सायराक्यूज (अमेरिका), 12 मार्च। पूर्व पेशेवर मुक्केबाज माइक टायसन पर 1991 में लिमोजिन कार में बलात्कार का आरोप लगाने वाली महिला ने अपना मुकदमा वापस ले लिया है। अमेरिकी जिला अदालत में दायर एक पत्र से यह जानकारी मिली।
टायसन के वकील डैनियल रुबिन के पत्र में कहा गया है कि वादी के वकील ने ‘‘मुझे सूचित किया है कि वादी अपनी शिकायत वापस ले रही है और स्वेच्छा से मामले को बंद कर रही हैं।’’
न्यायाधीश मिशेल कैट्ज को सात मार्च को यह पत्र लिखा गया था।
महिला के वकीलों ने मंगलवार को एक बयान में कहा, ‘‘हम इस बात से बेहद निराश हैं कि अदालत ने हमें मामले में दलीलों में संशोधन करने की अनुमति नहीं दी। यह शर्म की बात है कि हमारे मुवक्किल के मामले को प्रक्रियात्मक आधार पर खारिज करना पड़ा।’’
वकील डैरेन सेइलबैक द्वारा जारी बयान में कहा गया है, ‘‘हम अपने मुवक्किल के बयान के साथ खड़े हैं और उसका 100 फीसदी समर्थन करते हैं।’’
जनवरी 2023 में दायर अपने मुकदमे में महिला ने कहा कि 1987 से 1990 तक ‘हैवीवेट चैंपियन’ रहे टायसन ने अल्बानी नाइट क्लब में उनसे मुलाकात की थी और इसके बाद उन्होंने उनसे बलात्कार किया। महिला ने कहा कि उसके बाद से वह ‘‘शारीरिक, मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक रूप से आहत’’ रहीं।
टायसन ने इन आरोपों से इनकार किया है। 1992 में एक अलग मामले में उन्हें बलात्कार का दोषी ठहराया गया था और उन्हें तीन साल जेल में बिताने पड़े थे। (एपी)
(अब्दुल वहीद)
कराची, 12 मार्च। पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में मंगलवार को एक सुरंग में बलूच आतंकवादियों द्वारा एक यात्री ट्रेन पर हमला किए जाने के बाद सुरक्षा बलों ने कम से कम 16 आतंकवादियों को मार गिराया और 104 यात्रियों को बचा लिया। सुरक्षा अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि नौ डिब्बों में लगभग 400 यात्रियों को लेकर जाफर एक्सप्रेस क्वेटा से खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर जा रही थी तभी मंगलवार दोपहर गुदलार और पीरू कोनेरी इलाकों के बीच उस पर गोलीबारी की गई।
‘बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी’ (बीएलए) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली।
सुरक्षा सूत्रों ने पुष्टि की है कि आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान वे महिलाओं और बच्चों सहित 104 यात्रियों को बचाने में सफल रहे।
एक सूत्र ने कहा, ‘‘मुठभेड़ में 16 आतंकवादी मारे गए हैं और कई अन्य घायल हो गए हैं। मुठभेड़ अभी जारी है।’’
उन्होंने कहा कि जब तक सभी यात्रियों को ट्रेन से नहीं निकाल लिया जाता, तब तक आतंकवादियों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।
बताया जाता है कि अन्य आतंकवादी कुछ यात्रियों को पहाड़ी इलाकों में ले गए हैं और सुरक्षा बलों ने अंधेरे में उनका पीछा किया।
सूत्र ने बताया कि बचाए गए यात्रियों में 58 पुरुष, 31 महिलाएं और 15 बच्चे शामिल हैं तथा उन्हें एक अन्य ट्रेन से माच (पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के कच्छी जिले का एक शहर) भेजा गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवादियों ने अंधेरे का सहारा लेकर भागने की कोशिश करने के लिए अब छोटे-छोटे समूह बना लिए हैं, लेकिन सुरक्षा बलों ने सुरंग को घेर लिया है और शेष यात्रियों को भी जल्द ही बचा लिया जाएगा।’’
बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने बताया कि सुरक्षा बलों ने पहले एक डिब्बे से 80 यात्रियों - 43 पुरुष, 26 महिलाएं और 11 बच्चों - को छुड़ाने में कामयाबी हासिल की।
हालांकि प्राधिकारियों ने कोई और ब्यौरा नहीं दिया है, लेकिन रिंद ने बताया कि सुरंग में ट्रेन को रोके जाने की सूचना रेलवे प्राधिकारियों को मिलने के तुरंत बाद ही सैन्य टुकड़ियों सहित सुरक्षा बल उस दुर्गम इलाके में पहुंच गए थे जहां सुरंग स्थित है।
पाकिस्तानी मीडिया ने उस सुरंग के पास भीषण गोलीबारी और विस्फोट की खबर दी है, जहां आतंकवादियों ने ट्रेन पर हमला किया।
रिंद ने कहा कि पेशावर जाने वाली यात्री ट्रेन पर ‘‘भीषण’’ गोलीबारी की खबरों के बीच बचाव दल को मौके पर भेजा गया है।
इस बीच, पाकिस्तान रेलवे ने क्वेटा रेलवे स्टेशन पर एक आपातकालीन डेस्क स्थापित किया है क्योंकि चिंतित रिश्तेदार अपने प्रियजनों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए पहुंच रहे हैं।
पिछले वर्ष अक्टूबर में पाकिस्तान रेलवे ने डेढ़ महीने से अधिक समय के निलंबन के बाद क्वेटा और पेशावर के बीच रेल सेवाएं बहाल करने की घोषणा की थी।
जिस इलाके में ट्रेन को रोका गया है, वहां के जिला पुलिस अधिकारी राणा मोहम्मद दिलावर ने बताया कि सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया है, लेकिन ऐसी खबरें हैं कि आतंकवादियों ने कुछ महिलाओं और बच्चों को बंधक बना लिया है।
उन्होंने बताया कि ट्रेन में करीब चार से पांच सरकारी अधिकारी सवार थे।
पेशावर रेलवे स्टेशन के वरिष्ठ अधिकारी तारिक महमूद ने कहा कि लोगों को सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों के जरिए फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए।
पिछले वर्ष नवंबर में क्वेटा रेलवे स्टेशन पर एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को बम से उड़ा लिया था जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी और 62 अन्य घायल हो गए थे जिसके बाद रेलवे ने कई सेवाएं निलंबित कर दी थीं। (भाषा)
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने धमकी देने के बाद फ़िलहाल कनाडा के स्टील,अल्यूमीनियम और अन्य धातुओं पर 50 फ़ीसदी टैरिफ़ लगाने की योजना को रोक दिया है.
हालांकि कनाडा से आयात होने वाले इन मेटल्स पर 25 फ़ीसदी टैरिफ़ जारी रहेगा, जो 12 मार्च यानी आज से लागू हो रहा है.
ट्रंप का यह कदम कनाडा के ओंटारियो प्रांत के उस फ़ैसले के बाद आया है जिसमें उसने नॉर्थ अमेरिका के कुछ राज्यों को भेजी जाने वाली बिजली पर 25 फ़ीसदी के नए शुल्क लगाने को रोक दिया है.
ट्रंप ने बिजली सप्लाई पर इस शुल्क के ख़िलाफ़ कनाडा पर बड़े टैरिफ़ लगाने की धमकी दी थी.
यह दोनों देशों के बीच चल रहे ट्रेड वॉर के लिहाज़ से एक अहम कदम है, जो अमेरिका और कनाडा दोनों की अर्थव्यवस्था के लिए घातक है.
अमेरिका जिन देशों से इस्पात का आयात करता है उनमें साल 2024 में कनाडा सबसे आगे रहा है. (bbc.com/hindi)
एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स और एयरटेल ने स्टारलिंक हाई स्पीड इंटरनेट को भारत में लाने के लिए करार किया है.
इसकी जानकारी एयरटेल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक पोस्ट के जरिए दी है.
एयरटेल के बयान के अनुसार, “एयरटेल ने स्पेसएक्स के साथ समझौता किया है, जिसके तहत भारत में एयरटेल के ग्राहकों के लिए स्टारलिंक हाई स्पीड इंटरनेट की सेवाएं लाई जाएंगी."
"यह भारत में साइन किया गया पहला समझौता है, लेकिन इसकी शुरुआत स्पेसएक्स को भारत में स्टारलिंक सेवाएं देने की जरूरी मंज़ूरी मिलने के बाद ही होगी.”
“इस समझौते के तहत एयरटेल और स्पेसएक्स मिलकर यह देखेंगे कि स्टारलिंक एयरटेल की सेवाओं को कैसे बेहतर बना सकता है. साथ ही, भारतीय बाजार को लेकर एयरटेल के अनुभव से स्पेसएक्स की ग्राहकों और बिज़नेस को दी जाने वाली सेवाएं कैसे और अच्छी बनाई जा सकती हैं.”
इस समझौते में स्कूलों, स्वास्थ्य केंद्रों और दूरदराज के क्षेत्रों में कनेक्शन भी देने की बात भी शामिल है.
यह घोषणा तब हुई है जब कुछ हफ्ते पहले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाशिंगटन में एलन मस्क से मुलाकात की थी. (bbc.com/hindi)
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ट्रूथ पर एलान किया कि वह कनाडा से अमेरिका आने वाले स्टील और एल्युमीनियम पर टैरिफ़ बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर देंगे.
उन्होंने लिखा, "कनाडा के ओंटारियो ने अमेरिका में आने वाली बिजली पर 25 फीसदी टैरिफ़ लगाया है. इसके जवाब में मैंने अपने वाणिज्य मंत्री को कहा है कि कनाडा से अमेरिका में आने वाले स्टील और एल्युमिनियम पर भी 25 प्रतिशत और टैरिफ़ लगाया जाए, जिससे कुल टैरिफ़ 50 फ़ीसदी हो जाएगा. कनाडा उन देशों में से एक है, जो दुनिया में सबसे ज्यादा टैक्स लगाते हैं."
यह फैसला कल सुबह 12 मार्च से लागू होगा.
इसके अलावा ट्रंप ने कनाडा से अमेरिका के डेयरी प्रोडक्ट्स पर लगने वाले टैरिफ़ को हटाने के लिए भी कहा है.
ट्रंप ने आगे लिखा, "मैं जल्द ही बिजली से जुड़ी नेशनल इमरजेंसी की घोषणा करूंगा ताकि कनाडा की ओर से आ रहे इस खतरे को जल्दी खत्म किया जा सके."
इसी के साथ ट्रंप ने कनाडा से अमेरिका पर लगाए जाने वाले पुराने टैरिफ़ को हटाने के लिए कहा है और कनाडा को चेतावनी भी दी कि दो अप्रैल से अमेरिका में आने वाली कनाडाई कारों पर टैक्स को काफी बढ़ा दिया जाएगा. (bbc.com/hindi)
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने बताया है कि सऊदी अरब में यूक्रेन और अमेरिका के अधिकारियों के बीच चल रही बातचीत प्रगति पर है.
माइक वॉल्ट्ज़ ने जेद्दाह में बातचीत के दौरान एक ब्रेक के समय कहा, "हम सही दिशा में बढ़ रहे हैं."
वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के चीफ़ ऑफ़ स्टाफ़ ने इस बातचीत को "अब भी जारी प्रक्रिया" बताया है.
बीबीसी से बात करते हुए यूक्रेनी सांसद ओलेक्ज़ेंडर मेरेज़खो ने उम्मीद जताई कि अमेरिका फिर से यूक्रेन की सेना को समर्थन देना शुरू करेगा.
उन्होंने कहा, "यह मेरे लिए बहुत बड़ा झटका था. अभी भी यकीन करना मुश्किल है कि ऐसा हुआ है. हमारी सेना और नागरिकों की ज़िंदगी अमेरिकी सैन्य मदद पर टिकी है."
"मुझे उम्मीद है कि इस बातचीत के ज़रिए अमेरिका फिर से यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति और खुफिया जानकारी देना शुरू करेगा. हमें इस बातचीत से बहुत उम्मीदें हैं."
हाल के दिनों में यूक्रेन और अमेरिका के रिश्तों में तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी, जब राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिकी विदेश नीति में बदलाव करते हुए रूस पर दबाव बनाने के बजाय यूक्रेन को ज्यादा रियायतें देने को कहा. (bbc.com/hindi)
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में मंगलवार को यात्रियों से भरी एक ट्रेन पर हथियारबंद चरमपंथियों ने हमला कर यात्रियों को बंधक बना लिया है.
हमले की ज़िम्मेदारी अलगाववादी समूह बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने ली है. ये हमला क़्वेटा से पेशावर जा रही जाफ़र एक्सप्रेस पर हुआ है.
बीबीसी उर्दू के मुताबिक पाकिस्तान के सैन्य सूत्रों ने दावा किया है कि जाफर एक्सप्रेस हमले के बाद अब तक 104 यात्रियों को बचा लिया गया है, जबकि इस अभियान में 16 चरमपंथी मारे गए हैं.
इस बीच जाफर एक्सप्रेस के 80 यात्री मच्छ रेलवे स्टेशन पहुंच गए हैं, जहां उन्हें प्राथमिक चिकित्सा दी गई है.
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक़ इस ट्रेन में 9 डब्बे थे और इनमें 400 से ज़्यादा मुसाफ़िर सवार थे.
पाकिस्तान के गृह राज्य मंत्री तलाल चौधरी ने कहा है कि जाफर एक्सप्रेस के कई यात्रियों को ट्रेन से उतारकर चरमपंथी उन्हें पहाड़ी इलाक़े में ले गए हैं. (bbc.com/hindi)
सऊदी अरब में अमेरिका और यूक्रेन के बीच हुई बातचीत के एक दिन बाद यूक्रेन ने कहा है कि वो रूस के साथ तीस तीनों के तत्काल युद्ध विराम के अमेरिकी प्रस्ताव के लिए तैयार है.
अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा है कि वो इस प्रस्ताव को रूस के सामने भी रखेंगे और अब 'गेंद रूस के पाले में है.'
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़लेंस्की ने कहा है कि अब यह अमेरिका पर नर्भर है कि वो रूस को इस सकारात्मक प्रस्ताव के लिए तैयार करे.
अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय में क़रीब दो हफ़्ते पहले राष्ट्रपति ट्रंप और ज़ेलेंस्की के बीच हुई बहस के बाद मंगलवार को सऊदी अरब में दोनों देशों के बीच पहली बार ऑधिकारिक बैठक हुई है.
एक संयुक्त बयान में अमेरिका यह भी कहा है कि वो तुरंत ही यूक्रेन के साथ गोपनीय सूचनाएं और सुरक्षा सहयोग भी शुरू करेगा.
अमेरिका ने ट्रंप और ज़ेलेंस्की के बीच हुई बहस के बाद इस पर रोक लगा दी थी. (bbc.com/hindi)
इस्लामाबाद, 11 मार्च । पाकिस्तान का उग्रवादी अलगाववादी समूह बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) एक बार फिर अपनी हिंसक कार्रवाई के लिए चर्चा का विषय बन गया है। बीएलए ने दावा किया है कि इसने मंगलवार को सैकड़ों यात्रियों को ले जा रही एक यात्री ट्रेन पर हमला कर 100 से अधिक लोगों को बंधक बनाया है जिसमें कई सुरक्षा अधिकारी शामिल है। इसका यह भी कहना है कि इसके ऑपरेशन में 6 सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जाफर एक्सप्रेस की नौ बोगियों में लगभग 400 यात्री सवार थे। यह ट्रेन दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत के क्वेटा से खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर जा रही थी, तभी उस पर गोलीबारी की गई।
आखिर यह बीएलएल क्या है जिसने न सिर्फ पाकिस्तान को बड़ी टेंशन दे दी है। क्या है इसका इतिहास और क्या है इसकी मांगे?
बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) जिसे बलूच लिबरेशन आर्मी के नाम से भी जाना जाता है, एक बलूच जातीय राष्ट्रवादी उग्रवादी संगठन है।
माना जाता है कि यह ग्रुप मुख्य रूप से दक्षिणी अफगानिस्तान में क्रेंदित है और यहीं से यह पड़ोसी पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में हमले करता है। यह अक्सर पाकिस्तान सशस्त्र बलों, नागरिकों और विदेशी नागरिकों को निशाना बनाता है।
बीएलए का मकसद का बलूचिस्तान को पाकिस्तान से आजाद करना है। यह पाकिस्तानी सरकार पर बलूचिस्तान के विशाल प्राकृतिक संसाधनों का दोहन करने और क्षेत्र में गंभीर मानवाधिकारों के हनन का आरोप लगाता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीएलए को बलूचिस्तान में सक्रिय सबसे बड़ा सशस्त्र समूह माना जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि बीएलए के कई हजार सदस्य हैं।
बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) 25 साल से अधिक समय से सक्रिय है और ज्यादातर छोटे हमले करता रहा है लेकिन पिछले कुछ महीनों में इसने पाकिस्तान में कई बड़े हमलों को अंजाम दिया है।
'द बलूचिस्तान पोस्ट' के मुताबिक वर्ष 2024 में बलूचिस्तान में हिंसक गतिविधियों में तीव्र वृद्धि देखी गई क्योंकि 'स्वतंत्रता समर्थक उग्रवादी समूहों ने पाकिस्तानी राज्य के खिलाफ अपने अभियान तेज कर दिए।
बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए), बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ), बलूच राजी आजोई संगर (बीआरएएस) और अन्य संगठनों ने कथित तौर पर सैन्य बलों, बुनियादी ढांचे और राज्य सहयोगियों को निशाना बनाकर सैकड़ों हमले किए।
सामूहिक रूप से, इन ग्रुप्स ने 938 हमले किए, जिसके परिणामस्वरूप 1002 से अधिक मौतें, 689 घायल और कम से कम 546 संपत्ति को नुकसान पहुंचा।
2024 में बीएलए सबसे सक्रिय ग्रुप बना रहा, जिसने 302 हमले किए, जिनमें कथित तौर पर 580 से ज्यादा लोगों की मौत हुई जबकि 370 से अधिक घायल हुए। कम से कम 171 हमलों में संपत्ति को नुकसान पहुंचा।
ग्रुप ने 21 जिलों में 240 क्षेत्रों में ऑपरेशन करने का दावा किया। रिपोर्ट के मुताबिक इसके करीब 52 लड़ाके मारे गए जिनमें से अधिकतर मजीद ब्रिगेड के थे। मजीद ब्रिगेड हाई-प्रोफाइल आत्मघाती अभियानों को अंजाम देती है।
बीएलए ने कहा कि मजीद ब्रिगेड ने 2024 में छह बड़े ऑपरेशन किए, जिससे कथित तौर पर पाकिस्तानी सेना को काफी नुकसान हुआ।
बीएलए को पाकिस्तान, ईरान, चीन, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका, संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ ने आतंकी संगठन घोषित किया है।
(आईएएनएस)
ढाका, 11 मार्च । बांग्लादेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध के विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है। इस बीच स्थानीय मीडिया के मुताबिक मंगलवार को छह जिलों में छह बच्चों के साथ बलात्कार की घटनाएं सामने आई हैं। सोमवार को छह जिलों में बलात्कार के आरोप में कम से कम सात लोगों को गिरफ्तार किया गया। जिन बच्चों के साथ यौन उत्पीड़न हुआ, वे सभी छह से चौदह साल की उम्र के हैं। प्रमुख बांग्लादेशी समाचार पत्र 'द डेली स्टार' की रिपोर्ट के अनुसार, इन घटनाओं में से एक में, यौन उत्पीड़न की शिकार एक किशोरी ने स्थानीय मध्यस्थता बैठक के दौरान झूठा आरोप लगाए जाने और बदनाम किए जाने के बाद आत्महत्या कर ली। यौन उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं ने बांग्लादेश में कानून और व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को उजागर कर दिया है। बांग्लादेश में हाल ही में मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के खिलाफ महिला के खिलाफ बढ़ रहे अपराधों को लेकर कई प्रदर्शन हुए हैं। देश में महिलाएं बलात्कार के अपराधियों के लिए सख्त सजा और गृह मामलों के सलाहकार जहांगीर आलम चौधरी के इस्तीफे की मांग को लेकर सड़कों पर उतरीं। बांग्लादेश की स्थानीय मीडिया के अनुसार, देश भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों के छात्रों और शिक्षकों ने हाल की बलात्कार की घटनाओं के खिलाफ प्रदर्शन किया।
उन्होंने अपराधियों के लिए कठोर सजा की मांग की। प्रदर्शन के दौरान ढाका विश्वविद्यालय की प्रोफेसर तस्नीम सिराज महबूब ने गृह मामलों के सलाहकार को उनके इस्तीफे के बजाय बर्खास्त करने की मांग की, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उन्होंने महीनों पहले इसकी मांग की थी। देश के प्रमुख दैनिक ढाका ट्रिब्यून ने उनके हवाले से कहा, 'इस्तीफा एक सम्मानजनक विदाई है। वह इस सम्मान के लायक नहीं हैं।' शेख हसीना सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए पहले हाथ मिलाने वाले विभिन्न राजनीतिक संगठनों ने भी मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के तहत कानून-व्यवस्था की खराब स्थिति और बांग्लादेश में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की बढ़ती घटनाओं की निंदा की। यूनाइटेड न्यूज ऑफ बांग्लादेश की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को एक रैली को संबोधित करते हुए बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के वरिष्ठ संयुक्त सचिव रूहुल कबीर रिजवी ने आरोप लगाया कि देश में महिलाओं के खिलाफ बलात्कार और हिंसा की घटनाओं में वृद्धि वर्तमान प्रशासन की निष्क्रियता के कारण है। रिजवी ने कहा, "मौजूदा अंतरिम सरकार के तहत यह स्थिति क्यों पैदा हो रही है? अगर प्रशासन ठीक से काम करता तो बलात्कार, हत्या, चोट और भ्रष्टाचार की घटनाएं नहीं बढ़तीं।" उन्होंने कहा कि अब वास्तविकता यह है कि देश में कहीं भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। रविवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कट्टरपंथी संगठन जमात-ए-इस्लामी के महासचिव मिया गुलाम परवार ने ढाका ट्रिब्यून से कहा, "महिलाएं और बच्चे आज कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं - चाहे वह बसों, ट्रेनों, लॉन्चों, कार्यालयों, घरों, स्कूलों या मदरसों में हो। देश में स्थिति अखबारों और मीडिया में दिखाई गई स्थिति से कहीं ज़्यादा खराब है।" --(आईएएनएस)
मॉस्को, 11 मार्च । यूक्रेन ने मंगलवार को रूसी राजधानी पर अपना सबसे बड़ा ड्रोन हमला किया। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि रूस में कुल 337 यूक्रेनी ड्रोन गिराए गए। 91 ड्रोन मॉस्को क्षेत्र में गिराए गए जबकि और 126 कुर्स्क क्षेत्र में गिराए गए, जहां से यूक्रेनी सेनाएं पीछे हट रही हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ड्रोन अटैक में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई, एयरपोर्ट बंद हो गए और दर्जनों उड़ानों को डायवर्ट करना पड़ा। यह बड़ा ड्रोन हमला ऐसे समय में हुआ है, जब यूक्रेनी अधिकारियों का एक दल तीन वर्ष पुराने युद्ध में संभावित शांति वार्ता के लिए आधार तलाशने के लिए सऊदी अरब में अमेरिकी दल से मिलने की तैयारी कर रहा है। वहीं रूसी सेना पश्चिमी रूसी क्षेत्र कुर्स्क में हजारों यूक्रेनी सैनिकों को घेरने की कोशिश कर रही है। बता दें पिछले साल अगस्त में हजारों यूक्रेनी सैनिकों ने रूस के कुर्स्क क्षेत्र के लगभग 1,300 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर कब्जा कर लिया था। रूस को हाल के दिनों में क्षेत्र में कुछ कामयाबी मिली है। मॉस्को के मेयर सर्गेई सोब्यानिन ने कहा कि हवाई सुरक्षा अभी भी शहर पर हमलों को रोक रही है। उन्होंने टेलीग्राम पर एक पोस्ट में कहा, "मॉस्को पर दुश्मन के यूएवी (मानव रहित हवाई वाहनों) के सबसे बड़े हमले को नाकाम कर दिया गया है।"
रूस की राजधानी और आस-पास के क्षेत्र की आबादी कम से कम 21 मिलियन है। यह यूरोप के सबसे बड़े महानगरीय क्षेत्रों में से एक है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मॉस्को क्षेत्र के गवर्नर आंद्रेई वोरोब्योव ने कहा कि कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन घायल हो गए। उन्होंने एक क्षतिग्रस्त अपार्टमेंट की तस्वीर पोस्ट की, जिसकी खिड़कियां हमले में उड़ गई थीं। वोरोब्योव ने कहा कि कुछ लोगों को क्रेमलिन से लगभग 50 किमी (31 मील) दक्षिण-पूर्व में मॉस्को क्षेत्र के रामेंस्कोय जिले में एक बहुमंजिला इमारत खाली करने के लिए मजबूर होना पड़ा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मॉस्को में दहशत का कोई संकेत नहीं था, यात्री सेंट्रल मॉस्को में सामान्य रूप से काम पर जाते देखे गए। रूस के विमानन निगरानीकर्ता ने कहा कि हमलों के बाद हवाई सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मास्को के सभी चार हवाई अड्डों पर उड़ानें निलंबित कर दी गई हैं। मास्को के पूर्व में यारोस्लाव और निजनी नोवगोरोड क्षेत्रों में दो अन्य हवाई अड्डे भी बंद कर दिए गए हैं। हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि वे यूक्रेन में शांति स्थापित करना चाहते हैं, लेकिन कुर्स्क में रूस के बड़े हमले और रूस में यूक्रेन के ड्रोन हमलों की श्रृंखला के साथ युद्ध और गंभीर होता जा रहा है। रूस ने मॉस्को और प्रमुख प्रतिष्ठानों पर ढेरों इलेक्ट्रॉनिक 'छतरियां' विकसित की हैं। रणनीतिक इमारतों पर अतिरिक्त उन्नत आंतरिक परतें और राजधानी के मध्य में क्रेमलिन तक पहुंचने से पहले ड्रोन को मार गिराने के लिए हवाई सुरक्षा का एक जटिल जाल बनाया है। कीव, जो खुद रूस के बड़े पैमाने पर ड्रोन हमलों का लक्ष्य है, ने बार-बार ड्रोन हमला कर जवाब देने की कोशिश की है। -(आईएएनएस)
सिटी, 11 मार्च । वेटिकन ने बताया कि पोप फ्रांसिस के स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। डॉक्टरों का कहना है कि उनकी सेहत में सुधार हो रहा है और जान को कोई खतरा नहीं है। वेटिकन ने पोप फ्रांसिस की हेल्थ के बारे में बताया कि 88 वर्षीय पोप फ्रांसिस को जल्द ही अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है। हालांकि, उनकी स्थिति अभी भी जटिल है। वेटिकन ने एक बयान में कहा, "होली फादर की चिकित्सा स्थितियां अभी भी स्थिर बनी हुई है।" बयान में कहा गया है कि पिछले दिनों में जो सुधार हुए थे, वे अब और बेहतर हो गए हैं, जैसा कि खून के टेस्ट, डॉक्टर की जांच और दवाइयों के अच्छे असर से साबित हुआ है। डॉक्टरों ने सलाह दी है कि पोप फ्रांसिस अपना इलाज पूरा करने के लिए कुछ और दिनों के लिए चिकित्सा निगरानी में रहें, क्योंकि उनकी स्थिति जटिल है और उन्हें अस्पताल में भर्ती होने के समय गंभीर संक्रमण था। पोप फ्रांसिस की तबीयत में सुधार हो रहा है और वह अपने इलाज के दौरान शारीरिक तथा सांस संबंधी चिकित्सा से गुजर रहे हैं।
वे रात में ऑक्सीजन मास्क और दिन में हाई-फ्लो ऑक्सीजन कैनुला का उपयोग करते हैं। हालांकि, पोप ने अपने प्रवेश के बाद से कोई सार्वजनिक उपस्थिति नहीं दिखाई है, लेकिन वे वीडियो लिंक के माध्यम से वेटिकन की प्रार्थनाओं का पालन करते हैं। पिछले सप्ताह पोप ने एक ऑडियो संदेश भी रिकॉर्ड किया, जिसमें उन्होंने अपने स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना और समर्थन करने वालों के प्रति आभार व्यक्त किया। लगातार चार रविवार तक अपनी एंजेल्स प्रार्थना में शामिल नहीं होने के बावजूद पोप फ्रांसिस ने अपनी चिकित्सा टीम के प्रति आभार व्यक्त करते हुए एक संदेश साझा किया। उन्होंने लिखा, "मैं भी सेवा की सोच और देखभाल की कोमलता का अनुभव करता हूं, विशेष रूप से डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं।" -(आईएएनएस)
मनीला, 11 मार्च। मानवता के खिलाफ अपराध के एक मामले के सिलसिले में अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) के आदेश के बाद फिलीपीन की पुलिस ने पूर्व राष्ट्रपति रोड्रिगो डुटर्टे को मंगलवार को मनीला के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया। फिलीपीन सरकार ने यह जानकारी दी।
इस मामले में डुटेर्टे के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय ने वारंट जारी किया था।
राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस के कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि डुटर्टे को हांगकांग से आने के बाद गिरफ्तार किया गया और पुलिस ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय के आदेश पर हिरासत में लिया।
अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय अवैध मादक पदार्थ के खिलाफ पूर्व राष्ट्रपति की कार्रवाई के तहत हुई बड़े पैमाने पर हत्याओं की जांच कर रहा है। (एपी)
अमेरिका के शीर्ष राजनयिक ने कहा है कि उन्हें सऊदी अरब में अमेरिका और यूक्रेनी अधिकारियों के बीच होने वाली वार्ता से पहले रूस के साथ युद्ध ख़त्म करने के लिए आंशिक युद्ध विराम के प्रस्ताव में उम्मीद दिखाई दे रही है.
अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने सोमवार को कहा, "मैं यह नहीं कह रहा है कि अकेला होना काफ़ी है लेकिन युद्ध को ख़त्म करने के लिए आपको इस तरह की रियायत की ज़रूरत होगी."
यूक्रेन के एक अधिकारी ने न्यूज़ एजेंसी एएफपी को बताया कि मंगलवार को होने वाली वार्ता के दौरान यूक्रेन की ओर से रूस के साथ हवाई और नौसैनिक युद्धविराम का प्रस्ताव रखे जाने की उम्मीद है.
इससे पहले रूस ने अस्थायी युद्धविराम विचार को ठुकरा दिया था. उसका कहना था कि यह समय खरीदने और यूक्रेन की सैन्य पतन को रोकने की कोशिश है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की सोमवार को सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाक़ात करने के लिए सऊदी अरब पहुंचे.
रियाद में ही यूक्रेन युद्ध युद्धविराम समझौते की शर्तों पर मंगलवार को अमेरिकी और यूक्रेनी अधिकारियों की बातचीत होगी, लेकिन राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के इस बातचीत में शामिल नहीं होंने की उम्मीद है.
ज़ेलेंस्की ने सोमवार देर रात अपने वीडियो संबोधन में कहा कि वह वार्ता से "ठोस परिणाम" की उम्मीद कर रहे हैं. (bbc.com/hindi)
ओटावा, 10 मार्च । कनाडा के पीएम पद की रेस जीतने वाले मार्क कार्नी के नेतृत्व में क्या ओटावा नई दिल्ली के साथ ज्यादा बेहतर संबंध कायम करेगा। यह सवाल इसलिए उठा है क्योंकि कार्नी चुनाव अभियान के दौरान भारत के साथ तनावपूर्ण संबंधों के 'पुनर्निर्माण' की बात जोर-शोर उठा चुके हैं। कनाडा के केन्द्रीय बैंक और बैंक ऑफ इंग्लैण्ड के पूर्व गवर्नर ने रविवार को लिबरल पार्टी के नेतृत्व की प्रतियोगिता में तीन प्रतिद्वंद्वियों को भारी मतों से हराया। कार्नी ने अब तक किसी भी निर्वाचित पद पर कार्य नहीं किया है। वह आने वाले दिनों में प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे और अगले आम चुनाव में लिबरल पार्टी का नेतृत्व करेंगे। पीएम जस्टिन ट्रूडो के बार-बार दिए गए 'बेतुके बयान' और आधारहीन आरोपों के चलते दोनों देशों के संबंध अपने सबसे बुरे दौर में पहुंच गए। हालांकि अब ट्रूडो की जगह लेने वाले कार्नी ने संबंधों को सुधारने के संकेत देते रहे हैं। हाल ही में कैलगरी में एक बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, "कनाडा समान विचारधारा वाले देशों के साथ अपने व्यापारिक संबंधों में विविधता लाना चाहता है और भारत के साथ संबंधों को फिर से स्थापित करने के अवसर मौजूद हैं।" कनाडा में भारत विरोधी खालिस्तानी तत्वों की गतिविधियां भारत के लिए चिंता की वजह रही हैं।
नई दिल्ली ने बार-बार ओटावा से भारत विरोधी गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। ओटावा के साथ नई दिल्ली के रिश्ते पिछले कुछ वर्षों में बिगड़ते चले गए है। भारत ने बार-बार कनाडा में उग्रवाद, हिंसा की संस्कृति और भारत विरोधी गतिविधियों के बारे में अपनी गहरी चिंता व्यक्त की है और ओटावा से इन गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। 18 जून 2023 को खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की ब्रिटिश कोलंबिया में एक गुरुद्वारा की पार्किंग में गोली मारकर हत्या कर दी गई। निज्जर हत्याकांड नई दिल्ली और ओटावा के संबंधों में बड़े विवाद की वजह बन गया जब कनाडा के पीएम जस्टिसन ट्रूडो ने इस हत्या में भारत के शामिल होने का आरोप लगाया। उन्होंने 18 सितंबर 2023 को संसद में कहा था, "पिछले कुछ हफ्तों से, कनाडाई सुरक्षा एजेंसियां भारत सरकार के एजेंटों और निज्जर की हत्या के बीच संभावित संबंध के विश्वसनीय आरोपों की सक्रिय रूप से जांच कर रही हैं।" नई दिल्ली ने इस आरोप को मजबूती से खारिज कर दिया और कनाडा की तरफ से इसे लेकर कभी कोई सबूत सामने नहीं रखे गए। - (आईएएनएस)
तेहरान, 10 मार्च । ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने दोहराया कि ईरान ने कभी भी परमाणु हथियार बनाने की कोशिश नहीं की है। उन्होंने सर्वोच्च नेता अली खामेनेई के धार्मिक आदेश का हवाला दिया, जिसमें ऐसे हथियारों पर प्रतिबंध लगाया गया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, पेजेशकियन ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम की शांतिपूर्ण प्रकृति की पुष्टि के लिए अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के साथ चल रहे सहयोग का जिक्र किया। ईरानी राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, पेजेशकियन ने यह टिप्पणी नॉर्वे के प्रधानमंत्री जोनास गहर स्टोरे के साथ फोन पर बातचीत के दौरान की। उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की। ईरानी राष्ट्रपति ने इजरायल पर क्षेत्रीय तनाव की मुख्य वजह होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि तेल अवीव ईरान की परमाणु गतिविधियों को सुरक्षा के लिए खतरा बताने के लिए मनगढ़ंत दावे करता है।
पेजेशकियन ने यह भी कहा कि ईरान तनाव और संघर्ष को नुकसानदेह मानता है, लेकिन वह अपनी सुरक्षा और हितों के खिलाफ किसी भी खतरे का मजबूती से जवाब देगा। उन्होंने ईरान और नॉर्वे के बीच सकारात्मक संबंधों की प्रशंसा की। ईरानी बयान के अनुसार, नॉर्वे के प्रधानमंत्री ने ईरान के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखने की ओस्लो की इच्छा व्यक्त की और पश्चिम एशिया क्षेत्र में मुद्दों के शांतिपूर्ण समाधान का स्वागत किया और इस संबंध में समर्थन की पेशकश की। बता दें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि वह ईरान के साथ उसके परमाणु मुद्दे पर बातचीत करना चाहते हैं और उन्होंने गुरुवार को ईरानी नेतृत्व को एक पत्र भेजा है। वहीं ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई ने शनिवार को कहा कि कुछ 'धमकाने वाली' शक्तियों की तरफ से बातचीत पर जोर देने का मकसद मुद्दों को हल करना नहीं, बल्कि इस्लामी गणराज्य पर अपनी मांगें थोपना है। खामेनेई के कार्यालय की ओर से जारी फुटेज के अनुसार, खामेनेई ने यह टिप्पणी शनिवार को तेहरान में सरकारी अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान की। उनका यह बयान ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत के लिए विशेष रूप से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अपील का जवाब था। ईरानी नेता ने कहा, "उनकी बातचीत मुद्दों को सुलझाने के लिए नहीं, बल्कि दूसरे पक्ष पर अपना प्रभुत्व जमाने और अपनी इच्छाएं थोपने के लिए है।" -(आईएएनएस)
ओटावा, 10 मार्च । मार्क कार्नी कनाडा के प्रधानमंत्री पद की दौड़ जीत ली है। वह जस्टिन ट्रूडो की जगह लेंगे। कार्नी ऐसे समय में देश की कमान संभालेंगे जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ओटावा के खिलाफ व्यापार युद्ध छेड़ा हुआ है। कनाडा के केन्द्रीय बैंक और बैंक ऑफ इंग्लैण्ड के पूर्व गवर्नर ने रविवार को लिबरल पार्टी के नेतृत्व की प्रतियोगिता में तीन प्रतिद्वंद्वियों को भारी मतों से हराया। कार्नी ने अब तक किसी भी निर्वाचित पद पर कार्य नहीं किया है। कार्नी आने वाले दिनों में प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे और अगले आम चुनाव में लिबरल पार्टी का नेतृत्व करेंगे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 59 वर्षीय कार्नी ने अपने विजय भाषण के दौरान ज्यादातर समय ट्रंप पर हमला बोला। उन्होंने कहा, "अमेरिकियों को कोई गलतफहमी नहीं होनी चाहिए। हॉकी की तरह, व्यापार में भी, कनाडा जीतेगा।" बता दें यूएस प्रेसिडेंट लंबे समय से कनाडा को लेकर हमलावर रहे हैं। वह कई बार कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बता चुके हैं और इसके प्रधानमंत्री को राज्य का गर्वनर। ट्रंप ने ओटावा को अपनी इच्छा के अनुरूप झुकाने के लिए कनाडा से आयातित उत्पादों पर 25 टैरिफ लगाए, हालांकि फिर उन्होंने इनमें से कुछ पर रोक भी लगा दी।
कनाडा ने भी जवाबी टैरिफ लगाए। ट्रूडो ने अपने अमेरिकी समकक्ष पर देश की अर्थव्यवस्था को ध्वस्त करने की कोशिश करने का आरोप लगाया। कार्नी ने अपने विजय भाषण में कहा कि ट्रंप 'कनाडाई श्रमिकों, परिवारों और व्यवसायों पर हमला कर रहे हैं।" उन्होंने कहा, "हम उन्हें सफल नहीं होने दे सकते।" कार्नी के मुताबिक उनकी सरकार अमेरिकी आयातों पर टैरिफ तब तक जारी रखेगी 'जब तक अमेरिकी हमें सम्मान नहीं देते।" कनाडा को 51वां अमेरिकी राज्य बनाने के ट्रंप के दावे के जवाब में, कार्नी ने कहा, "कनाडा कभी भी किसी भी तरह से, अमेरिका का हिस्सा नहीं होगा।" उन्होंने कहा, "अमेरिकी हमारे संसाधन, हमारा पानी, हमारी ज़मीन, हमारा देश चाहते हैं।" उन्होंने कहा। "ये काले दिन हैं, एक ऐसे देश की ओर से थोपे गए काले दिन जिस पर हम अब भरोसा नहीं कर सकते।" लिबरल नेतृत्व की दौड़ जनवरी में शुरू हुई थी जब ट्रूडो ने लगभग एक दशक तक पद पर रहने के बाद इस्तीफा दे दिया था। मतदाताओं के बीच गहरी अलोकप्रियता के कारण उन पर पद छोड़ने का बेहद दबाव था। लोग आवास संकट और बढ़ती कॉस्ट ऑफ लीविंग से निराश थे। ट्रूडो ने रविवार को अपनी लिबरल पार्टी को विदाई संबोधन के दौरान चेतावनी दी कि कनाडा को संयुक्त राज्य अमेरिका से "अस्तित्व संबंधी चुनौती" और "आर्थिक संकट" का सामना करना पड़ रहा है। - (आईएएनएस)
यरूसलम, 10 मार्च । इजरायल गाजा पट्टी के फिलिस्तीनी निवासियों को दूसरी जगह बसाने के लिए एक 'प्रवासन प्रशासन' बनाने की योजना पर काम कर रहा है। यह जानकारी इजरायल के वित्त मंत्री बेजेलेल स्मोट्रिच ने दी। स्मोट्रिच कट्टर दक्षिणपंथी नेता हैं और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने यह बयान संसद में एक सम्मेलन के दौरान दिया। इस कार्यक्रम का आयोजन "लैंड ऑफ इजरायल कॉकस" नामक एक संगठन ने किया था। न्यूज एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, इस सम्मेलन में स्मोट्रिच ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 'गाजा रिवेरा' योजना का जिक्र किया। इस योजना के तहत अमेरिका गाजा का नियंत्रण अपने हाथ में लेगा, वहां के निवासियों को हटाया जाएगा, और इस क्षेत्र को मिडिल ईस्टर्न 'रिवेरा' के रूप में विकसित किया जाएगा। यह योजना फरवरी 2024 में सामने आई थी और इसे व्यापक विरोध का सामना करना पड़ा है। हालांकि, नेतन्याहू और कई अन्य इजरायली मंत्री इसका समर्थन कर रहे हैं।
स्मोट्रिच के अनुसार, इजरायल के रक्षा मंत्रालय में माइग्रेशन अथॉरिटी स्थापित करने की तैयारियां चल रही हैं। उन्होंने कहा कि यदि प्रतिदिन 10,000 लोगों को गाजा से बाहर ले जाया जाए, तो पूरे गाजा की 20 लाख की आबादी को हटाने में लगभग छह महीने लगेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि अमेरिका के साथ मिलकर उन देशों की पहचान करने का काम चल रहा है, जहां गाजा के लोगों को बसाया जा सकता है। ट्रंप की इस योजना का अरब देशों सहित दुनिया के कई हिस्सों में विरोध हो रहा है। इसके जवाब में, अरब देशों ने मंगलवार को मिस्र द्वारा प्रस्तावित 53 अरब डॉलर की गाजा पुनर्निर्माण योजना को मंजूरी दी, जिसका मकसद गाजा में लोगों को वहां से हटाए बिना फिर से बसाना है। फरवरी 2024 में, राष्ट्रपति ट्रंप ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा था कि अमेरिका गाजा का नियंत्रण अपने हाथ में लेगा। उन्होंने दावा किया कि अमेरिका को ऐसा करने का अधिकार है। ट्रंप ने जोर्डन के किंग अब्दुल्ला II से कहा था, "हम इसे अपने पास रखेंगे, इसे ठीक से चलाएंगे, और यहां शांति बनाए रखेंगे ताकि कोई सवाल न उठाए।" उन्होंने यह भी इच्छा जताई कि गाजा को एक आकर्षक पर्यटन और व्यापारिक केंद्र में बदला जाए, जहां रिसॉर्ट और ऑफिस बनाए जा सकें। -(आईएएनएस)
न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक़ दक्षिण कोरिया की सेना ने कहा है कि उत्तर कोरिया ने सोमवार को अपने पश्चिमी तट से कई अज्ञात बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक़ दक्षिण कोरिया के संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ (जेसीएस) ने संवाददाताओं को भेजे एक संदेश में कहा कि मिसाइलों को स्थानीय समयानुसार क़रीब 2 बजे पश्चिमी तट से समुद्र की ओर दागा गया.
इस संदेश में कहा गया है कि दक्षिण कोरियाई सेना ने निगरानी और सतर्कता बढ़ा दी है.
उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने सोमवार से शुरू अमेरिका और दक्षिण कोरिया के वार्षिक संयुक्त सैन्य अभ्यास की आलोचना की थी और कहा कि इससे कोरियाई प्रायद्वीप में स्थिति और खराब हो जाएगी. (bbc.com/hindi)
अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो और अरबपति कारोबारी एलन मस्क के बीच पोलैंड के विदेश मंत्री राडोस्लाव सिकोर्स्की के साथ रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर लंबी बहस हुई.
एक्स पर हुई ये बहस यूक्रेन में हाई-स्पीड इंटरनेट उपलब्ध कराने वाली मस्क की स्टारलाइन सैटेलाइट सिस्टम के इस्तेमाल को लेकर हुई.
यूक्रेन में सिस्टम को बंद करने वाले मस्क के एक पोस्ट के जवाब में सिकोर्स्की ने कहा कि अगर स्टारलिंक को बंद करने की धमकी दी गई, तो दूसरे सप्लायर्स की तलाश की जाएगी.
हालांकि रुबियो ने मस्क के उस दावे को तुरंत ही खारिज किया जिसमें सिस्टम बंद करने की बात कही गई थी. साथ ही उन्होंने सिकोर्स्की से आभार जताने का आग्रह किया.
तीनों के बीच जारी ये बहस तब ख़त्म हुई जब मस्क ने सिकोर्स्की को 'छोटा व्यक्ति' कहा.
स्टारलिंक सिस्टम स्पेसएक्स के उस मिशन का हिस्सा है, जिसका मक़सद दुनिया भर में दूरदराज और वंचित क्षेत्रों, जैसे युद्ध क्षेत्रों में हाई-स्पीड इंटरनेट उपलब्ध कराना है.
रविवार का यह बहस तब शुरू हुआ जब मस्क ने पोस्ट किया कि स्टारलिंक "यूक्रेनी सेना की रीढ़" है.
उन्होंने लिखा, "अगर मैं इसे बंद कर दूं तो युद्ध में खड़ी आगे की पंक्ति ध्वस्त हो जाएगी."
मस्क के इस पोस्ट के जवाब में सिकोर्स्की ने कहा इस सर्विस के लिए पौलेंड भुगतान कर रहा है. (bbc.com/hindi)
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की पूर्व प्रमुख वैज्ञानिक और स्वास्थ्य मंत्रालय की सलाहकार सौम्या स्वामिनाथन ने व्यक्ति के काम करने के घंटों को लेकर एक बयान दिया है.
उन्होंने कहा है कि लोगों को अपने शरीर की सुननी चाहिए और जब शरीर को आराम की ज़रूरत हो तो करना चाहिए. ऐसा न करने की स्थिति में आपकी कार्य क्षमता प्रभावित हो सकती है.
स्वामिनाथन ने समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए गए एक साक्षात्कार में कहा कि छोटे अंतराल के लिए बहुत ज़्यादा काम किया जा सकता है, जैसा कोविड-19 के दौरान देखने को मिला था मगर, लंबे समय के लिए ऐसा नहीं हो सकता है.
सौम्या स्वामिनाथन ने इस बात पर ज़ोर दिया कि उत्पादकता काम की गुणवत्ता पर निर्भर करती है ना कि काम करने के लिए ख़र्च किए गए समय पर.
सौम्या स्वामिनाथन ने कहा, “मैं जानती हूं कि कुछ लोग बहुत कठिन परिश्रम करते हैं. इसलिए, मुझे लगता है कि यह एक व्यक्तिगत मामला है. जब आप थक जाते हैं तो आपका शरीर आपको बताता है. तब आपको अपने शरीर की बात सुननी चाहिए.”
“आप कुछ महीनों के लिए कठिन परिश्रम कर सकते हैं, जैसा कोविड के दौरान हमने किया था. मगर, क्या हम इसे कई सालों तक जारी रख सकते हैं? मुझे तो नहीं लगता.”
उन्होंने कहा, “उन दो-तीन वर्षों के लिए हमने ऐसा किया. हमने ज़्यादा नींद भी नहीं ली. हम ज़्यादातर समय तनाव में थे. कई बातों को लेकर चिंतित थे. खासतौर पर स्वास्थ्य की देखभाल से जुड़े लोग. वे लोग दिन-रात काम कर रहे थे.“
“उसके बाद कई लोगों ने यह प्रोफ़ेशन ही छोड़ दिया. छोटे समय के लिए ऐसा किया जा सकता है, मगर यह वास्तविक तौर पर स्थायी नहीं है.” (bbc.com/hindi)
अमेरिकी सीक्रेट सर्विस ने एक बयान में कहा कि रविवार को तड़के व्हाइट हाउस के बाहर एक "सशस्त्र झड़प" में एक व्यक्ति को गोली मारी गई है.
बयान में कहा गया है कि स्थानीय पुलिस से एक गुप्त सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति "आत्मघाती हो सकता है, जो इंडियाना से वॉशिंगटन डीसी की यात्रा कर रहा है."
बयान में बताया गया कि मिली गुप्त सूचना के मुताबिक़, अधिकारी उस आदमी के पास गए जो उस जानकारी से मेल खाता था और जिसके पास हथियार दिखाया गया था. इसके बाद गोलीबारी हुई.
सीक्रेट सर्विस ने कहा कि वह व्यक्ति अब "अज्ञात" हालत में अस्पताल में है.
हालांकि जिस वक़्त ये हुआ तब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस में मौजूद नहीं थे. (bbc.com/hindi)
इसराइल ने कहा है कि वो ग़ज़ा को हो रही बिजली की सप्लाई को तुरंत प्रभाव से बंद कर रहा है.
उसका कहना है कि वो बचे 59 बंधकों की रिहाई चाहता है और इसके लिए हमास पर दबाव डालने के इरादे से यह कदम उठा रहा है.
देश के ऊर्जा मंत्री एली कोहेन ने कहा उन्होंने इसराइल इलेक्ट्रिसिटी कॉर्पोरेशन को इलाक़े की सप्लाई रोकने का आदेश दिया है.
एली कोहेन ने कहा, "मैंने ग़ज़ा पट्टी के लिए बिजली की सप्लाई तुरंत बंद करने के आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. हम अपने पास मौजूद हर रास्ते का इस्तेमाल करेंगे ताकि बंधकों की रिहाई हो और ग़ज़ा से हमास का ख़ात्मा सुनिश्चित हो सके."
बीते सप्ताह इसराइल ने ग़ज़ा में राहत सामग्री, तेल और दूसरी चीज़ें लेकर जाने वाली गाड़ियों का रास्ता रोक दिया था. उसका कहना था कि वो पानी सप्लाई बंद करने के बारे में भी विचार कर रहा है.
इसराइल चाहता है कि हमास अपने युद्ध विराम के पहले चरण के विस्तार को स्वीकार कर ले.
लेकिन हमास चाहता है कि युद्धविराम को लेकर दूसरे चरण की बातचीत शुरू हो. (bbc.com/hindi)
जस्टिन ट्रूडो के बाद कनाडा के नए प्रधानमंत्री मार्क कार्नी होंगे. वह ब्रिटेन और कनाडा के केंद्रीय बैंकों के प्रमुख रह चुके हैं.
तीन प्रतिद्वंद्वियों के ख़िलाफ़ आसानी से नेतृत्व की दौड़ जीतने वाले कार्नी अगले आम चुनाव में कनाडा की लिबरल पार्टी की ओर से चुनाव लड़ेंगे.
जस्टिन ट्रूडो पर अपनी ही पार्टी के भीतर से इस्तीफ़ा देने के लिए दबाव बढ़ रहा था, जिसके बाद नौ साल तक प्रधानंत्री पद पर रहने के बाद जनवरी में उन्होंने अपने इस्तीफे़ की घोषणा की थी.
प्रधानमंत्री का पद स्वीकार करते हुए कार्नी ने कहा, "हमारा देश काले दिनों का सामना कर रहा है जो उस देश के कारण आए हैं जिस पर हम अब भरोसा नहीं कर सकते."
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को संदेश देते हुए कार्नी ने संकल्प लिया कि 'जब तक अमेरिकी हमें सम्मान नहीं देंगे, तब तक वे अमेरिकी वस्तुओं पर रेसिप्रोकल टैरिफ़ (जवाबी ) जारी रखेंगे.' (bbc.com/hindi)
वाशिंगटन, 9 मार्च। अमेरिकी खुफिया सेवा के कर्मियों ने इंडियाना से आए एक हथियारबंद व्यक्ति को रविवार तड़के व्हाइट हाउस के पास गोली मार दी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
खुफिया सेवा के बयान के अनुसार, आधी रात के आसपास व्हाइट हाउस के पास हुई गोलीबारी में (हथियारबंद व्यक्ति के अलावा) कोई और घायल नहीं हुआ।
गोलीबारी की घटना के समय राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप फ्लोरिडा में थे।
खुफिया सेवा को स्थानीय पुलिस से एक कथित ‘‘आत्मघाती व्यक्ति’’ के बारे में सूचना मिली, जो इंडियाना से यात्रा कर रहा था। बाद में खुफिया सेवा के कर्मियों ने व्हाइट हाउस के पास उस व्यक्ति की कार और उसके विवरण से मेल खाते एक व्यक्ति को पाया।
खुफिया सेवा ने एक बयान में कहा, ‘‘जैसे ही अधिकारी पास आए, व्यक्ति ने बंदूक तानी और मुठभेड़ शुरू हो गयी। उस दौरान हमारे कर्मियों ने गोलियां चलाईं।’’
बयान में कहा गया कि उस व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हालांकि, घायल व्यक्ति की हालत के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। (एपी)