बस्तर

8 जोड़ों का हुआ इज्तेमाई निकाह
11-May-2025 11:45 PM
 8 जोड़ों का हुआ इज्तेमाई निकाह

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

जगदलपुर, 10 मई। बस्तर मुस्लिम डेवलपमेंट सोसायटी एवं संगम उर्स कमेटी, जगदलपुर के संयुक्त तत्वाधान में रविवार को एक गरिमामयी और भव्य इज्तेमाई निकाह (सामूहिक विवाह) कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सामाजिक एकता, भाईचारे और धार्मिक परंपराओं को सहेजते हुए आयोजित इस कार्यक्रम में मुस्लिम रीति-रिवाजों के अनुसार 8 जोड़ों का इज्तिमाई  निकाह संपन्न कराया गया।

इस समारोह की खास बात यह रही कि इसमें न केवल मुस्लिम समाज, बल्कि विभिन्न समुदायों के लोगों ने भी पूरे उत्साह और अपनत्व के साथ भाग लिया, जिससे यह आयोजन एक सामाजिक सौहार्द का प्रतीक बन गया। कार्यक्रम सुबह 10 बजे प्रारंभ हुआ और समापन तक लगभग 1500 से 1700 लोगों ने इसमें अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

भोजन व सम्मान समारोह से बढ़ी गरिमा

निकाह के उपरांत संगम उर्स कमेटी की ओर से सभी मेहमानों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई, बाहर से आए मेहमानों ने भी इस आयोजन की जमकर सराहना की।

इस आयोजन का प्रमुख उद्देश्य समाज में बढ़ते फिजूलखर्ची को रोकना और निकाह को सरल, सुलभ एवं इस्लामिक सुन्नत के अनुसार संपन्न कराना था। यह कार्यक्रम न केवल एक धार्मिक पहलू को सुदृढ़ करता है, बल्कि समाज में सकारात्मक सोच और आर्थिक समझदारी को भी बढ़ावा देता है।

 

इस मौके पर जगदलपुर के महापौर  संजय पांडे मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे और उन्होंने मंच की अध्यक्षता की। उनके साथ नगर निगम के सभापति खेमसिंह देवांगन, पूर्व महापौर जतिन जयसवाल, धर्मपाल सैनी, मसीही समाज से रोजविन दास, सिख समाज के अमरीक सिंह, बौद्ध समाज के प्रतिनिधि बलराम यादव एवं अंजुमन कमेटी के सदर डॉ. एस. जहीरुद्दीन सहित अनेक सामाजिक प्रतिनिधि उपस्थित रहे। सभी अतिथियों ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया एवं आयोजकों को इस पुण्य कार्य के लिए बधाई दी।

कार्यक्रम की शुरुआत बस्तर मुस्लिम डेवलपमेंट सोसायटी के सदर द्वारा स्वागत भाषण के साथ की गई। तत्पश्चात सचिव शकील अहमद ने संस्था द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्यों की विस्तार से जानकारी दी।

महापौर  संजय पांडे ने अपने संबोधन में मुस्लिम समाज के कल्याण हेतु निरंतर सहयोग का आश्वासन दिया। कार्यक्रम का संचालन संस्था के वरिष्ठ सदस्य अब्दुल रहमान रिज़वी ने किया और समापन पर शेख नवाजुद्दीन गोरे द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया।

इस आयोजन को सफल बनाने में संगम उर्स कमेटी के सभी सदस्यों विशेष रूप से आसिफ खान, रियाज खान और अन्य सदस्यों का विशेष योगदान रहा। मंच पर उपस्थित सभी अतिथियों को फूलों के हार एवं स्मृति-चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

 यह आयोजन न केवल धार्मिक एकता और सांस्कृतिक परंपरा का प्रतीक बना, बल्कि सामाजिक समरसता का जीवंत उदाहरण भी प्रस्तुत किया। भविष्य में भी ऐसे आयोजन समाज को एक नई दिशा देने में सहायक सिद्ध होंगे।


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