बेमेतरा
कांग्रेस के चार ब्लॉक अध्यक्षों को टिकट के लिए दावेदारी करने वाले 27 लोगों के आवेदन मिले
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 25 अगस्त। नवागढ़ विधानसभा में इन दिनों चुनावी रंग चटक है। बहुजन समाज पार्टी द्वारा प्रत्याशी की घोषणा के बाद अब बाकी पार्टी मैदान में जनाधार बढ़ाने सक्रिय है। भाजपा को मजबूती प्रदान करने बिहार विधानसभा के विधायक कृष्ण नंदन पासवान सभी मंडल में तय कार्यक्रम के अनुसार बैठक ले रहे हैं। अलग-अलग टीम के साथ चुनावी गणित पर चर्चा कर रहे हैं। मारो, नवागढ़ के बाद मरका बगीचा में हुई बैठक के बाद अन्य टीम के साथ बैठक तय है। दूसरी तरफ कांग्रेस में फिलहाल दावेदारी को लेकर आवेदन का चर्चा जोरो पर है।
कांग्रेस से इस बार टिकट मांगने लोग टूट पड़े हैं। अब तक कांग्रेस के चार ब्लाक अध्यक्षों को जो आवेदन मिले है उसमें 27 लोगों के नाम सामने आए हैं।
भाई बहन भी दावेदार
कांग्रेस से विधायक गुरुदयाल सिंह बंजारे, राज महंत विजय बघेल, ठाकुर प्रसाद जोशी, जिला पंचायत सदस्य सुशीला जोशी, शशि प्रभा गायकवाड़, तरुण घृतलहरे, झम्मन बघेल, ज्ञान दास रात्रे ,लाखन कोहली, नैना कुर्रे, अनिल लहरे, रमेश घृतलहरे, अंजली मारकंडे, पिंटू अनंत, यवन डिंडोरे,आगर दास, संतोष बंजारे, दिनेश बघेल, शिव चरण दास बघेल, आनंद नवागढिय़ा, पुरुषोत्तम लाला भारती, भोजराज कुर्रे, भाव सिंह राज, उमेश बंजारे, संजय जोशी, धनसाय भारती एवं नरेश बघेल ने आवेदन दिया है। पूरे आवेदन में पूर्व मंत्री डीपी घृतलहरे की पुत्री शशि प्रभा गायकवाड़ एवं पुत्र तरुण घृतलाहरे का आवेदन चर्चा में है। भाई-बहन की दावेदारी के साथ विधायक के कई करीबियों ने आवेदन दिया है।
चर्चा भी पर्चा भी
राजनीतिक गतिविधियों के जानकार गंगाधर यादव ने बताया कि कांग्रेस के आवेदन भविष्य के लिए एक-दूसरे के मुसीबत से कम नहीं है। नवागढ़ जनपद अध्यक्ष अंजली मारकंडे ने नवागढ़ विधानसभा से दावेदारी की है तो नवागढ़ विधानसभा के ग्राम सेमरिया निवासी बेमेतरा जनपद अध्यक्ष रेवती साहू ने बेमेतरा विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी के लिए दावेदारी की है। यादव ने कहा कि दोनों विधानसभा में जो रुचि लोगों ने ली है इससे तय है कि कुछ चर्चा में आने के लिए आवेदन दिए हैं तो कुछ पर्चा के लिए दिए हैं। सतनामी समाज के धर्म गुरु बालदास साहेब ने 2003 में सत्ता परिवर्तन में नवागढ़ में अहम भूमिका अदा की थी, हाल में वे भाजपा में शामिल हुए हैं, उनकी रणनीति का खुलासा होना बाकी है।


