बस्तर

परिवार से मिलने पहुंचे छग युवा मंच के भवानी, कहा -मुआवजा के लिए करेंगे संघर्ष
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 28 अक्टूबर। बस्तर जिले के दरभा ब्लॉक अंतर्गत जंगल के आस पास बसे गांव कामानार में बंदरों के उत्पात के कारण जान बचाने के उद्देश्य से कूदी दो महिला की तालाब में डूबने से मौत हो गई। जिला प्राशासन हफ्ता बीत जाने के बाद भी कोई मुआवजा का व्यवस्था नहीं किये। छ.ग. यु. मंच के नरेन्द्र भवानी ने पीडि़त परिवार से मिल ढांढस बंधाया और उचित मुआवजा केलिए संघर्ष करने का वादा किया।
मामले में छत्तीसगढ़ युवा मंच के संस्थापक नरेन्द्र भवानी ने बयान जारी कर बताया कि जगदलपुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत कामानार में दो महिला का बंदर के उत्पात के कारण 20 अक्टूबर को जान बचाने के उद्देश्य से दो महिला तालाब में कूदीं और बंदर भी पानी में कूदा और इस तरह दोनों महिला की जान चली गई, जो बेहद दु:ख का विषय है। जानकारी मिलते ही मैं ग्राम पंचायत कामानार पीडि़त परिवार के पास पहुंच इस दु:ख की घड़ी में ढांढस दिया और परिवार के सदस्यों के साथ घटना स्थल के पास गया।
भवानी ने आगे कहा कि यह घटना वन विभाग की लापरवाही से हुई है, जंगल के आसपास रहवासी इलाकों में जानवरों को उनसे दूर रखने का कार्य सर्वोपरि करना चाहिए, जंगलों से जानवर रहवासी बेल्ट में न आ सके जिससे मासूम ग्राम वनवासियों की जान ऐसे बेवजह न जा सके।
आगे कहा कि आज हफ्ता भर बाद भी फारेस्ट विभाग द्वारा कोई मुआवजा नहीं और पानी में डूबने के कारण मौत पर तहसीलदार दरभा द्वारा कोई मुआवजा नहीं, यह बेहद दु:खद है।
पीडि़त परिवार को भवानी ने उचित मुआवजा दिलाने करूँगा प्रयास, का वादा किया है। जल्द ही सम्बंधित अधिकारियों से मिल यह मुआवजा की मांग और कांगेर वेली के चारों तरफ जंगल में जाली तार फेंसिंग करने की मांग करूँगा, जिससे और बेकसूर भोले भाले लोगों की जान न जा सके।