बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 30 सितंबर। थानखहरिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में शनिवार की शाम कुत्ता काटने के बाद उपचार कराने गए मरीज और डॉक्टर के बीच विवाद होने के बाद जमकर मारपीट हुई। लोगों ने थाने के बाहर नारेबाजी कर डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की, जिसके बाद थानखम्हरिया पुलिस ने मामला दर्ज किया। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए सक्षम अधिकारी थानखम्हरिया में देर रात तक डटे रहे।
जानकारी के अनुसार सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र थानखम्हरिया में शनिवार की शाम 6 बजे के करीब ग्राम तोरण निवासी कृष्ण कुमार लोधी को थानखम्हरिया में साजा बायपास के पास कुत्ते ने काट लिया, जिसके बाद घायल युवक अपने साथ अन्य को लेकर अस्पताल पहुंचा। अस्पताल में ड्यूटी पर डॉ. अजित कुमार नायक थे। उपचार के लिए पहुंचे मरीज और डॉक्टर के बीच उपचार को लेकर विवाद हो गया। विवाद होने के बाद अस्पातल परिसर में डॉक्टर व मरीज के बीच मारपीट हुुई। प्रार्थी के अनुसार उसे डॉक्टर ने पटककर मारा है। पुलिस ने प्रार्थी की रिपोर्ट पर डॉक्टर के खिलाफ 296, 351(2), 115(2) बी एन एस के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया। विवाद के दौरान थाने के समाने जमकर नारेबाजी की गई। पुलिस के आला अफसर व प्रशासनिक अधिकारी द्वारा अस्पताल परिसर में लगाए गए सीसीटीवी के फुटेज को भी खंगाला गया।
सक्षम अधिकारी भी पहुंचे थानखम्हरिया
अस्पताल व थाना के सामने प्रदर्शन करने की सूचना मिलने के बाद सक्षम अधिकारी नगर में डाटे रहे। वहीं कार्रवाई को लेकर कड़े निर्देश दिए गए।
अस्पताल में मौजूद थे अन्य स्टाफ
कृष्ण कुमार जब उपचार के लिए अस्पताल पहुंचा तब अस्पताल में डॉक्टर अजीत के आलावा दो महिला नर्स, एक भृत्य व सफाई कर्मी मौजूद था। इस बीच डॉक्टर व मरीज के बीच उपचार को लेकर विवाद हुआ। डॉ. अजीत कुमार के अनुसार जब मरीज आया तो उसे जख्म अधिक गहरा होने की बात कहते हुए जिला अस्पताल जाने के लिए कहा गया। इससे पूर्व अस्पताल में उपलब्ध दवाइयों के साथ उपचार करने की बात कही थी। नशे में होने की वजह से वो बात नहीं मान रहा था और स्टाफ के साथ भी विवाद कर रहा था, जिसे जाने कहा। उससे कृष्ण कुमार ने जान से मारने की धमकी देते हुए मारपीट की।
विभागीय अधिकारी नहीं पहुंचे अस्पताल
घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग के आला अफसर वस्तुस्थिति जानने के लिए थानखम्हरिया के अस्पताल नहीं पहुंचे। हालांकि सीएचएमओ डॉ.यशवंत ध्रुव के अनुसार जो लोग आये थे, वो नशे में थे। विवाद के बाद मारपीट की घटना हुई। घटना की जांच की जाएगी।
सुरक्षा के उपायों को लेकर बैठक में दिए थे निर्देश
पुलिस अधीक्षक कार्यालय में बीते 4 सिंतबर को महिला चिकित्सकों, अस्पताल में भर्ती बालक, बालिकाओं, महिलाओं एवं अन्य रोगियों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखने के लिए के अलग-अलग शासकीय एवं निजी अस्पतालों के डॉक्टर, अस्पताल प्रबंधन की बैठक ली गई थी, जिसमें अस्तपाल में सुरक्षा के उपाय सुनिश्चित करने कहा गया था।
अस्पताल में विवाद का दूसरा मामला
जिले में 15 दिन के भीतर अस्पताल परिसर के अंदर मारपीट या तोडफ़ोड़ करने का दूसरा मामला है। इससे पूर्व जिला अस्तपाल में बीते 16 सिंतबर की रात अज्ञात तत्वों ने प्रवेश द्वार नंबर दो को लाठी व पत्थरों से तोडफ़ोड़ की थी। जिला अस्तपाल में हुई तोडफ़ोड़ के मामले में बेमेतरा सिटी कोतवाली में सिविल सर्जन डॉ. एसआर चुरेन्द्र ने 17 सिंतबर को अज्ञात लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज कराया, जिस पर विवेचना सिटी पुलिस कर रही है। इससे पूर्व भी जिला अस्पताल में एक निजी अस्पताल के प्रतिनिधि द्वारा 14 जुलाई की रात कर्मचारियों से विवाद कर मारपीट की गई थी, जिस पर भी सिटी कोतवाली में मामला दर्ज किया गया था।


