राजपथ - जनपथ

छोड़ा नहीं, लोग भले छोड़ गए
रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने एक कार्यक्रम में अपनी सफलता के राज खोले, साथ ही पुराने साथियों के अलग होने का भी दर्द बयां किया। उन्होंने कहा कि मैंने 40-45 साल के राजनीतिक जीवन किसी को नहीं छोड़ा। भले ही लोग मुझे छोडक़र चले गए। मैं मंत्री नहीं बना, तो छोडक़र चले गए। विपक्ष का विधायक बना, तो लोग छोडक़र चले गए।
उन्होंने आगे कहा कि संबंध सबसे बड़ी चीज है जो संबंधों को निभाना सीख लेगा, उसकी दुश्मनी कभी नहीं होगी।
बृजमोहन की चुनावी राजनीति में सफलता का राज यह है कि उन्होंने संबंधों को निभाया है। उनके विपक्ष के तमाम प्रमुख नेताओं से निजी संबंध हैं। पूर्व मंत्री रविन्द्र चौबे, और मोहम्मद अकबर उनके कॉलेज के दिनों के साथी रहे हैं। विरोधी दल में रहने के बावजूद उनसे बृजमोहन के संबंध मधुर बने हुए हैं। जहां तक अपने करीबी नेताओं के साथ छोडऩे का सवाल है, तो रायपुर शहर के कई नेता जो उनके करीबी थे, धीरे-धीरे उनसे अलग हो गए, और निगम-मंडल व संगठन में अहम पद पर हैं। इसको लेकर बृजमोहन का दर्द जुबां पर आ ही गया।
आई कार्ड में आत्मा नहीं
राज्य प्रशासन में मंत्रालय से कलेक्टोरेट तक ई आफिस पोर्टल पर आनलाइन कामकाज लागू होने के बाद अब महानदी भवन के अधिकारी कर्मचारियों की उपस्थिति भी एक क्लिक में दर्ज होगी। इसके लिए साप्रवि इन दिनों आईएएस अफसरों से लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों तक के नए आईकार्ड बनवाने में व्यस्त है। इसके तहत हाल में 75 अधिकारी कर्मचारियों के नए कार्ड जारी किए जा चुके हैं। तकनीक की तडक़ भडक़ में नोडल विभाग ने मंत्रालय की आत्मा को ही दरकिनार कर दिया है। यानी कार्ड में मंत्रालय भवन का नाम ही नहीं है। 13 वर्ष पहले जब नवा रायपुर में मंत्रालय शिफ्ट किया गया था तब इस भवन का नाम मंत्रालय महानदी भवन और संचालनालय भवन का नाम इंद्रावती के नाम पर राजपत्र में भी अधिसूचित किया गया था जो प्रचलित और कामकाज का हिस्सा बन चुका है। नए कार्ड में की इस चूक को कर्मचारियों ने अपने संघ के नेताओं के जरिए उजागर किया है।
संघ के अध्यक्ष ने सचिव जीएडी को पत्र लिखकर सुधार, संशोधन की मांग की है। संघ के अध्यक्ष महेन्द्र सिंह राजपूत ने कहा कि वर्तमान में जारी किये जा रहे नवीन स्थायी परिचय पत्र में कहीं भी छत्तीसगढ़ मंत्रालय, महानदी भवन, नवा रायपुर अटल नगर अंकित नहीं है, जिससे प्रतीत होता है कि उक्त परिचय पत्र से उसकी आत्मा हटा दी गई है। हम सब सचिवालय सेवा के अधिकारी/कर्मचारियों को अपनी पहचान खोने जैसा महसूस हो रहा है। अधिसूचित नाम को परिचय पत्र से हटाना उचित नहीं है। अनुरोध है कि मंत्रालय के अधिकारियों/कर्मचारियों हेतु जारी किये जा रहे नवीन स्थायी परिचय पत्र में सबसे ऊपर छत्तीसगढ़ मंत्रालय, महानदी भवन, नवा रायपुर अटल नगर एवं पार्श्व में आपातकालीन नंबर अंकित किया जाए।