बस्तर

कोंडागांव के किसान बेटे ने माँ के पार्थिव शरीर को किया दान
16-May-2025 3:28 PM
कोंडागांव के किसान बेटे ने माँ के पार्थिव शरीर को किया दान

कहा माँ चाहती थी कि मेरा शरीर आये मेडिकल बच्चों के काम

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

जगदलपुर/कोंडागांव, 15 मई। कोंडागांव जिले के पटेलपारा भीरागांव में रहने वाले शिक्षक के बेटे ने अपनी माँ की आखिरी इच्छा को पूरा करते हुए उनके निधन के बाद शव को मेकाज के एनाटॉमी विभाग को सौंप दिया गया।

इस दौरान परिजनों ने बताया कि माँ ने कभी भी स्कूली शिक्षा नहीं ली थी, लेकिन वह हमेशा से लोगों की मदद करने में पीछे नहीं हटती थी, यही कारण है कि निधन के बाद अपने बेटों को कहा था कि मेरे मरने के बाद पार्थिव देह को मेकाज को सौंप देना, जिससे कि मेडिकल कॉलेज में अध्ययनरत छात्रों के पढ़ाई में लाया जा सके।

 

इस मामले की जानकारी देते हुए मृतिका मनक बाई नेताम पति स्व. सोमारू राम के बेटे त्रिनाथ ने बताया कि पिता एक शिक्षक थे, लेकिन इन सबके बाद भी पिता ने कभी भी स्कूली शिक्षा ग्रहण नहीं करने वाली मनक बाई से विवाह किया। वे 3 बहन व 3 भाई थे। पिता के  कार्यकाल के दौरान वार्ड 2003 में उनका निधन हो गया, जिसके बाद पिता की नौकरी मंझले भाई को दिया गया। पिता के निधन के बाद भी माँ ने हार नहीं मानी और सभी बच्चों को पढ़ाने लिखाने के बाद उनका विवाह भी किया। माँ ने अपने जीवनकाल में भजन भक्ति के साथ ही लोगों के लिए हमेशा खड़े होकर उनकी मदद करने में कभी भी पीछे नहीं हटी।  इसी दौरान मनक बाई ने अपने बेटों को शव दान करने की बात बताई थी।

 65 वर्ष की आयु में मनक बाई ने अपने घर मे अंतिम सांस ली, जहाँ बेटों ने माँ की आखरी इच्छा को पूरी करते हुए शव को डोनेट करने के लिए मेकाज के डॉक्टरों से चर्चा की। गुरुवार की सुबह परिजनों ने पूरे रीति रिवाज से अपने माँ के पार्थिव देह को मेकाज के डीन डॉ. प्रदीप बेक, एनाटॉमी विभाग की एचओडी गीतिका नेलकुमार को सौंपा।


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