बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 5 जुलाई। संविदा कर्मचारियों के साथ ही मंगलवार से स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत जीवनदीप कर्मचारी समिति के कर्मचारी व नियमित कर्मचारी अपने मांग को लेकर मंगलवार से हड़ताल पर चले गये हैं। जिला अस्पताल के 70 कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने की वजह से कामकाज प्रभावित रहा। जिला अस्पताल में मरीजों का पंजीयन, सफाई, ड्रेसिंग, कम्यूटर लैब जांच में दिक्कतेे रही। जिला अस्पताल में पहले दिन आपातकाल मरीजों का ही उपचार किया गया।
विभिन्न कर्मचारी संगठनों के समर्थन में जिले के विभिन्न विभागों में कार्यरत सैकड़ों संविदा कर्मचारी, जीवन दीप समिति के अधिन कार्यरत विभिन्न कर्मचारी एवं नियमित कर्मचारी मंगलवार से हड़ताल पर चले गये हैं। इससे पूर्व जिले भर के संविदा कर्मचारी सोमवार से हड़ताल पर है इसकी वजह से संविदा कर्मचारियों के भरोसे होने वाला कामकाज कल से ही ठप्प पड़ा हुआ है। कर्मचारी संगठन के अनुसार संयुक्त तौर पर किये मांग के बाद से हड़ताल पर है। संगठन का दावा है कि जिले के स्वास्थ्य विभाग 350 कर्मचारी, जिला पंचायत, जनपद 120 कर्मचारी, शिक्षा विभाग 20 कर्मचारी, महिला बाल विकास विभाग 45, कृषि विभाग 75 कर्मचारी, प्रधानमंत्री/मुख्यमंत्री सडक़ योजना 45 कर्मचारी, स्वच्छ भारत मिशन 25 कर्मचारी, समाज कल्याण 28 कर्मचारी, निर्वाचन शाखा 8 कर्मचारी, कलेक्टर कार्यालय 28 कर्मचारी सहित सभी विभागों के संविदा कर्मचारी हड़ताल पर हैं।
पर्ची काटने वाला भी हड़ताल पर
जिला अस्पताल के करीब 70 कर्मचारी हड़ताल पर चले गये है। बताया गया कि इससे नेत्र जांच, सोनोग्राफी, एक्सरे, रक्त जांच, फिजियो उपचार, मनोचिकित्सा, दंत उपचार, कार्यालयीन कामकाज, कान जांच, ब्लड बैक संबधित कार्य, साफ-सफाई, मरीजों का देखरेख का काम प्रभावित हो रहा है। अस्पताल की व्यवस्था कमत्तर हो चुका है।
जीवनदीप समिति के कर्मी भी हड़ताल पर, इसलिए बढ़ी परेशानी
जीवनदीप समिति के तहत काम करने वाले जिला अस्पताल के 35 से अधिक कर्मचारी आज से ही अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये है। पूर्व में हुए हड़ताल के दौरान जिला अस्पताल का कामकाज इन्ही कर्मचारियो के भरोसे चलता रहा है पर आज से काम बंद करने के कारण भी प्रंबधन के लिए समस्या बढ़ा दिया है। जिला अस्पाताल में जीवनदीप समिति के ड्रेसर, धोबी, सफाई कर्मी, डाटा एन्ट्री आपरेटर, बेड साईड असिस्टेट, वाहन चालक, इलेक्ट्रीशियन, आक्सीजन इंचार्ज, वार्ड आया, फार्मासिस्ट, डाक रनर, स्टांप नर्स व अन्य कर्मचारी आज अस्पताल पहुंचे ही नहीं मांग के समर्थन में धरना स्थल पहुंचे थे।
जिला अस्पताल में केवल आपातकालीन सेवा
हड़ताल का सबसे अधिक असर स्वास्थ विभाग में देखा गया है। जिला अस्पताल के पुराने परिसर व एमसीएच यूनिट में मंगलवार को प्रबंधन द्वारा अस्पाताल परिसर के सामने ही बैनर पोस्टर चस्पा किया गया। इसमें अस्पताल में आने वाले मरीजों व परिजनो से अपील करते हुए सूचना चस्पा किया गया है कि शासकीय जिला अस्पताल के अधिकारी, कर्मचारी अपनी मांगो को लेकर हड़ताल पर है जिसकी वजह से जिला अस्पताल में केवल आपातकालीन सुविधा जारी है।
सर्पदंश के दो मरीज पहुंचे, एक रेफर
जिला अस्पताल में मंगलवार को सर्पदंश व वाहन से गिरकर उपचार कराने के लिए मरीज जिला अस्पताल पहुंचे थे। जिसमें दुर्घटना में घायल मरीज का ड्रेसिंग का काम अन्य कर्मचारी को करना पड़ा है। वही स्नेक बाइट के दो मरीजों में एक की स्थिति को देखते हुए रायपुर रेफर किया गया है। ग्राम बहेरधट निवासी रावेन्द्र निषाद को भर्ती किया गया है। भर्ती मरीज राजू शर्मा ने मंगलवार को स्टाफ कम होने से दिक्कत होने की जानकारी दिया है।
जिले के सभी अस्पताल में यही स्थिति
थोक में कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने के कारण जिले के साजा, बेरला, नवागढ, खंडसरा, थानखम्हरिया, देवकर, परपोडी, भिभौरी क्षेत्र में संचालित सभी सरकारी अस्पताल की व्यवस्था प्रभावित हुई है।
केवल आपातकालीन सेवा दे रहे है- डॉ. चुरेन्द्र
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ.एसके चुरेन्द्र ने बताया कि जिला अस्पताल की व्यवस्था हड़ताल की वजह से प्रभावित हुआ है। जिला अस्पताल के 125 कर्मचारी हड़ताल पर है जिससे देखते हुए अपातकालीन सेवा को जारी रखा गया है।


