राजनांदगांव

फर्जी केस में फंसाने की धमकी, कर दी हत्या, 3 बंदी
24-Apr-2025 4:28 PM
फर्जी केस में फंसाने की धमकी, कर दी हत्या, 3 बंदी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 24 अप्रैल।
करवारी रोड में अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने 48 घंटे के भीतर सुलझा ली। बताया गया कि मृतक द्वारा फर्जी केस में फंसाने की धमकी देने व पुरानी रंजिश को लेकर आरोपियों ने हत्या करने का प्लान बनाया था। पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। 

पुलिस के अनुसार 20 अप्रैल को लतमर्रा से करवारी रोड मुख्य मार्ग ग्राम लतमर्रा में एक अज्ञात व्यक्ति का खून से लथपथ शव मिलने पर अपराध पंजीबद्ध कर घटना से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया।

डोंगरगढ़ एसडीओपी आशीष कुंजाम के मार्गदर्शन पर डोंगरगढ़ पुलिस और ओपी मोहारा की पुलिस टीम अज्ञात आरोपी की पतातलाश में जुटी थी। प्रकरण के विवेचना के दौरान अज्ञात मृतक का देवलाल मंडावी कन्हारगांव के रूप में पहचान किया गया। अज्ञात आरोपी की पता तलाश के दौरान घटना दिनांक को मृतक देवलाल मंडावी को ग्राम करवारी निवासी योगेश चौरे के साथ स्कूटी में जाते देखना पता चला, जिस पर सीसीटीवी फुटेज एवं संदेही मोबाइल नबंरों का सीडीआर निकालकर आरोपी का पता तलाश किया गया। सीसीटीवी फुटेज एवं सीडीआर के आधार पर संदेही योगेश चौरे करवारी, महेन्द्र नेताम करवारी एवं ओमकार मंडावी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई।

पूछताछ में पता चला कि आज से एक साल पहले मृतक देवलाल मंडावी आरोपी ओमकार मंडावी जो ईंट भ_ा का ठेकेदारी का काम करता है, जिससे करीब दो लाख 50 हजार रुपए उधार लिया था। आरोपी ओमकार मंडावी द्वारा पैसा वापस मांगने पर देवलाल मंडावी हमेशा झगड़ा-लड़ाई करते थे एवं धमकी भी देते थे।  

आरोपी ओमकार मंडावी के भांजा महेन्द्र नेताम करवारी जो अपने मामा के यहंा ग्राम कन्हारगांव में रहता है। जिसके द्वारा 3 माह पूर्व ग्राम करवारी निवासी अपने दोस्त योगेश चौरे को कन्हारगांव निवासी देवलाल मंडावी को जान से मारना है, मेरे मामा को बहुत परेशान कर रहा है, करके बताया था, जिस पर योगेश चौरे भी मारने तैयार हो गया। घटना के एक सप्ताह पूर्व गांव में मीटिंग हुई थी।  जिसमें मृतक देवलाल मंडावी द्वारा आरोपी ओमकार मंडावी को फर्जी केस में फंसा देने की धमकी दी थी, जिस पर आरोपी ओमकार मंडावी एवं महेन्द्र नेताम दोनों मामा-भांजा देवलाल मंडावी को जान से मारने योजना बनाए।

 

20 अप्रैल को आरोपी  महेन्द्र नेताम अपने दोस्त करवारी निवासी योगेश चौरे से संपर्क कर उसे अपने साथ लेकर कटली शराब भ_ी गए। दोनों शराब पीये। इसके बाद महेन्द्र नेताम अपने मामा को ग्राम कलकसा बुलया, जहां आरोपी ओमकार मंडावी द्वारा देवलाल मंडावी को आज मारना है, जितना खर्चा लगेगा मैं दूंगा कहा, तब योगेश चौरे 5-6 लाख रुपए लगेगा कहा, तो ओमकार तैयार हो गया। मृतक देवलाल मंडावी की मोटर साइकिल घटना के 4-5 दिन पहले एक्सीडेंट हुआ था, मोटर साइकिल को डोंगरगढ़ में बनवाने दिया थाख् जो बन गया है एवं एक्सीडेंट करने वाले व्यक्ति तुम्हें बुला रहा है, कहकर बहना बनाकर देवलाल मंडावी को घर से लाने एवं उसे दारू पिलाने खिलाने योगेश चौरे को 5000 रुपए देकर ग्राम कन्हारगांव भेजा दिया। ओमकार अपने घर चला गया। मृतक देवलाल को आरोपी योगेश चौरे डोंगरगढ़ लेकर आए। डोंगरगढ़ में योगेश चौरे व देवलाल मंडावी शराब पीये। 

आरोपी महेन्द्र नेताम दूर छुपकर नजर रख रहा था। देवलाल मंडावी को ज्यादा नशा हो गया था, जिसे अकेले छोडक़र योगेश चौरे घर चला गया। ओरोपी महेन्द्र नेताम चुपके से देवलाल मंडावी का पीछा कर रहा था, जिसे अकेले पैदल करवारी रोड तरफ जाते देखकर आरोपी योगेश चौरे को बुलाया। 

दोनों मोटर साइकिल में बैठकर मोटर साइकिल महेन्द्र नेताम चला रहा था और पीछे बैठे योगेश चौरे एक सागौन के डंडा से पैदल जा रहे देवलाल मंडावी के चेहरे में वार कर दिया। जिससे देवलाल मंडावी नीचे जमीन में गिर गया। गिरने के बाद योगेश चौरे उसके बाद महेन्द्र नेताम सागौन के डंडे से देवलाल के सिर एवं चेहरे मार कर हत्या कर मौके से फरार हा गया। 

सम्पूर्ण घटना के दौरान ओमकार, आरोपी योगेश चौरे एवं महेन्द्र नेताम से लगातार मोबाइल में संपर्क में रहकर सलाह देते रहे। देवलाल मंडावी की हत्या आरोपी ओमकार मण्डावी के कहने पर ही आरोपी योगेश चौरे एवं महेन्द्र नेताम द्वारा की गई है।


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