बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 19 अगस्त। प्राथमिक शाला साल्हेपुर विकासखण्ड बेरला में बैकलेस डे के अवसर पर शाला में अध्ययनरत बालक और बालिकाओं द्वारा रक्षाबंधन का उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया गया।
इस आयोजन के दौरान शाला की प्रधान पाठिका अंबालिका पटेल, प्रदीप ठाकुर और डागेंद्र निषाद शिक्षक के नेतृत्व में बच्चों ने पारंपरिक रक्षाबंधन गतिविधियों में भाग लिया। जिसमें राखी बांधना, मिठाइयाँ बाँटना और सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल थे। शाला की प्रधान पाठिका अंबालिका पटेल ने बच्चों को बताया कि रक्षा बंधन हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण त्यौहार है। इस त्यौहार से जुड़ी किंवदंतियों में से एक महाकाव्य महाभारत से उत्पन्न होती है।
पौराणिक कथाओं के मुताबिक भगवान कृष्ण की उंगली सुदर्शन चक्र से गलती से कट गई थी। यह देखकर द्रौपदी ने खून रोकने के लिए अपनी साड़ी से कपड़े का एक टुकड़ा फाडक़र चोट पर बांध दिया। भगवान कृष्ण उनके हाव-भाव से बहुत प्रभावित हुए और उन्होंने हमेशा उनकी रक्षा करने का वादा किया। उन्होंने यह वादा तब पूरा किया जब द्रौपदी को हस्तिनापुर के शाही दरबार में सार्वजनिक अपमान का सामना करना पड़ा। चीर हरण के समय द्रौपती की रक्षा की। रक्षा बंधन का त्यौहार भाई-बहन के प्यार व भाइयों द्वारा बहनों की रक्षा के प्रतीक के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन बहनें, भाइयों को राखी बांधती हैं और उन्हें मिठाइयां खिलाती हैं। वहीं, भाई इस दिन बहनों की रक्षा का वचन देते हैं।


