राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 दिसंबर। आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या को देखते नगर निगम द्वारा आवारा कुत्तों का बधियाकरण करने अभियान चलाया जा रहा है। आवारा कुत्तों की अधिक संख्या वाले क्षेत्रों तथा शिकायत प्राप्त क्षेत्रों से पकडक़र कुत्तों का बधियाकरण किया जा रहा है। निगम के स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जुलाई से अब तक लगभग 5 माह में 800 आवारा कुत्तों का बधियाकरण किया है।
बधियाकरण अभियान के संबंध में नगर निगम आयुक्त अतुल विश्वकर्मा ने बताया कि निगम सीमाक्षेत्र के कई वार्डों में आवारा कुत्तों की संख्या में वृद्धि हुई है। जिससे नागरिकों को कुत्ता काटने जैसी अप्रिय स्थिति का सामना करना पड़ा तथा कुत्तों के झुंड से लोगों में भय जैसी स्थिति निर्मित हो रही है। जिसकी शिकायत आम लोगों द्वारा की जा रही थी, जिसे ध्यान में रखकर महापौर मधुसूदन यादव के निर्देश पर नगर निगम द्वारा आवारा कुत्तों का बधियाकरण करने प्रक्रिया की गई और प्रक्रिया उपरांत हरियाणा के नैन फाउंडेशन सर्विसेस को आवारा कुत्तों का बधियाकरण करने विधिवत कार्यादेश दिया गया।
आयुक्त विश्वकर्मा ने बताया कि नैन फाउंडेशन सर्विसेस द्वारा आवारा कुत्तों का बधियाकरण के तहत लगभग 5 माह में निगम सीमाक्षेत्र के वार्डों में कुत्तों के अधिक संख्या वाले क्षेत्रों तथा कुत्तों के झुंड द्वारा काटने की शिकायत के आधार पर लगभग 800 आवारा कुत्तों का बधियाकरण किया गया। वर्तमान में 1000 कुत्तों का बधियाकरण करने संबंधित संस्था को पुन: कार्यादेश जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि बधियाकरण कार्य स्वास्थ्य अधिकारी के मार्गदर्शन एवं स्वच्छता निरीक्षको के देखरेख में वार्डों में किया जा रहा है। उन्होंने नागरिकों से अपील करते कहा है कि यदि उनके क्षेत्र में अत्याधिक आवारा कुत्ते हो तो वे नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग मे सम्पर्क कर जानकारी दे सकते हैं, ताकि आवारा कुत्तों का बधियाकरण किया जा सके।


