सारंगढ़-बिलाईगढ़

पारिवारिक झगड़े में दो परिवार टूटकर बिखरे
31-May-2023 8:11 PM
पारिवारिक झगड़े में दो परिवार टूटकर बिखरे

 पुरानी दीवार बनी मुसीबत

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

सारंगढ़, 31 मई। कोसीर मुख्यालय गौटिया पारा मुहल्ला में सुबह -सुबह दो परिवार में गाली -गलौच हुई और आमने -सामने की लड़ाई में तब्दील हो गई। पारिवारिक झगड़े में दो परिवार अंतत: टूटकर बिखर गई।

कोसीर मुख्यालय के गौटिया पारा मुहल्ला में 28 मई की अलसुबह दो परिवार आमने -सामने झगड़े हुए और यह बात घर के आंगन से निकलकर सडक़ तक चर्चे में आ गई। स्वर्गीय लखन लाल चन्द्रा और स्वर्गीय जीवन लाल चन्द्रा के परिवार आपास में आमने -सामने झगड़े हो गए इस झगड़े में दोनों परिवार को झगड़े की बड़ी कीमत चुकानी पड़ी और परिवार टूटकर बिखर गया। परिवार के आंगन में बस एक दीवार की आड़ थी और यही पुरानी दीवार आज दोनों परिवार के लिए मुसीबत बन गई।

केशव चन्द्रा और त्रियुगी नारायण चन्द्रा के घर -आंगन पुरानी दीवार की नींव पर टिकी थी, जिसे केशव चन्द्रा अपनी नई नींव देकर दीवार खड़ा कर रहा था, दोनों परिवार में दीवार को लेकर तना -तनी और मनमुटाव हो गए यह बात उनके सामाजिक और गाँव के चौपाल तक गई और आपसी ताल मेल से दोनों पक्षों में समझौता हो गई। बात यहाँ तक खत्म हो गई थी।

28 मई को सुबह 6 बजे केशव चन्द्रा ने पुलिस से शिकायत की थी की वह अपने नए दीवार में पानी दे रहा था। इस दौरान दीवार में पानी तराई से पानी त्रियुगी नारायण के घर आंगन में चला गया और त्रियुगी नारायण के परिवार वालों को यह अच्छा नहीं लगा और दोनों परिवार में फिर एक बार तना तनी गाली-गलौच हुई और यह बात इतना बढ़ गया कि काका - भतीजा के परिवार आमने सामने हो गए। केशव चन्द्रा त्रियुगी नारायण चन्द्रा के घर जा धमकाया और दोनों पक्षों में झगड़े हो गए। इस झगड़े में आस पास के लोग इक्कठे हो गए और झगड़ा शांत कराया गया। बात ही खत्म नहीं हुई दोनों पक्ष अपनी -अपनी शिकायत लेकर थाने पहुंच गए दोनों पक्षों ने अपने-अपने हिसाब से शिकायत दर्ज कराए। अंतत: दोनों पक्षों की शिकायत कोसीर पुलिस ने दर्ज कर ली और दोनों पक्ष गंभीर चोटें के लिए बताया तब उनके स्वास्थ्य परीक्षण के लिए सारंगढ़ भेज दिया गया।

त्रियुगी नारायण चन्द्रा (45) की शिकायत पर कोसीर पुलिस ने केशव चन्द्रा (62) केशव चन्द्रा के पुत्र विनय, भूपेंद्र चन्द्रा पर शिकायत के आधार पर  धारा 294 ,323, 34 ,451,506 की मामला दर्ज कर विवेचना में लिया। वहीं केशव चन्द्रा के शिकायत पर त्रियुगी नारायण चन्द्रा और उनके परिवार के अन्य सदस्यों पर धारा 147, 294, 323,34 के तहत मामला दर्ज कर विवेचना में ले लिया गया था।

दूसरे दिन त्रियुगी नारायण चन्द्रा का तबियत बिगड़ गई और इलाज के लिए रायगढ़ लाया गया, जहां देर रात उसकी मृत्यु हो गई। इस पुरी घटना में त्रियुगी नारायण की मृत्यु के बाद सुबह गाँव में उथल-पुथल मच गया वहीं पुलिस हरकत में आई और कानून के शिकंजे में केशव चन्द्रा और उनके दोनों बेटों को गिरफ्तार कर ली। 30 मई की सुबह गाँव में घटना को लेकर तरह तरह की बातें होने लगी थी। कोसीर पुलिस ने घटना को विवेचना में लेते हुए और घटना की साक्ष्य और गवाहों के कथन गवाह पर धारा 452 पंजीबद्ध कर विवेचना करते हुए केशव चन्द्रा उनके बेटे भूपेंद्र चन्द्रा, विनय चन्द्रा को गिरफ्तार कर रिमांड में जेल दाखिल किया गया।

त्रियुगी नारायण दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा जिले के बंडी पारा पोटाली शासकीय प्राथमिक शाला स्कूल में शिक्षक थे । इस पारिवारिक झगड़े में शिक्षक की मृत्यु हो गई। आखिर त्रियुगी नारायण को अंदरूनी चोंट लगा था या नहीं उसकी मृत्यु कैसे हुई इस सभी बातों का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगी।


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