बेमेतरा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 16 सितंबर। शिक्षक मोर्चा साजा ने गैर शिक्षिकीय कार्यों का विरोध करते हुए एसडीएम साजा द्वारा ओबीसी सर्वे कार्य में शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाने को अव्यावहारिक एवं राज्य शासन से प्राप्त निर्देश के विरुद्ध बताया है। राज्य शासन द्वारा आदेश स्पष्ट है कि ओबीसी सर्वे का कार्य बीएलओ द्वारा किया जाना है किंतु त्रैमासिक परीक्षा की तैयारी में जुटे शिक्षकों को इस कार्य के लिए राज्य शासन के निर्देश की विपरीत सर्वे कार्य करने के लिए आदेश जारी किया गया है।
ज्ञात हो कि इस वर्ष को कलेक्टर द्वारा समस्त शालाओं में सर्वांगीण शिक्षा गुणवत्ता वर्ष 2024-25 मनाया जाने का निर्देश व योजना है। शालाओं में शिक्षकों की कमी पहले बनी हुई है और स्वच्छता पखवाड़ा, उल्लास साक्षरता योजना, एफएलएन, यू डाइस ऑनलाइन प्रपत्र भरने का कार्य, जाति-निवासी प्रमाण पत्र प्रत्येक विद्यार्थी का, आयुष्मान कार्ड सहित प्रतिदिन शाला में गतिविधि हेतु आदेश निर्देश व्हाट्सएप पर जारी किए जाते हैं। जिनको पूरी करने की जिमेदारी शिक्षकों की होती है। शालाओं में शिक्षकों को सर्वे के नाम पर इतनी जिमेदारी होने के बाद भी शाला और बच्चों से दूर रखकर गांव में हर घर-घर जाकर सर्वे करने का आदेश जारी किया गया है, जिससे इस साल गुणवत्ता में प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
बच्चों के भविष्य और उनकी पढ़ाई को देखते हुए इस संबंध में साजा विकासखंड के चार प्रमुख संगठन शिक्षक मोर्चा द्वारा अनुविभागीय अधिकारी साजा को ज्ञापन सौंपते हुए ओबीसी सर्वे में शिक्षकों की लगाई गई ड्यूटी को निरस्त करने की मांग की। इस पर एसडीएम साहब ने मौखिक रूप से आदेश वापस लेने की बात कही जिसका संगठन ने स्वागत किया।
ज्ञापन सौंपने वाले में शिक्षक मोर्चा के अजय यादव ब्लॉक संयोजक, पवन साहू ब्लॉक संयोजक, सुनील राजपूत ब्लॉक सयोंजक, अशोक कुमार जिला संयोजक, बसंत कौशिक प्रांतीय उपसयोजक, किशन ठाकुर, टीपू ठाकुर, देवेंद्र ठाकुर, एन कुमार ठाकुर, घनश्याम साहू अरुण पटेल, देवचरण साहू, दुर्गेश श्रीवास, धनेश रजक धर्मेंद्र गायकवाड, गजानंद वैष्णव, दिनेश निषाद आदि उपस्थित हुए।