अंतरराष्ट्रीय
टोक्यो, 18 अप्रैल। पश्चिमी जापान में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.6 मापी गई। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने गुरुवार सुबह पत्रकारों से कहा कि भूकंप के बाद किसी बड़े नुकसान या किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (जेएमए) के अनुसार, भूकंप स्थानीय समय के अनुसार रात लगभग 11:14 बजे आया।
पब्लिक ब्रॉडकास्टर एनएचके ने गुरुवार सुबह बताया, ''भूकंप से एहिमे और कोची में सात लोगों को हल्की चोटें आईं। कुछ क्षेत्रों में मामूली क्षति हुई, जिसमें पानी के पाइप टूटना, बिजली के तार लटकना, स्ट्रीट लाइटें गिरना और राष्ट्रीय सड़क पर भूस्खलन शामिल है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, मौसम एजेंसी ने शुरुआत में भूकंप की तीव्रता 6.4 बताई थी। लेकिन बाद में तीव्रता 6.6 बताई गई।
ऑपरेटर शिकोकू इलेक्ट्रिक पावर कंपनी ने कहा कि भूकंप से एहिमे प्रीफेक्चर में इकाता परमाणु ऊर्जा संयंत्र को कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ।
क्यूशू इलेक्ट्रिक पावर कंपनी ने भी कहा कि क्यूशू द्वीप पर कागोशिमा प्रान्त में सेंदाई परमाणु ऊर्जा संयंत्र में कोई असामान्यता नहीं पाई गई है।
(आईएएनएस)
ब्रिटेन के एक पिता-पुत्री को सोमरसेट के समुद्र तट पर एक दैत्याकार समुद्री जीव का जबड़ा मिला है जो 20.2 करोड़ साल पुराना है.
इंग्लैंड के सोमरसेट पर एक पिता-पुत्री को मिला अवशेष दुनिया के सबसे विशाल जानवरों में से एक का जबड़ा है. यह अवशेष 20 करोड़ साल से भी ज्यादा पुराना है. वैज्ञानिकों ने बुधवार को कहा कि यह इचिथ्योसॉर का जबड़ा है, जो धरती पर मौजूद रहे सबसे बड़े जानवरों में से एक था.
वैज्ञानिकों ने इचिथ्योसॉर के अब तक मिले अवशेषों के आकार से इसकी तुलना के बाद कहा कि यह दैत्याकार सरीसृप ट्रायसिक युग में समुद्र में विचरता था. इसका आकार 72 से 85 फुट के बीच होता था. आज जो सबसे बड़ी व्हेल मछलियां मौजूद हैं वे करीब इसी आकार की हैं. ब्लू व्हेल को दुनिया का सबसे बड़ा प्राणी माना जाता है और वह 100 फुट तक लंबी हो सकती है.
जब पृथ्वी पर डायनसोर रहते थे तब समुद्र में इन्हीं विशालकाय सरीसृपों का राज हुआ करता था. ये करीब 16 करोड़ साल तक मौजूद रहे. लगभग नौ करोड़ साल पहले ये विलुप्त हो गए. इनका आकार अलग-अलग हो सकता था. ये मछलियों और अन्य समुद्री जीवों को खाते थे.
पिता-पुत्री की खोज
2020 में रूबी रेनल्ड्स और उनके पिता जस्टिन रेनल्ड्स को सोमरसेट के ब्लू एंकर बीच पर यह अवशेष मिला था जो दूसरा ऐसा जबड़ा है. इससे पहले सोमरसेट के ही लिलस्टॉक बीच पर 2016 में ऐसा ही एक जबड़ा मिला था.
मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी में प्राणीविज्ञानी डीन लोमैक्स ने इस अवशेष के अध्ययन के बाद एक शोध पत्र प्रकाशित किया है. पीएलओएस वन (PLOS ONE) पत्रिका में प्रकाशित इस अध्ययन में लोमैक्स लिखते हैं, "यह सोचना ही रोमांचकारी है कि ट्रायसिक युग में जब जमीन पर डायनासोर रहते थे, तब इस इलाके के समुद्र में ब्लू व्हेल के आकार के दैत्याकार इचिथ्योसॉर तैर रहे थे.”
2020 जब रूबी रेनल्ड्स और उनके पिता को यह अवशेष मिला था, तब वह 11 साल की थीं. वह समुद्र तट पर अवशेषों की खोज में ही घूम रही थीं, जब उनकी नजर एक अवशेष पर पड़ी. उन्होंने आसपास के इलाके को और गहनता से खोजना शुरू किया और एक और ज्यादा बड़ा टुकड़ा मिला.
फिर उन्होंने लोमैक्स से संपर्क किया जो दुनिया में इचिथ्योसॉर के जानेमाने विशेषज्ञ हैं. तब विशेषज्ञों की मदद से आधी जमीन में दबी इस हड्डी को निकाला गया.
रोमांचकारी अनुभव
पहली बार इचिथ्योसॉर की खोज भी एक 12 साल की बच्ची ने ही की थी. 19वीं सदी की ब्रिटिश अवशेष खोजी मैरी ऐनिंग ने पहली बार इचिथ्योसॉर के अवशेष की खोज की थी. रूबी रेनल्ड्स की तुलना मैनिंग से की जा रही है. इस बारे में वह कहती हैं, "मैरी ऐनिंग एक अद्भुत प्राणीविज्ञानी थीं और उनसे तुलना होना मेरे लिए बहुत खुशी की बात है.”
रूबी के पिता जस्टिन रेनल्ड्स कहते हैं, "इन विशेषज्ञों के साथ काम करने का अनुभव बहुत मजेदार और सिखाने वाला रहा है. हम एक ऐसे शोधपत्र में शामिल होने से बहुत गर्वित हैं जिसमें एक नई प्रजाति की खोज का जिक्र है.”
शोधपत्र के सह-लेखक फ्लोरिडा के प्राणीविज्ञानी जिमी वॉल्ड्रन कहते हैं कि ऐसी खोजें अविश्वसनीय पल होते हैं. उन्होंने कहा, "ऐसी खोजों से हमें संसार में अपनी जगह का अहसास होता है. हमारे समुद्रों में कभी इतने विशाल जीव रहते थे, उसी सूरज की धूप सेंकते थे, उसी हवा में सांस लेते थे और फिर एक दिन विलुप्त हो गए. इस जानकारी से हमें पता चलता है कि जीवन के नाजुक लेकिन लगातार चलते रहने वाले चक्र में हर प्रजाति कितनी महत्वपूर्ण है.”
इचिथ्योसॉर के और कोई अवशेष अब तक नहीं मिले हैं लेकिन वैज्ञानिकों ने अन्य प्रजातियों के अवशेषों के आधार पर उसके रूप का एक अनुमान लगाया है. जबड़े की जो हड्डी रूबी और उनके पिता को मिली वह निचले हिस्से में दांतों के ठीक पीछे की हड्डी है.
इसके बारे में वॉल्ड्रन कहते हैं, "टी-रेक्स में जबड़े की इस हड्डी का आकार एक से डेढ़ फुट का होता था. रूबी और उनके पिता ने जो हड्डी खोजी है वह सात फुट लंबी है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह जानवर कितना बड़ा था और इसका चबाना कितना शक्तिशाली होता होगा.”
वीके/एए (रॉयटर्स)
तेल अवीव, 18 अप्रैल । इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने गुरुवार तड़के राफा क्षेत्र में हवाई हमले किए। हमले में कई लोगों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है।
इजरायली और अरब मीडिया के अनुसार, हमले में कई लोगों के मारे जाने की आशंका है और कई घायल हुए हैं।
ईरान ने इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए हैं, इसलिए आईडीएफ ने हमास और हिजबुल्लाह आतंकवादियों के खिलाफ अपनी आक्रामकता बढ़ा दी है।
आईडीएफ ने बुधवार को राफा क्षेत्र में हवाई हमला किया था जिसमें सात लोग मारे गए थे। अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस सहित इजरायल के सहयोगियों ने इजरायल से राफा क्षेत्र पर हमला नहीं करने का अनुरोध किया था क्योंकि इस क्षेत्र में जनसंख्या घनत्व अधिक है।
इस क्षेत्र में लगभग 13 लाख लोगों की आबादी है। आतंकवादियों को खदेड़ने के लिए किए गए किसी भी हमले से बड़ी संख्या में नागरिक हताहत हो सकते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल ने क्षेत्र में नागरिकों के लिए एक निकासी योजना तैयार की है, अमेरिका इस योजना से संतुष्ट नहीं था।
(आईएएनएस)
वाशिंगटन, 18 अप्रैल। अवैध तरीके से अमेरिका आने वाले एक भारतीय नागरिक की अटलांटा के एक अस्पताल में मौत हो गई। उसे भारत प्रत्यर्पित किया जाना था। संघीय अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
अमेरिकी प्रवासन एवं सीमा शुल्क प्रवर्तन (आईसीई) विभाग ने बताया कि न्यूयॉर्क में भारतीय वाणिज्य दूतावास को 57 वर्षीय जसपाल सिंह की मौत के बारे में जानकारी दे दी गई है। साथ ही उसके परिजनों को भी इसके बारे में सूचित कर दिया गया है।
आईसीई ने बताया कि 15 अप्रैल को अटलांटा के एक अस्पताल में सिंह की मौत हो गई।
भारतीय नागरिक सिंह ने पहली बार 25 अक्टूबर 1992 में कानूनी तरीके से अमेरिका में प्रवेश किया था। 21 जनवरी 1998 को एक आव्रजन न्यायाधीश ने सिंह को अमेरिका से जाने का आदेश दिया इसके बाद सिंह स्वेच्छा से भारत लौट आया था।
सिंह ने 29 जून 2023 को दोबारा अमेरिका में अवैध तरीके से प्रवेश करने की कोशिश की लेकिन अधिकारियों ने उसे अमेरिका- मेक्सिको सीमा पर गिरफ्तार कर लिया था।
सिंह को गिरफ्तार किये जाने के बाद उसे अटलांटा के प्रवर्तन और निष्कासन संचालन (ईआरओ) को सौंप दिया गया था। जहां से उसे अटलांटा के एक हिरासत केंद्र में रखा गया था।
अमेरिका में जब ऐसे किसी व्यक्ति की हिरासत केंद्र में मौत होती है जो वहां का नागरिक नहीं है तो ईआरओ को दो कार्यदिवस के भीतर संसद, गैर-सरकारी संगठन, मीडिया को इसकी सूचना देनी होती है साथ ही अपनी वेबसाइट में व्यक्ति से जुड़े विवरण साझा करने होते हैं। (भाषा)
यरुशलम, 17 अप्रैल। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार को करीबी सहयोगी देशों की ओर से संयम बरतने की अपील को खारिज करते हुए कहा कि उनका देश यह तय करेगा कि इस सप्ताह की शुरुआत में ईरान के बड़े हवाई हमले का जवाब कैसे दिया जाए।
इजराइल ने ईरान के अभूतपूर्व हमले का जवाब देने का संकल्प लिया लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि यह जवाब कब और कैसे दिया जाएगा। पिछले साल अक्टूबर में गाजा पट्टी पर शासन कर रहे हमास के लड़ाकों ने इजराइल पर हमला कर करीब 1200 लोगों की हत्या कर दी थी और कई लोगों को बंधक बना लिया था। इसके जवाब में इजराइल ने सैन्य अभियान शुरू किया जो अब भी जारी है और इसके और विकराल रूप लेने की आशंका पैदा हो गई है।
नेतन्याहू ने बुधवार को अपनी कैबिनेट की बैठक में कहा, ‘‘मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं: हम अपने निर्णय स्वयं लेंगे। इजराइल अपनी रक्षा के लिए जो भी आवश्यक होगा वह करेगा।’’
उल्लेखनीय है कि हमले के बाद से इजराइल के सहयोगी उससे आग्रह कर रहे हैं कि वह ऐसी किसी भी प्रतिक्रिया से दूर रहे जो संघर्ष को और बढ़ा सकती है। ब्रिटेन और जर्मनी के विदेश मंत्रियों ने भी यही अपील बुधवार को अपनी-अपनी इजराइल यात्रा के दौरान दोहराई। (एपी)
(सज्जाद हुसैन)
इस्लामाबाद, 17 अप्रैल। पाकिस्तान के जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को आरोप लगाया कि सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर उनकी पत्नी बुशरा बीबी को जेल भेजने में सीधे तौर पर शामिल हैं।
बुशरा बीबी (49 वर्षीय) को भ्रष्टाचार के मामले के साथ-साथ 71 वर्षीय खान के साथ अवैध निकाह के मामले में भी दोषी ठहराया गया है। फिलहाल उन्हें इस्लामाबाद में उनके बानी गाला निवास में हिरासत में रखा गया है।
तहरीक-ए-इंसाफ के संस्थापक ने अडियाला जेल में पत्रकारों से बातचीत में सेना प्रमुख पर कई आरोप लगाए। इस बाबत खान के आधिकारिक ‘एक्स’ अकाउंट पर एक लंबी पोस्ट अपलोड की गई है।
खान ने कहा, ''मेरी पत्नी को दी गई सजा में जनरल आसिम मुनीर सीधे तौर पर शामिल हैं।''
उन्होंने दावा किया कि बुशरा को दोषी ठहराने वाले न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें यह फैसला देने के लिए मजबूर किया गया था।
खान ने कहा, “ अगर मेरी पत्नी को कुछ हुआ तो मैं आसिम मुनीर को नहीं छोड़ूंगा, जब तक मैं जिंदा हूं मैं आसिम मुनीर को नहीं छोड़ूंगा। मैं उनके असंवैधानिक और अवैध कदमों का पर्दाफाश करूंगा।''
खान ने कहा कि मुल्क में जंगल राज है और सब कुछ ''जंगल के राजा'' द्वारा किया जा रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि पीटीआई को उपचुनाव लड़ने से रोका जा रहा है।
सेना ने गंभीर आरोपों पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। (भाषा)
यूक्रेन के प्रधानमंत्री डेनिस शमिहाल ने दावा किया है कि अगर यूक्रेन रूस से हार जाता है तो दुनिया को तीसरे विश्वयुद्ध का सामना करना होगा.
डेनिस ने अमेरिकी कांग्रेस से विदेशी राहत बिल पास करने की मांग की है.
यूक्रेन को राहत पैकेज दिए जाने पर अमेरिकी संसद में शनिवार को वोटिंग होनी है.
डेनिस ने कहा, ''हमें इस पैसे की कल ज़रूरत थी. हमें इस पैसे की आज ज़रूरत नहीं है या हमें इस पैसे की आने वाले कल में ज़रूरत नहीं है.''
उन्होंने आगे कहा, ''अगर हमें नहीं बचाया गया तो यूक्रेन हार जाएगा. इससे अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा की पूरी व्यवस्था ढह जाएगी. दुनिया को सुरक्षा के लिए नई व्यवस्था की ज़रूरत होगी.''
''फिर नए तनाव पैदा हो सकते हैं. ऐसे कई युद्ध देखने को मिल सकते हैं. यह मामला तीसरे विश्वयुद्ध की ओर आगे बढ़ सकता है.''
हालांकि यह पहला मौक़ा नहीं है जब यूक्रेन की ओर से हारने की स्थिति में ऐसी चेतावनी दी गई है.
पिछले साल यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने दावा किया था कि रूस तीसरा विश्वयुद्ध छेड़ने के लिए पोलैंड पर हमला कर सकता है.
लेकिन रूस की ओर से इस तरह के दावों को खारिज किया गया है.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पिछले महीने रूस के पूर्वी यूरोप पर हमला करने के दावे को 'पूरी तरह से बकवास' बताया था. (bbc.com/hindi)
लंदन के स्कूल की एक मुस्लिम छात्रा की नमाज़ बैन के ख़िलाफ़ अपील को कोर्ट ने ख़ारिज कर दिया गया है.
वेम्बली स्थित मिशेला स्कूल की छात्रा नमाज़ बैन को भेदभाव पूर्ण बताते हुए हाईकोर्ट पहुंची थीं.
स्कूल ने हाईकोर्ट में कहा कि नमाज़ की अनुमति देने से दूसरे छात्रों में सही संदेश नहीं जाएगा.
83 पन्नों के जजमेंट में जस्टिस थॉमस लिंडेन ने कहा, ''जब दावेदार ने स्कूल में दाखिला लिया, तब उन्होंने कम से कम यह स्पष्ट रूप से स्वीकार कर लिया था कि उनके धर्म को ज़ाहिर करने की क्षमता पर प्रतिबंध लगाया जाएगा.''
फ्री स्कूल की फाउंडर और हेड टीचर कैथरिन बीरबलसिंह ने हाईकोर्ट के फैसले को सभी स्कूलों के लिए जीत बताया है.
अपील गंवाने के बाद छात्रा ने कहा कि वो स्कूल में ही रहेंगी और उनका फोकस जीसीएसई एग्ज़ाम पर रहेगा.
छात्रा ने कहा, ''मैं हार गई हूं. लेकिन मुझे लगता है कि बैन के खिलाफ अपील करके मैंने सही किया. मैंने कोशिश की और मैं अपने और अपने धर्म के प्रति ईमानदार रही.'' (bbc.com/hindi)
कीव, 17 अप्रैल। रूस की तरफ से दागी गई तीन मिसाइल बुधवार को उत्तरी यूक्रेन के चेर्निहाइव में आठ मंजिला इमारत पर गिरीं जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई। स्थानीय अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
यूक्रेन की आपातकालीन सेवा ने बताया कि हमले में दो बच्चों सहित कम से कम 61 लोग घायल हो गए। चेर्निहाइव राजधानी कीव से लगभग 150 किलोमीटर उत्तर में, रूस और बेलारूस की सीमा के पास स्थित है और इसकी आबादी लगभग 2,50,000 है।
पश्चिमी देशों द्वारा यूक्रेन को अतिरिक्त सैन्य साजो सामान मुहैया नहीं कराए जाने से रूस के खिलाफ युद्ध में उसकी स्थिति कमजोर पड़ती जा रही है। युद्ध के तीसरे वर्ष में प्रवेश करने के साथ रूस यूक्रेन में लगातार बढ़त बना रहा है। हालांकि, सर्दियों के महीनों के दौरान, रूस युद्ध के अग्रिम मोर्चे पर कोई प्रगति नहीं कर पाया।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने पश्चिमी देशों से उनके देश को और अधिक वायु रक्षा प्रणालियां प्रदान करने का अनुरोध किया है। उन्होंने चेर्निहाइव हमले के बारे में कहा कि ‘‘अगर यूक्रेन को पर्याप्त वायु रक्षा उपकरण मिले होते और रूसी आतंक का मुकाबला करने के लिए दुनिया का दृढ़ संकल्प होता, तो ऐसा नहीं होता।’’
जेलेंस्की ने इस सप्ताह की शुरुआत में प्रसारित एक साक्षात्कार में ‘पीबीएस’ को बताया था कि मिसाइल और ड्रोन हमले से बचाव करते हुए यूक्रेन के पास वायु रक्षा मिसाइलें खत्म हो गई हैं। हाल में रूस ने हमले में यूक्रेन के सबसे बड़े बिजली संयंत्रों में से एक को नष्ट कर दिया था।
यूक्रेन के लिए एक विषम तथ्य वाशिंगटन में उस सहायता पैकेज की मंजूरी का रुकना है जिसमें यूक्रेन के लिए लगभग 60 अरब अमेरिकी डॉलर शामिल हैं। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के स्पीकर माइक जॉनसन ने रविवार को कहा कि वह इस सप्ताह पैकेज को आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे।
वाशिंगटन स्थित ‘थिंक टैंक’ इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर (आईएसडब्ल्यू) के अनुसार, यूक्रेन में सैन्य साजो-सामान की तेजी से किल्लत हो रही है।
आईएसडब्ल्यू ने मंगलवार को एक रिपोर्ट में कहा कि यूक्रेन को अमेरिकी सैन्य सहायता के प्रावधान में देरी के कारण रूस तेजी से बढ़त बना रहा है। रिपोर्ट में कहा गया कि अमेरिकी सहायता के बिना यूक्रेन युद्ध के मैदान में ज्यादा दिन तक नहीं टिक सकता। आईएसडब्ल्यू ने कहा कि यूक्रेन को अभी सबसे ज्यादा जरूरत वायु रक्षा प्रणाली और तोपखाने की है।
रूस के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि मास्को से लगभग 350 किलोमीटर पूर्व में मोर्दोविया क्षेत्र में एक यूक्रेनी ड्रोन को मार गिराया गया। यह जगह यूक्रेन की सीमा से 700 किलोमीटर दूर है।
मोर्दोविया हमले से लगभग एक घंटे पहले, रूस के नागर विमानन प्राधिकरण ने सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर देश के दो सबसे बड़े शहरों निजनी नोवगोरोद और तातारस्तान के कजान में हवाई अड्डों पर उड़ानें रोक दी थीं। (एपी)
काहिरा, 17 अप्रैल । दुनिया के व्यस्ततम हवाई अड्डों में से एक दुबई एयरपोर्ट ने बुधवार को यात्रियों को "जबतक बेहद जरूरी न हो" वहां न जाने की सलाह दी है। दुबई में पिछले कई दशकों की रिकॉर्ड तोड़ बारिश के बाद पूरे शहर में पानी भर गया है।
हवाई अड्डे ने कहा कि उड़ानों में देरी हो रही है और उनका मार्ग बदला जा रहा है।
हवाईअड्डा संचालक ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "हम बेहद चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में परिचालन को जल्द से जल्द बहाल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।"
सोशल मीडिया पर दिख रहे फुटेज में हवाईअड्डे के रनवे पर पानी भरा हुआ है और विमान पानी से होकर निकलने की कोशिश कर रहे हैं।
दुबई की प्रमुख विमान सेवा कंपनी एमिरेट्स ने कहा कि उसने खराब मौसम और सड़क की स्थिति के कारण होने वाली "परिचालन चुनौतियों" की वजह से आधी रात तक प्रस्थान करने वाले यात्रियों के लिए दुबई हवाई अड्डे पर चेक-इन निलंबित कर दिया है।
स्थानीय अखबार द नेशनल ने बताया कि दुबई हवाई अड्डे से प्रस्थान करने वाली कम से कम 20 उड़ानें मंगलवार को रद्द कर दी गईं, जिससे भारत, पाकिस्तान, सऊदी अरब, ब्रिटेन तथा अन्य गंतव्यों को जाने वाले यात्री प्रभावित हुए।
इसमें कहा गया है कि हवाईअड्डे की ओर जाने वाली सड़कें अवरुद्ध और बाढ़ग्रस्त हैं।
दुबई सरकार ने कहा कि उसने अपने सभी कर्मचारियों के लिए रिमोट वर्किंग को बुधवार तक बढ़ा दिया है, और निजी क्षेत्र के संस्थानों से भी ऐसा करने का आग्रह किया है।
सात अमीरातों के खाड़ी संघ संयुक्त अरब अमीरात में मंगलवार को भारी बारिश हुई। राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने इसे पिछले 75 साल की सबसे भारी वर्षा बताया।
पुलिस ने बताया कि रस अल खैमा अमीरात में बाढ़ में कार बह जाने से कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई। वह संयुक्त अरब अमीरात का नागरिक था और उसकी उम्र 70 वर्ष के आसपास थी।
पड़ोसी ओमान में मूसलाधार बारिश की चपेट में आने से कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई।
(आईएएनएस/डीपीए)
पेशावर, 17 अप्रैल पाकिस्तान में बिजली गिरने और भारी बारिश की वजह से 14 लोगों की मौत हो गयी। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक, इसके साथ ही पिछले चार दिनों से जारी बेहद खराब मौसम के कारण कम से कम 63 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रवक्ता खुर्शीद अनवर ने बताया कि ज्यादातर मौतें पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम में स्थित खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हुई हैं। प्रांत में इमारत के ढहने से 32 लोगों की मौत हो गयी, जिसमें 15 बच्चे और पांच महिलाएं शामिल थीं।
अनवर ने बताया कि उत्तर पश्चिम में दर्जनों लोग घायल हुए हैं और 1370 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं।
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बिजली गिरने और मकान ढहने की घटनाओं में 21 लोगों की मौत गयी जबकि बलूचिस्तान में 10 लोगों की मौत की खबर है।
अधिकारियों ने अचानक आई बाढ़ के बाद आपात स्थिति की घोषणा कर दी है।
बलूचिस्तान में बुधवार को भी बचाव और राहत कार्य जारी है हालांकि बारिश का खतरा अभी भी बना हुआ है।
पाकिस्तान मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी जहीर अहमद बाबर ने बताया कि जलवायु परिवर्तन के कारण अप्रैल के महीने में पाकिस्तान में भारी बारिश हो रही है। (एपी)
बैंकाक, 17 अप्रैल म्यांमा की सैन्य सरकार ने बुधवार को कहा कि अपदस्थ नेता आंग सान सू ची को भीषण लू के बीच स्वास्थ्य संबंधी कारणों से जेल से स्थानांतरित करके घर में नजरबंदी में रखा गया है।
सैन्य सरकार ने पारंपरिक नववर्ष के दौरान इस सप्ताह तीन हजार से अधिक कैदियों को माफी दी है।
सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल जनरल ज़ॉ मिन तुन ने मंगलवार देर रात विदेशी मीडिया के प्रतिनिधियों को बताया कि सू ची (78) और उनकी सरकार के कार्यकाल के दौरान राष्ट्रपति रहे विन मिंट (72) उन बुजुर्ग कैदियों में शामिल हैं जिन्हें तेज गर्मी के कारण जेल से घर में नजरबंदी में रखा गया है। हालांकि इस कदम के बारे में म्यांमा में सार्वजनिक तौर पर घोषणा नहीं की गई है।
सू ची को घर में नजरबंद रखने का कदम ऐसे वक्त पर उठाया गया है जब सेना को लोकतंत्र समर्थकों और उनके जातीय अल्पसंख्यक गुरिल्ला बलों से लड़ाई में बड़ी हार का सामना करना पड़ रहा है।
म्यांमा में 2021 में सेना ने निर्वाचित सरकार को बेदखल कर सत्ता अपने हाथ में ले ली और सू ची को कैद कर लिया था। सेना के इस कदम के बाद देशभर में प्रदर्शन हुए थे जिसमें सेना ने लोकतंत्र व्यवस्था बहाल करने की मांग को लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रही जनता के खिलाफ बलपूर्वक कार्रवाई की थी।
देश की नेता सू ची राजधानी नेपीताव में मुख्य जेल के विशेष रूप से निर्मित प्रकोष्ठ में विभिन्न मामलों में 27 साल की जेल की सजा काट रही हैं। म्यांमा के मौसम विभाग ने कहा कि राजधानी में मंगलवार दोपहर को तापमान 39 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। पूर्व राष्ट्रपति विन मिंट म्यांमा के बागो क्षेत्र के ताउंगू में आठ साल की जेल की सजा काट रहे हैं।
ऐसी खबरें भी आई हैं कि जेल में सू ची की तबियत बिगड़ रही है। पिछले वर्ष सितंबर में भी खबरें मिलीं कि सू ची को निम्न रक्तचाप की शिकायत है, उन्हें भूख नहीं लग रही और चक्कर आते हैं लेकिन उन्हें कारागार प्रणाली से इतर, बाहर से किसी भी तरह की इलाज की सुविधा मुहैया कराने से मना कर दिया गया था। हालांकि इन खबरों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी।
लंदन में रहने वाले सू ची के छोटे बेटे किम एरिस ने एक साक्षात्कार में कहा था कि उन्होंने सुना है कि उनकी मां बेहद बीमार हैं, उन्हें मसूड़ों में दिक्कत है और वह कुछ खा-पी नहीं पा रही हैं।
एरिस लंदन में रहते हैं। उन्होंने कहा था कि म्यांमा की सैन्य सरकार पर उनकी मां और अन्य राजनीतिक कैदियों को रिहा करने के लिए दबाव डाला जाना चाहिए। (एपी)
कीव, 17 अप्रैल रूस की तरफ से दागी गई तीन मिसाइलें बुधवार को उत्तरी यूक्रेन के चेर्निहाइव में आठ मंजिला इमारत पर गिरीं जिसमें कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई। स्थानीय अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
शहर के कार्यवाहक मेयर एलेक्जेंडर लोमाको ने बताया कि सुबह हुए हमले में कम से कम 18 लोग घायल हो गए। चेर्निहाइव राजधानी कीव से लगभग 150 किलोमीटर उत्तर में, रूस और बेलारूस की सीमा के पास स्थित है और इसकी आबादी लगभग 2,50,000 है।
पश्चिमी देशों द्वारा यूक्रेन को अतिरिक्त सैन्य साजो सामान मुहैया नहीं कराए जाने से रूस के खिलाफ युद्ध में उसकी स्थिति कमजोर पड़ती जा रही है। युद्ध के तीसरे वर्ष में प्रवेश करने के साथ रूस यूक्रेन में लगातार बढ़त बना रहा है।
हालांकि, सर्दियों के महीनों के दौरान, रूस युद्ध के अग्रिम मोर्चे पर कोई प्रगति नहीं कर पाया। सैन्य विश्लेषकों का कहना है कि यूक्रेन में गोला-बारूद, सैनिकों और बख्तरबंद वाहनों की कमी से रूस धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है।
यूक्रेन के लिए एक विषम तथ्य वाशिंगटन में उस सहायता पैकेज की मंजूरी का रुकना है जिसमें यूक्रेन के लिए लगभग 60 अरब अमेरिकी डॉलर शामिल हैं। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के स्पीकर माइक जॉनसन ने रविवार को कहा कि वह इस सप्ताह पैकेज को आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे।
वाशिंगटन स्थित ‘थिंक टैंक’ इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर (आईएसडब्ल्यू) के अनुसार, यूक्रेन में सैन्य साजो सामान की तेजी से किल्लत हो रही है।
आईएसडब्ल्यू ने मंगलवार को एक रिपोर्ट में कहा कि यूक्रेन को अमेरिकी सैन्य सहायता के प्रावधान में देरी के कारण रूस तेजी से बढ़त बना रहा है। रिपोर्ट में कहा गया कि अमेरिकी सहायता के बिना यूक्रेन युद्ध के मैदान में ज्यादा दिन तक नहीं टिक सकता। आईएसडब्ल्यू ने कहा कि यूक्रेन को अभी सबसे ज्यादा वायु रक्षा प्रणाली और तोपखाने की जरूरत है।
रूस के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि मास्को से लगभग 350 किलोमीटर पूर्व में मोर्दोविया क्षेत्र में एक यूक्रेनी ड्रोन को मार गिराया गया। यह जगह यूक्रेन की सीमा से 700 किलोमीटर दूर है (एपी)
इस्लामाबाद, 17 अप्रैल । पाकिस्तान के विभिन्न इलाकों में भारी बारिश और बिजली गिरने से चार दिनों में 71 लोगों की मौत हो गई और 67 अन्य घायल हो गए। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
पाकिस्तान के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के एक अधिकारी ने कहा कि खैबर पख्तूनख्वा प्रांत सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र है, जहां छत गिरने और बिजली गिरने सहित विभिन्न घटनाओं में 32 लोगों की जान चली गई।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, खैबर पख्तूनख्वा में मृतकों में 15 बच्चे और पांच महिलाएं हैं, जबकि 41 अन्य घायल हुए हैं और 1,370 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
अधिकारी ने बताया कि पूर्वी पंजाब में 23 लोगों की जान चली गई और सात घायल हो गए, दक्षिण पश्चिम बलूचिस्तान में आठ लोग मारे गए और आठ अन्य घायल हो गए।
इस अवधि के दौरान पाकिस्तान नियंत्रित कश्मीर में भारी बारिश के कारण कम से कम आठ लोग मारे गए और 11 अन्य घायल हो गए और 47 घर नष्ट हो गए।
एनडीएमए ने बुधवार को एक एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि 17 अप्रैल से 29 अप्रैल तक देश में तेज बारिश और तूफान आने की संभावना है, जिससे देश भर के विभिन्न हिस्सों में खतरा पैदा हो सकता है।
(आईएएनएस)
इस्लामाबाद, 17 अप्रैल । भारतीय नागरिक फरजाना बेगम इस समय पाकिस्तान में अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए लड़ रही हैं। फरजाना ने यह कहते हुए अपने मूल देश (भारत) लौटने से इनकार कर दिया है कि पाकिस्तान में उनके बच्चों की जान को खतरा है।
मुंबई निवासी फरजाना बेगम ने साल 2015 में अबू धाबी में पाकिस्तानी नागरिक मिर्जा मुबीन इलाही से शादी की थी। बाद में, दंपति 2018 में पाकिस्तान आए। उनके सात और छह साल के दो बेटे हैं।
फरजाना बेगम का मामला तब सुर्खियों में आया जब उसने कथित तौर पर अपने बेटों की कस्टडी और अपने बेटों के नाम पर कुछ संपत्तियों के विवाद को लेकर अपने पति को प्रताड़ित किया।
फरजाना ने अपने पति के इस दावे को खारिज कर दिया कि उसने उसे तलाक दे दिया है। फरजाना ने कहा कि अगर उसने मुझे तलाक दिया है, तो इसका प्रमाण पत्र होना चाहिए।
फरजाना ने कहा, "पाकिस्तान में संपत्ति विवाद को लेकर मेरी और मेरे बच्चों की जान खतरे में है। मैं लाहौर के रहमान गार्डन में अपने घर तक ही सीमित हूं और मेरे बच्चे भूख से परेशान हैं।"
फरजाना ने अपने बेटों के बिना अपने मूल देश जाने से इनकार करते हुए पाकिस्तान सरकार से मामला सुलझने तक सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है।
उन्होंने कहा, "लाहौर में कुछ संपत्तियां हैं जो मेरे बेटों के नाम पर हैं। मेरे और मेरे बच्चों के पासपोर्ट मेरे पति के कब्जे में हैं।"
फरजाना बेगम, मिर्जा मुबीन इलाही की दूसरी पत्नी हैं। इलाही के पहले से ही एक पाकिस्तानी पत्नी और बच्चे हैं। फरजाना का आरोप है कि वे उसे भारत लौटने और संपत्तियों पर नियंत्रण छीनने के लिए धमकाने और डराने की साजिश रच रहे हैं।
फरजाना के वकील मोहसिन अब्बास ने कहा, "मुबीन इलाही झूठी अफवाह फैला रहे हैं कि फरजाना का वीजा समाप्त हो गया है, जबकि उसका पासपोर्ट उसके पास है।"
फरजाना ने कहा, "मैं अपने बेटों के बिना कभी भारत नहीं लौटूंगी।"
जहां फरजाना अपने रुख के बारे में मुखर रही हैं, वहीं इलाही शांत हैं और उन्होंने इस मामले पर अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है।
फरजाना ने कहा, "मुझे पता है कि इलाही यह सुनिश्चित करने के लिए प्रक्रिया में देरी कर रहे हैं कि मेरा वीजा समाप्त हो जाए और मुझे पाकिस्तान छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़े। लेकिन मैं अपने बेटों के बिना नहीं जाऊंगी।"
(आईएएनएस)
तेल अवीव, 17 अप्रैल । इजरायल वायु सेना ने दक्षिणी गाजा के राफा में एक इमारत पर हमला किया। इस हमले में सात लोगों की मौत हो गई।
इजरायली मीडिया के मुताबिक, हमला बुधवार सुबह हुआ। अमेरिका और इजरायल के अन्य सहयोगियों ने इजरायल से राफा पर हमला नहीं करने को कहा था क्योंकि इस क्षेत्र में लगभग 13 लाख लोगों की आबादी है।
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी ने अपनी यात्रा के दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन को सूचित किया था कि राफा पर इजरायली हमलों को रोका जाना चाहिए।
मिस्र को चिंता है कि राफा पर हमले से मिस्र के सिनाई क्षेत्र में शरणार्थियों का पलायन हो जाएगा, जो राफा के साथ सीमा साझा करता है।
पिछले साल 7 अक्टूबर के हमास के हमले के बाद 27 अक्टूबर 2023 को गाजा में इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) के जमीनी आक्रमण के बाद से 33 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए।
मोसाद और शिन बेट सहित इजरायली खुफिया एजेंसियों ने इजरायली युद्ध कैबिनेट को राफा क्षेत्र में अधिकांश बंधकों की मौजूदगी की जानकारी दी है और हमास के आतंकवादी उन्हें मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।
(आईएएनएस)
अमेरिका और यूरोपियन यूनियन ने कहा है कि वो ईरान पर नई पाबंदियां लगाने पर विचार कर रहे हैं.
अमेरिकी ट्रेज़री सेक्रेटरी जेनेट येलेन ने कहा है कि आने वाले दिनों में इस दिशा में कदम उठाए जा सकते हैं.
वहीं यूरोपियन यूनियन की विदेश नीति के चीफ जोसेप बोरेल कहना है कि ब्लॉक इस पर काम कर रहा है.
ईरान ने पिछले हफ्ते इसराइल पर 300 ड्रोन और मिसाइल दागे थे. इसराइल ने लगभग सभी ड्रोन और मिसाइल गिराने का दावा किया.
इसराइल ने शनिवार को अपनी धरती पर हुए हमले के बाद सहयोगियों से तेहरान के मिसाइल कार्यक्रम पर पाबंदी लगाने की मांग की है.
इस कार्यक्रम पर संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंध अक्टूबर में समाप्त हो चुके हैं. हालांकि तेहरान के मिसाइल कार्यक्रम पर अमेरिका, यूरोपियन यूनियन और ब्रिटेन की पाबंदियां जारी रही हैं और नई पाबंदियां भी लगाई गई हैं.
एक अप्रैल को सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमला हुआ था, जिसमें ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड के टॉप कमांडर और उनके डिप्युटी समेत 13 लोग मारे गए.
ईरान ने शनिवार को इसराइल पर किए गए हमले को एक अप्रैल की घटना की जवाबी कार्रवाई बताया है.
इसराइल ने एक अप्रैल को हुए हमले की ज़िम्मेदारी नहीं ली है. इसराइल ने हालांकि सही समय आने पर ईरान के हमले का जवाब देने का दावा किया है.
हर कोई यह देखने का इंतजार कर रहा है कि इसराइल, ईरान के हमले का कैसे जवाब देता है. लेकिन इसके साथ-साथ कूटनीति तेज हो गई है.
इसराइल ईरान के हमले के बाद थोड़ा कम अलग-थलग दिख रहा है क्योंकि ग़ज़ा से ध्यान हट गया है और इसराइल इस मौके को ईरान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने इस्तेमाल करेगा.
इसराइल के विदेश मंत्री ने 32 देशों को लिखा है कि वह ईरान पर प्रतिबंध लगाएं. साथ ही इसमें ये भी कहा गया है कि वह ईरान के मिसाइल योजना पर प्रतिबंध लगाएं.
ईरान के मिसाइल कार्यक्रम पर संयुक्त राष्ट्र के कई प्रतिबंध पिछले अक्टूबर में ख़त्म हो गये क्योंकि वे ईरान एक व्यापक समझौते से जुड़े थे. अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय यूनियन ने ईरान पर प्रतिबंध जारी रखा है.
इसराइल केविदेश मंत्री ने ये भी कहा है कि इसराइल के रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स को ‘आतंकवादी संगठन’ घोषित किया जाए. अमेरिका ऐसा पहले ही कर चुका है लेकिन ब्रिटेन ने ऐसा नहीं किया है. (bbc.com/hindi)
ढाका, 16 अप्रैल। बांग्लादेश के ढाका-खुलना राजमार्ग पर मंगलवार को एक बस और एक ट्रक की आमने-सामने की टक्कर में एक परिवार के पांच सदस्यों समेत कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी।
‘ढाका ट्रिब्यून’ अखबार ने पुलिस के हवाले से कहा कि यह हादसा फरीदपुर में हुआ जब खुलना मंडल में मगुरा शहर जा रही बस की ढाका की तरफ जा रहे ट्रक से टक्कर हो गई। इस हादसे में 11 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस ने कहा कि दो लोगों ने अस्पताल ले जाते समय और एक ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
मृतकों में ट्रक के यात्री, चालक व सहायक भी शामिल हैं। ट्रक पर चालक समेत 15 लोग सवार थे।
‘डेली स्टार’ समाचार पोर्टल ने अपनी खबर में मृतकों की संख्या 13 बताई और कहा कि मृतकों में सात महिलाएं, तीन पुरुष और तीन बच्चे शामिल हैं।
समाचार पोर्टल ‘बीडीन्यूज24’ की खबर के मुताबिक, मरने वालों में एक ही परिवार के पांच सदस्य भी शामिल हैं।
इससे पहले उपायुक्त मोहम्मद कामरुल अहसान तालुकदार और पुलिस अधीक्षक मोहम्मद मुर्शीद आलम ने दुर्घटनास्थल का दौरा किया था।
खबर में तालुकदार के हवाले से कहा गया है कि सरकार ने मृतकों को दफन करने के लिए 20 हजार टका की तत्काल राशि जारी की और इतनी ही रकम घायलों को उपचार के लिए दी गई है।
उन्होंने कहा कि मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख टका तथा घायलों के परिवारों को तीन-तीन लाख टका की सहायता राशि दी जाएगी। (भाषा)
इस्लामाबाद, 16 अप्रैल । देश के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने मंगलवार को बताया कि अफगानिस्तान में पिछले चार दिनों में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ में कम से कम 50 लोग मारे गए हैं।
एजेंसी के प्रवक्ता जनान सयाक ने कहा कि बाढ़ की वजह से अन्य 36 लोग घायल हुए हैं। अधिकारियों ने पहले देश भर में 33 मौतों की जानकारी दी थी।
प्रवक्ता ने कहा कि बाढ़ से कृषि भूमि और घरों के नष्ट होने समेत महत्वपूर्ण क्षति हुई है।
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, अफगानिस्तान दशकों के संघर्ष, बाढ़ और भूकंप समेत एक के बाद एक प्राकृतिक आपदाओं के प्रभाव से जूझ रहा है। अक्टूबर में पश्चिमी प्रांत हेरात में आए भूकंप में कम से कम 1,500 लोगों की जान चली गई थी।
नूरिस्तान प्रांत के एक पहाड़ी गांव में फरवरी में हिमस्खलन हुआ था, जिसमें कम से कम 21 लोग मारे गए थे। खासकर दूरदराज के इलाकों में मजबूत बुनियादी ढांचे की कमी अक्सर ऐसी आपदाओं के परिणामों को बढ़ा देती है।
(आईएएनएस/डीपीए)
प्राचीन ओलंपिया (ग्रीस), 16 अप्रैल । पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों की शुरुआत से लगभग 100 दिन पहले, मंगलवार को ग्रीस के प्राचीन ओलंपिया में खेलों के जन्मस्थान पर एक पारंपरिक समारोह में ओलंपिक लौ प्रज्ज्वलित की गई।
इसके बाद इसने अपनी यात्रा शुरू की जो इसे ग्रीस से होते हुए फ्रांस तक ले जाएगी। 8 मई को मार्सिले पहुंचने के बाद, 26 जुलाई को उद्घाटन समारोह के लिए पेरिस पहुंचने से पहले, यह पूरे देश और कुछ फ्रांसीसी विदेशी क्षेत्रों की यात्रा करेगी।
प्राचीन ग्रीक उच्च पुजारिन की भूमिका में अभिनेत्री मैरी मीना ने प्राचीन ग्रीक पौराणिक कथाओं में देवी हेरा के 2,500 साल पुराने मंदिर के सामने बादल छाए रहने के कारण अवतल दर्पण के बजाय एक बैकअप लौ का उपयोग करके मशाल जलाई।
लौ जलाने में भाग लेने वाले गणमान्य व्यक्तियों में अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के अध्यक्ष थॉमस बाक और हेलेनिक गणराज्य के राष्ट्रपति, महामहिम कतेरीना सकेलारोपोलू शामिल थे।
लौ, जो महायाजक द्वारा जलाई गई थी, शांति के प्रतीक जैतून की शाखा के साथ, पहले मशाल वाहक को दी गई थी। यह सम्मान ग्रीक रोवर, टोक्यो 2020 ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता स्टेफानोस डौस्कोस को दिया गया, जिन्होंने बाद में इसे ग्रीक धरती पर पहले फ्रांसीसी मशाल वाहक और एथेंस 2004 में ओलंपिक चैंपियन लॉर मनौडौ को दे दिया।
हेलेनिक ओलंपिक समिति के अनुसार, लगभग 600 मशालधारक ग्रीस भर में लगभग 5,000 किमी तक ओलंपिक लौ लेकर जाएंगे, जो दर्जनों शहरों और पुरातात्विक स्थलों से गुजरेंगे।
लौ को 26 अप्रैल को एथेंस के पैनाथेनिक स्टेडियम में पेरिस 2024 के आयोजकों को सौंप दिया जाएगा, जो 1896 में पहले आधुनिक ओलंपिक का आयोजन स्थल था।
अगले दिन, यह एक फ्रांसीसी तीन-मस्तूल जहाज बेलेम पर चढ़ेगा, जिसे 1896 में पीरियस बंदरगाह पर लॉन्च किया गया था।
(आईएएनएस)
इस्लामाबाद, 16 अप्रैल । पाकिस्तान में पिछले चार दिनों में बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने मौसम के और गंभीर होने के कारण आपातकालीन सेवाओं को सतर्क रहने को कहा है।
मध्य पंजाब प्रांत में आसमानी बिजली गिरने से सात बच्चों समेत कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई। अन्य 21 लोग उत्तर-पश्चिमी प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में मारे गए। बलूचिस्तान के दक्षिणी प्रांत में कम से कम आठ लोगों की मौत हुई है। बारिश से संबंधित घटनाओं में कुल मरने वालों की संख्या 50 हो गई है।
खराब मौसम के कारण पंजाब में गेहूं की फसल की कटाई बंद हो गई है। ऐसी उम्मीद है कि गुरुवार से शुरू होने वाली बारिश के दौर से न केवल कटाई में और देरी होगी, फसल को भी नुकसान होगा।
जुलाई और सितंबर के बीच मानसून के मौसम के बाहर दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाले दक्षिण एशियाई क्षेत्र में भारी बारिश, तूफान और बाढ़ असामान्य है।
गौरतलब है कि साल 2022 में पाकिस्तान में विनाशकारी बाढ़ और उसके बाद बीमारियों के फैलने से 2,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। देश का एक तिहाई हिस्सा जलमग्न हो गया था, जिससे 3.3 करोड़ लोग प्रभावित हुए थे। (आईएएनएस/डीपीए)
तेल अवीव, 16 अप्रैल । ईरान ने हाल ही में इजरायल पर बड़ा हमला किया। इसके बाद इजरायल के विदेश मंत्री इजरायल काट्ज ने ईरान के खिलाफ 'राजनयिक आक्रामक' शुरू कर दिया।
विदेश मंत्री काट्ज ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, "आज सुबह मैंने 32 देशों को पत्र भेजे हैं। विश्व के दर्जनों विदेश मंत्रियों और प्रमुख हस्तियों से बात की है।"
विदेश मंत्री ने ईरान के मिसाइल प्रोग्राम पर बैन लगाने और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) को आतंकवादी संगठन घोषित करने का आह्वान किया है। उनका मानना है कि इन उपायों से तेहरान को कमजोर करने में मदद मिलेगी।
विदेश मंत्री ने आगे लिखा, "इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, ईरान को अब रोका जाना चाहिए। ईरान के खिलाफ इजरायल के राजनयिक अभियान के साथ-साथ तेहरान के 300 से अधिक मिसाइलों, क्रूज मिसाइलों और ड्रोनों के हमले का सैन्य जवाब भी दिया जाना चाहिए।"
इजरायल के सैन्य नेतृत्व ने संकेत दिया है कि वह शनिवार रात हुए बड़े ईरानी हमले का बिना जवाब दिए नहीं छोड़ेगा।
ईरान ने कहा, ''यह हमला सीरिया में ईरानी राजनयिक परिसर पर संदिग्ध इजरायली हमले के जवाब में था, जिसमें दो ईरानी जनरलों और पांच अधिकारियों की मौत हो गई थी।" (आईएएनएस/डीपीए)
एडिलेड, 16 अप्रैल लाखों वर्षों से, विशाल जानवर या मेगाफ़ौना उन जगहों पर घूमते रहे हैं जो अब ऑस्ट्रेलिया और न्यू गिनी हैं। इनमें कई आधुनिक जानवरों के बहुत बड़े संस्करण थे।
उदाहरण के लिए, मेगालानिया (वारानस प्रिस्कस) नामक चार मीटर का गोआना था, जो संभवतः अपने शिकार पर घात लगाकर हमला करता था। यह जानवर लगभग 40,000 साल पहले लाल कंगारू और खारे पानी के मगरमच्छ जैसे अवशेषों को छोड़कर लगभग सभी अन्य मेगाफौना के साथ गायब हो गया था।
अब लुप्त हो चुकी कंगारू प्रजातियों में से कुछ काफी विशाल थीं। छोटे मुंह वाला कंगारू प्रोकोप्टोडोन गोलिया तीन मीटर तक लंबा था और इसका वजन 250 किलोग्राम से अधिक रहा होगा।
विलुप्त कंगारूओं की एक और प्रजाति थी, प्रोटेमनोडोन, जिनके जीवन के बारे में बहुत कम जानकारी है। एक नए अध्ययन में, मैं और मेरे सहकर्मी इन लुप्त हो चुके मार्सुपियल्स की तीन नई प्रजातियों का वर्णन करते हैं - और इस बात पर कुछ प्रकाश डालते हैं कि वे कहाँ रहते थे और कैसे रहते थे।
150 साल की पहेली
प्रोटेमनोडोन की पहली प्रजाति का वर्णन 1874 में ब्रिटिश प्रकृतिवादी रिचर्ड ओवेन द्वारा किया गया था। जैसा कि उस समय मानक था, ओवेन ने मुख्य रूप से जीवाश्म दांतों पर ध्यान केंद्रित किया। विभिन्न खंडित नमूनों के दांतों के बीच मामूली अंतर देखकर उन्होंने प्रोटेमनोडोन की छह प्रजातियों का वर्णन किया।
हालाँकि, ओवेन की प्रजाति समय की कसौटी पर खरी नहीं उतरी है। हमारा अध्ययन उनकी केवल एक प्रजाति - प्रोटेमनोडोन अनाक से सहमत है। पी. अनाक का वर्णन किया जाने वाला पहला नमूना, जिसे होलोटाइप कहा जाता है, अभी भी लंदन के प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय में मौजूद है।
व्यक्तिगत प्रोटेमनोडोन हड्डियों के जीवाश्म असामान्य नहीं हैं, लेकिन अधिक पूर्ण कंकाल दुर्लभ हैं। इससे जीवों का अध्ययन करने के जीवाश्म विज्ञानियों के प्रयासों में बाधा उत्पन्न हुई है।
इस सवाल का पूरी तरह से उत्तर नहीं दिया गया है कि वहाँ कितनी प्रजातियाँ थीं और उन्हें अलग कैसे बताया जाए। इससे यह कहना कठिन हो गया है कि प्रजातियाँ अपने आकार, भौगोलिक सीमा, गति और अपने प्राकृतिक वातावरण के अनुकूलन में कैसे भिन्न हैं।
मैंने अपने पीएचडी प्रोजेक्ट में इस समस्या को हल करने का निश्चय किया। साथी पीएचडी छात्र जैकब वैन ज़ोलेन के साथ, मैंने डेटा इकट्ठा करने के लिए चार देशों के 14 संग्रहालयों का दौरा किया।
हमने अब जमीन के ऊपर मौजूद प्रोटेमनोडोन के लगभग हर टुकड़े को देखा है, पूरे ऑस्ट्रेलिया और न्यू गिनी से एकत्र किए गए 800 से अधिक नमूनों की तस्वीरें खींची, स्कैन की, मापी, तुलना की और उनका वर्णन किया।
कुंजी ढूँढना
इस सभी अध्ययन के बीच, प्रोटेमनोडोन समस्या की कुंजी उत्तरपूर्वी दक्षिण ऑस्ट्रेलिया में कैलाबोना झील के सूखे तल में दबी हुई निकली। 2013 से 2019 तक कैलाबोना झील के तीन अभियानों में एक मेगाफॉनल बोनीयार्ड पाया गया: विशाल कंगारूओं, विशाल गर्भ और 250 किलोग्राम के उड़ान रहित पक्षी गेनोर्निस न्यूटोनी के पूरे कंकाल, एक गैंडे के आकार के मार्सुपियल शाकाहारी, डिप्रोटोडोन ऑप्टैटम के सैकड़ों अवशेषों के बीच बिखरे हुए थे। यह झील संभवतः उन जानवरों को संरक्षित करती है जो लंबे समय तक सूखे के दौरान पानी की तलाश में मर गए थे।
मैं 2018 की यात्रा में शामिल हुआ, जिसमें सभी प्रकार के अद्भुत स्पष्ट जीवाश्म मिले। उस समय मैं प्रथम वर्ष का पीएचडी छात्र था और इन जीवाश्मों ने मुझे कंगारुओं की पहचान को अलग करने की प्रक्रिया शुरू करने में मदद दी।
रिचर्ड ओवेन की दो प्रजातियाँ, प्रोटेमनोडोन ब्रेहस और प्रोटेमनोडन रोचस, केवल उनके दांतों से ही जानी जाती थीं, जो बेहद समान थीं। हमने कई दांतों वाले कंगारूओं का पता लगाया और उनकी तुलना की जो ओवेन की किसी भी प्रजाति के हो सकते थे, लेकिन कंकाल मेल नहीं खाते थे।
प्रजातियों के नामकरण के अंतर्राष्ट्रीय नियमों के अनुसार, इसका मतलब है कि हमें दो नई प्रजातियों का वर्णन करना होगा। ये हैं मध्य ऑस्ट्रेलिया से प्रोटेमनोडन विएटर और दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया से प्रोटेमनोडन मामकुर्रा।
बड़े अंतर वाले बड़े कंगारू
हमारा अध्ययन प्रोटेमनोडोन की सभी प्रजातियों की समीक्षा करता है, जिसमें आश्चर्यजनक अंतर पाया गया है। हमने निष्कर्ष निकाला कि जीनस में सात प्रजातियां हैं, जो बहुत अलग वातावरण में रहने और यहां तक कि अलग-अलग तरीकों से कूदने के लिए अनुकूलित हैं। कंगारू की एक ही प्रजाति में भिन्नता का यह स्तर असामान्य है।
प्रोटेमनोडोन विएटर एक बड़ा, लंबे अंगों वाला कंगारू था जो काफी तेज़ी से और कुशलता से कूद सकता था। इसका नाम, वीएटर, लैटिन में "यात्री" या "पथिक" के लिए है। इसके लंबे पिछले अंग मांसल और संकीर्ण थे, जो लंबी दूरी तक छलांग लगाने वाले कंगारू को सहारा देने के लिए बिल्कुल उपयुक्त थे।
प्रोटेमनोडोन विएटर अपने शुष्क मध्य ऑस्ट्रेलियाई निवास स्थान के लिए अच्छी तरह से अनुकूलित था, जो आज के लाल कंगारूओं के समान क्षेत्रों में रहता था। हालाँकि, प्रोटेमनोडोन विएटर बहुत बड़ा था, उसका वजन 170 किलोग्राम तक था, जो कि सबसे बड़े नर लाल कंगारुओं से लगभग दोगुना था।
हमारे अध्ययन से पता चलता है कि प्रोटेमनोडोन की दो या तीन प्रजातियाँ ज्यादातर चार पैरों वाली रही होंगी, जो क्वोकका या पोटरू की तरह चलती थीं - कभी-कभी चार पैरों पर टिकी होती थीं, और कभी-कभी दो पैरों पर उछलती थीं।
नव वर्णित प्रोटेमनोडोन मामकुर्रा संभवतः इनमें से एक है। एक बड़ा लेकिन मोटी हड्डियों वाला और मजबूत कंगारू, संभवतः काफी धीमी गति से चलने वाला और अकुशल था। यह शायद कभी-कभार ही उछला होगा, शायद चौंकने पर ही।
इस प्रजाति के सबसे अच्छे जीवाश्म बोंडिक लोगों की भूमि पर, दक्षिणपूर्वी दक्षिण ऑस्ट्रेलिया से आते हैं। प्रजाति का नाम, मामकुर्रा, बूरंडीज़ कॉर्पोरेशन में बोंडिक बुजुर्गों और भाषा विशेषज्ञों द्वारा चुना गया था। (द कन्वरसेशन)
ताना तोराजा (इंडोनेशिया), 16 अप्रैल इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप पर बचावकर्मियों द्वारा तीन वर्षीय एक बच्ची एवं उसकी मां के शवों को निकाले जाने के साथ ही भूस्खलन में जान गंवााने वालों की संख्या बढ़ कर 20 हो गयी है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
घटनास्थल पर खड़ी चट्टानों के कारण भारी उपकरण नहीं ले जाये जा सके। ऐसे में बचावकर्मियों ने छोटे औजारों की मदद से ही मिट्टी हटायी। इस बचाव एवं तलाश कार्य में कम से कम 20 बचाव कर्मियों/अधिकारियों एवं दर्जनों स्थानीय लोगों ने हिस्सा लिया।
स्थानीय पुलिस प्रमुख गुनार्डी मुंडू ने बताया कि शनिवार को दक्षिण सुलावेसी प्रांत में ताना तोराजा जिले के दक्षिण मकाले गांव में मूसलाधार वर्षा के कारण भूस्खलन हुआ और चार मकान मलबे के नीचे दब गये। उनके अनुसार, यह भूस्खलन हुआ तब इन चारों मकानों में से एक में पारिवारिक कार्यक्रम हो रहा था।
पुलिस के अनुसार, मंगलवार को मलबे से दो लोगों के शव निकाले गये। (एपी)