बस्तर

5 दिनों तक ओपीडी का चिकित्सकों ने किया था बहिष्कार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 30 जून। नारायणपुर जिला अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ एडिशनल कलेक्टर के द्वारा किये गए अभद्र व्यवहार को लेकर 5 दिनों से डॉक्टर हड़ताल में चल रहे थे, जिसके कारण मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा, जिसे देखते हुए नारायणपुर कलेक्टर ने महिला डॉक्टर को बुलाया, जहां एडिशनल कलेक्टर ने महिला डॉक्टर से माफी मांगी। डॉक्टरों ने इस मामले के बाद अपने हड़ताल को स्थगित कर दिया।
आरोप है कि कुछ दिन पहले नारायणपुर अस्पताल में पदस्थ शिशु रोग विशेषज्ञ महिला डॉ. जयश्री साहू ने एडिशनल कलेक्टर वीरेंद्र बहादुर पंचभाई ने मुलाकात करते हुए एक शासकीय क्वार्टर की मांग की थी, जहां एडिशनल कलेक्टर ने अमर्यादित भाषा का उपयोग करते हुए कहा कि कहां-कहां के डॉक्टर मुँह उठाकर चले जाते है, मेरा बस चले तो सभी डॉक्टरों को क्वार्टर से निकाल दूं, 2 कौड़ी के डॉक्टर हैं।
इस घटना के बाद डॉक्टरों ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए 4 दिनों से ओपीडी को बंद कर दिया था, जिसके बाद से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था, जिसे देखते हुए 30 जून को नारायणपुर कलेक्टर ने महिला डॉक्टर को बुलाया गया, जहां एडिशनल कलेक्टर ने महिला डॉक्टर से माफी मांगी, जिसके बाद डॉक्टरों की टीम ने ओपीडी को फिर से चालू कर दिया है, वही अन्य मामलों के चलते सेकेंड शिफ्ट की हड़ताल अभी भी चल रही है।
विरोध जारी है
डॉक्टरों का कहना था कि महिला डॉक्टर के साथ हुए अभद्र व्यवहार को लेकर जहाँ हड़ताल किया गया था, उसके बाद उसे वापस लिया गया, वहीं कांकेर में स्टाफ नर्स व रायपुर में डॉक्टर के साथ हुए हिंसा को लेकर विरोध जारी है।
नहीं करेंगे कार्रवाई
डॉक्टरों का कहना है कि महिला डॉक्टर में समर्थन करने वाले डॉक्टरों के खिलाफ नारायणपुर कलेक्टर ने सेवा समाप्त करने के लिए पत्र जारी किया गया था, लेकिन इस विरोध के बाद कलेक्टर ने इस मामले में किसी भी डॉक्टर के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं करने की बात कही है।