भगवान श्रीराम मंदिर के जमीन से कोई लेना देना नहीं। मैंने अपने विधायक पद पर रहते हुए ही दो बार कलेक्टर से इस प्रकरण की गंभीरता से जांच करने व दोषियों पर कार्रवाई की मांग की थी। भाजपा नेताओं के दबाव में उस जॉच कमेटी की रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं की गई है।

ग्रामीणों की शिकायत सही मिलने पर दो पटवारी निलंबित 
जब ग्राम मजगांव की यह भूमि बेची जा रही थी तो वहां के पटवारी कुंदन सिंह राजपूत जो श्रीराम चंद्र जी मूर्ति मंदिर के भूमि का नक्शा, खसरा, बी-1 को उपलब्ध कराया है, जिसे प्रांरभिक रूप से कलेक्टर ने ग्रामवासियों की शिकायत में की गई। जांच में सही पाया है। 4 अक्टूबर को शिकायत करने के बाद अनुविभागीय अधिकारी द्वारा निलंबित किया गया है, साथ एक अन्य पटवारी को भी निलंबित किया है।

भाजपा नेता आज चुप्पी साधे हुए  
भाजपा नेता और उसके अनुशांगिक संगठन विश्व हिन्दू परिषद के नेता जो मेरे विरूद्ध षडय़ंत्र के समय धरना प्रदर्शन में बैठे थे। चाहे वह पार्षद हो या विश्व हिन्दू परिषद के पदाधिकारी। ये सभी इस प्रकरण में चुप्पी साधे क्यों बैठे है, जबकि पार्षद पूर्व में गांधी मैदान में आमरन अनशन में बैठी थी। चार एकड़ 15 डिसमील भूमि को कुल बाजार मूल्य ग्यारह लाख बैसठ हजार पांच सौ रुपए में बेचा गया है। विक्रय की राशि श्रीराम चंद्र मुर्ति मंदिर के खाते में भी नहीं गई है। सर्वराकार को व्यक्तिगत लाभ के लिए भाजपा नेता ने यह राशि दी है। फिर उस जमीन को 13 लाख रुपए एकड़ में बेच दिया गया है। जबकि भाजपा नेता ने इस जमीन को 11 लख रुपए एकड़ में खरीदा था।

जमीन की रजिस्ट्री को रद्द कर फिर से नामांतरित करने की मांग
कांग्रेस पार्टी ने विवादित जमीन की रजिस्ट्री को रद्द कर फिर से श्रीराम चंद्र जी मूर्ति मंदिर मजगांव के नाम से नामांतरित करने की मांग की है। इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष बंशी पटेल, बेमेतरा नगर कांग्रेस अध्यक्ष सुमन गोस्वामी मजगांव राम चंद्र जी मूर्ति मंदिर में भूमि दान करने वाले काशी साहू का पुत्र मोहन साहू, दुर्गा साहू भी उपस्थित रहे।

सनातन धर्म की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ती रहूँगी 
पार्षद नीतू कोठारी ने कहा कि अभी मैं दस्तावेज निकाल रही हूँ ,उसके बाद ही निर्णय लुंगी। कलेक्टर अभी जांच कर रहे है। प्रभु श्रीरामचंद्र की भूमि के लिए व सनातन धर्म की रक्षा के लिए सदैव सामने आती रहूँगी।


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