बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 5 अगस्त। पिछले तीन दिनों से हो रही वर्षा से नदी-नाले उफान पर हैं। वही खेत -तालाब लबालब हो गए हैं। सावन में हो रही झमाझम बारिश से किसान खुश हैं। अब वही रोपाई-बियासी के लिए पर्याप्त पानी मिल गया है।
जिले में बीते 3 दिनों से हो रही है बारिश नदी नाले उफान पर आ गए हैं। मुख्य रूप से शिवनाथ नदी, हाफ नदी, सकरी नदी, मोहरंगिया नाला लबालब है। हालांकि अभी तक किसी तरह की जनहानि की खबर नहीं है। वहीं वर्षा के चलते कहीं कहीं ग्रामीण अंचल में मार्ग अवरुद्ध होने की खबर है। कुछ जगहों पर लोग पुल पुलिया एवं सडक़ में पानी आने के बाद सावधानी से आवागमन करने के प्रयास कर रहे हैं। वही जिस तरह से बारिश हो रही है या आगे भी जारी रही तो निश्चित रूप से शिवनाथ नदी भी उफान पर आ सकता है। बारिश से सर्वाधिक प्रभावित जिले में के नवागढ़ क्षेत्र है जहां पर संबलपुर-नांदघाट मार्ग में सडक़ में पानी के चलते कुछ हद तक प्रभावित हुआ है। वहीं सकरी नदी जहां सामान्य बारिश में पानी का भाव नहीं हो पाता था, उक्त नदी में भी पानी पर्याप्त मात्रा में देखने को मिल रहा है। यह निश्चित रूप से ग्रामीणों के किसी आश्चर्य से कम नहीं कहा जा सकता है। इसके साथ ही जिले में खारून नदी में भी पर्याप्त बाहर देखने को मिल रहा है।
शिवनाथ और नाले के आसपास के फसल प्रभावित
लगातार बारिश के कारण शिवनाथ नदी और नाले उफान पर आ गए हैं। इसके चलते नदी के किनारे स्थित खेतों में लगी फसल भी इस स्थान से प्रभावित हो रही है। इन खेतों में पानी भर जाने के चलते फसल भी प्रभावित होने की बात किसान कह रहे हैं। बहरहाल आने वाले एक-दो दिनों में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी कितना फसल प्रभावित हुई है। इतना अवश्य ही कहा जा सकता है कि शिवनाथ नदी का जलस्तर यदि बढ़ता रहा तो काफी बड़ा रकबा बाढ़ की चपेट में आ सकता है। किसानों की फसल को नुकसान भी हो सकता है।
करूवा नाले में ज्यादा पानी कई खेतों में भरा पानी
जिले में बीते 3 दिनों से जारी झड़ी की वजह से नदी नाले उफान पर है। वही खेतों की फसल जलमग्न हो गई है। शहर के खेत में तालाबों में जलभराव की स्थिति है। दुर्ग रोड में ग्राम भेडऩी से होकर गुजरा करूवा नाला उफान पर है, जिससे अनेक गांव की फसलें डूब चुकी है। जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर ग्राम अमोरा से होकर गुजरने वाली शिवनदी का जलस्तर बढ़ गया है। बीते तीन दिनों से इस मार्ग से होकर डरजरा, सलधा व अन्य गांव की ओर जाने वालों को रास्ता बदलना पड़ रहा है। किसान विनय पटेल ने बताया कि भेडऩी के मंदिर में जलभराव की स्थिति है। इसी नाले के करीब बसे ग्राम राजकुड़ी में नाले का जलस्तर बढऩे का असर पड़ा है।
दुर्ग रोड के किनारे खेतों में पानी ही पानी
बेमेतरा-दुर्ग मार्ग के ग्राम कंतेली, हथमुड़ी, हडग़ाव समेत कई गांवो के खेत मे पानी से लबालब है। फसल की स्थिति देख किसान मायूस है। बारिश की वजह से कवर्धा रोड, रायपुर रोड के आसपास भी जलभराव हो गया है।
किसानों ने ली राहत की सांस
बीते 3 दिनों में जिस तरह से अंचल में बारिश हुई है उसके चलते खेत यहां पानी से लबालब हो चुके हैं। वहीं ज्यादा पानी होने के चलते किसानों के खेतों से पानी की निकासी भी सुनिश्चित करने में लगे हुए हैं, ताकि ज्यादा पानी खेतों में इक_ा ना होने पाए। यदि ज्यादा पानी खेतों में जमा होता है तो इससे फसलों को नुकसान भी हो सकता है। वहीं बारिश के चलते आम लोगों को गर्मी से राहत मिली है। बहरहाल अब तक हुई बारिश सामान्य तौर पर किसानों के लिए राहत की बात कही जा सकती है।


