बेमेतरा

एस्मा के विरोध में सामूहिक इस्तीफा सौंपा संविदा कर्मियों ने
15-Jul-2023 3:09 PM
एस्मा के विरोध में सामूहिक इस्तीफा सौंपा संविदा कर्मियों ने

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 15 जुलाई।
जिला मुख्यालय के मंडी परिसर में जिले के विभिन्न विभागों में कार्यरत संविदा कर्मचारियों ने एस्मा लागू करने के विरोध में सामूहिक हस्ताक्षर कर कलेक्टर के नाम पर त्यागपत्र सौंपा हैै। बैठक में सैकड़ों की संख्या में संविदा कर्मी मौजूद थे। सभी ने मंडी से रैली निकालकर कलक्टोरेट पहुंचकर त्यागपत्र सौंपा।

हड़ताल पर गए संविदा कर्मचारियों के पदाधिकारियों ने बताया कि निरंतर 15-20 वर्षों से कार्य करने के बाद अचानक नौकरी से निकाले जाने का भय एवं पारिवारिक सुरक्षा नहीं मिलने के कारण नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं। अभी स्थायीकरण, वरिष्ठता का लाभ, वेतन, ग्रेच्युटी, क्रमोन्नति, पदोन्नति, सामाजिक सुरक्षा, अनुकम्पा नियुक्ति एवं पेंशन, अवकाश जैसे मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं।

अभी नोटिस दी जाएगी 
सीएचएमओ डॉ. जीएल टंडन ने बताया कि सामूहिक त्यागपत्र की जानकारी नहीं मिली है। अभी 272 कर्मचारी हड़ताल पर हैं। कुछ कर्मचारी वापस लौटे हैं।

घोषणा पत्र में कहा गया था
बैठक के दौरान पदाधिकारियों ने कहा कि जन घोषणा पत्र 2018 में कांग्रेस ने सरकार में आने पर नियमितीकरण का उल्लेख लिखित में किया था। साथ ही 14 फरवरी 2019 को मंच से घोषणा भी की गई थी। नियमितीकरण के लिए समिति गठन के उपरांत भी साढ़े चार वर्ष पश्चात नियमितीकरण नहीं किए जाने के विरोध में जब हड़ताल कर रहे हैं तो एस्मा का हवाला देकर दमन पूर्वक नियमितीकरण के वादे को दबाया जा रहा है। जिससे छत्तीसगढ़ के समस्त संविदा कर्मचारियों को निराश एवं क्षुब्ध होकर सामूहिक त्याग पत्र देने के लिए बेबस होना पड़ रहा है। बताया गया कि 1200 संविदा स्टाफ हड़ताल पर हैं।

विषम परिस्थितियों में काम किया 
महासंघ के जिला अध्यक्ष पुरन दास ने बताया कि विषम परिस्थितियों एवं कोरोना काल में भी बिना किसी ठोस बीमा सुरक्षा, अनुकम्पा नियुक्ति, अल्प वेतन एवं भत्ते में अपनी सेवाएं देते आ रहे हैं। बहुत से संविदा कर्मचारी कालकलवीत होने के उपरांत सेवा के प्रतिफल में उनके परिजनों को कुछ भी नही मिला। विवश होकर 3 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है।


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