सारंगढ़-बिलाईगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सरसीवां, 10 अगस्त। गाताडीह वन परिक्षेत्र अंतर्गत हरदी जंगलों में कुछ दिन पहले 25 हाथियों का दल जंगलों में विचरण करते हुए नरेशनगर जंगल होते हुए किसडा कचौदा के जंगलों से गुजरते हुए आगे के जंगलों की तरफ बढ़ गये थे। वहीं कल शाम को गाताडीह वन परिक्षेत्र के जंगल हरदी कक्ष क्रमांक 451,से हाथियों का दल गुजरते हुए। वन परिक्षेत्र गाताडीह कक्ष क्रमांक 454,से लगे गांव सिरपुर में बुधवार रात 9.30 के आसपास सिरपुर मरघटी के पास गांव के करीब हाथियों का दल आ पहुंचा।
जंगल के पास लगे किसान के शिवकुमार जायसवाल पिता छेदीलाल जायसवाल के घर से बाड़ी में लगे बोर को नुकसान पहुंचा गया। हाथियों ने बोर को तोड़-फोड़ कर बोर में लगे मोटर केवल वायर को नीचे गिरा दिया। फेसिंग पाइप को भी नुकसान पहुंचाते हुए आसपास घरों की बाडिय़ों को नुकसान पहुंचाते हुए गांव के किनारे होते आगे चले गये। हाथियों का समूह आगे वन से लगे गांव गाताडीह में एक घर करीब पहुंच गया था। वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा हाथियों को जंगल तरफ जाने कोशिश कर रहे थे। किसी तरह हाथियों का दल गाताडीह के ऊपर लगे जंगल तरफ चले गए।
जैसे ही हाथी की खबर मिली तो ‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता ने रात हाथी पहुंचे गांव गाताडीह सिरपुर पहुंच कर खबर प्रकाशन के लिए कवरेज करने गाताडीह वन विभाग परिक्षेत्र कक्ष क्रमांक 454, के डिप्टी रेंजर भीषण पटेल से आये हाथियों के बारे में जानकारी ली गई। उन्होंने बताया कि बुधवार शाम करीब 25 हाथियों का दल हरदी वन परिक्षेत्र से गुजरते हुए जंगलों के रास्ते आगे बढ़ते हुए गाताडीह वन परिक्षेत्र के गांव सिरपुर में मरघटी के पास रात 9.30 के आसपास आया हुआ था। हाथियों के दल में 2 नर हाथी और 14 मादा हाथी और साथ में 9 हाथियों के शावक देखें गये। हाथी आने की जानकारी मिलने पर वन विभाग के आलाधिकारी को सूचना दिया गया। वन विभाग परिक्षेत्र के डिप्टी रेंजर पटेल और वन विभाग के साथी कर्मचारियों व चौकीदारों ने रातभर कड़ी मेहनत करते हुए आते हाथियों को हरदी के ऊपरी जंगल की तरफ आगे बढ़ाया। हाथियों द्वारा नुकसान किये किसान शिवकुमार जायसवाल के नुकसान का अवलोकन कर वन विभाग के अधिकारियों को भेजा जाएगा।
और मेरे द्वारा जंगल के आसपास पास लगे गांव वालों को कोटवारों के माध्यम से मुनादी करवा दिया है, ताकि गांव वाले जंगल की तरफ न जाए।