बस्तर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 10 जून। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना मनरेगा के तहत प्रत्येक माह की 7 तारीख को आयोजित होने वाले रोजगार दिवस के अवसर पर जिले की समस्त ग्राम पंचायतों में विविध गतिविधियों का आयोजन किया गया। इस दौरान योजना से जुड़े श्रमिकों को जहां जन मनरेगा ऐप की जानकारी दी गई, वहीं जल संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण विषय पर भी जागरूक किया गया। साथ ही मनरेगा योजना के अंतर्गत मजदूरी भुगतान की प्रक्रिया, जॉब कार्ड संधारण तथा श्रमिकों को मिलने वाली मूलभूत सुविधाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी
रोजगार दिवस के मौके पर योजना अंतर्गत कार्यरत श्रमिकों को जन मनरेगा मोबाइल ऐप के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। उन्हें ऐप की विशेषताएं, जैसे कार्यस्थल की जानकारी, मजदूरी भुगतान की स्थिति और जॉब कार्ड की जानकारी देखने की प्रक्रिया समझाई गई, साथ ही श्रमिकों के मोबाइल में ऐप को स्थानीय रोजगार सहायकों द्वारा इंस्टॉल भी कराया गया, ताकि वे योजना से जुड़ी अद्यतन जानकारी स्वयं प्राप्त कर सकें।
कार्यक्रम के दौरान ‘मोर गांव मोर पानी महाअभियान’ के तहत जल संरक्षण एवं जल संवर्धन के उपायों पर भी प्रकाश डाला गया। रोजगार सहायक एवं तकनीकी सहायकों द्वारा श्रमिकों को बताया गया कि किस प्रकार सामूहिक प्रयासों से भूजल स्तर को पुन: संतुलित किया जा सकता है। उन्हें गली प्लग, बोरी बंधान, खेत तालाब जैसे संरचनात्मक उपायों की जानकारी दी गई और जल संचयन के लिए अधिकाधिक भागीदारी का आह्वान किया गया।
कार्यक्रम में 100 कार्य दिवस पूर्ण कर चुके परिवारों को ‘प्रोजेक्ट उन्नति’ के तहत कौशल विकास से जोडऩे की पहल के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान की गई। उन्हें सिलाई, मोबाइल रिपेयरिंग, राज मिस्त्री जैसे विभिन्न ट्रेड में नि:शुल्क प्रशिक्षण के बाद मिलाने वाली लाभ के बारे भी बताया गया। इस दौरान ग्राम पंचायतों में स्वीकृत मनरेगा कार्यों की सूची भी श्रमिकों को साझा की गई। उन्हें योजना के तहत सुलभ रोजगार अवसरों की भी जानकारी दी गई।