सारंगढ़-बिलाईगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़़, 7 सितंबर। बरमकेला विकासखंड अंतर्गत आने वाले ग्राम लिमपाली के 18 से 20 तेन्दुपत्ता संग्रहण कर्ता मजदूरों को उनकी मजदूरी नहीं मिल पाई है। मई और जून के चिल चिलाती धूप मे पसीना बहाने वाले ये ग्रामीण मजदूर कई बार मुंशी से और अनेक बार प्रबंधक से मिल चुके हैं। मगर इनका मजदूरी अब तक नहीं मिल पाया है। एक महिला हितग्राही का कहना है कि ऐसे में अब आने वाले सालों मे कभी भी तेन्दुपत्ता नहीं तोड़ेंगे। अजय कुमार बरिहा ने कहा, मुंशी को तीन चार बार बोल चुके हैं कोई निर्णय नहीं लिया है।
बिनोद कुमार यादव ने कहा, हम कई बार प्रबंधक से मिल चुके हैं, हमारे समस्या का उचित निवारण नहीं हुआ है, पाँच महीने हो गए हमारा पैसा हमें नहीं मिला है। वहीं मनोज कुमार यादव ने कहा कि जब भी मुंशी को बोलते हैं तो दो दिन मे जमा हो जाएगा तीन दिन में जमा हो जाएगा बोलता है,आज 4, 5 महिना हो गया ना मुंशी नजर आता है ना ही प्रबंधक नजर आता है।
इसी प्रकार किशोर कुमार बरिहा ने बताया कि पत्ता तोडऩे से पहले केवाईसी करवा चुके हैं हम सब। वहीं मुंशी अभिमन्यु चौहान ने कहा कि मेरी तरफ से कागजात ओके है, और जिन मजदूरों को मजदूरी नहीं मिली है उनमें से एक मजदूर मैं भी हूँ।


